आज के युग मे धर्माचार्यों के आश्रम में लड़कियों ,औरतो के आएदिन छेड़ छाड़ ब्लातकार की घटनाओं की रोतोरात बाढ़ आई रहती है बाबा राम रहीम, आशा राम बड़े बड़े नाम अपराधों एवं अपराधियों को बढ़ावा देरहे हैं हमारे देश की धर्मिक आस्था विशाल है। देवता एवं राक्षस दोने ऋषियों की संतानें हैं साथ ही साथ में साधुओं साधु संतों की ग्रस्थ आश्रम की परम परा रही है परम्परा अनुसार ग्रस्थ आश्रम मे रहना चाहिए । देश में धर्म संस्कृति को बचाने के लिए हमारे साधुओं सन्तों को ग्रहस्थ आश्रम बनाकर उसमें निवास करने से हिदू मानवीय संवेदनाओं को बढ़ावा मिलेगा संताने। और आरोप लगाने पर आरोप से बचने के रास्ते नहीं तलास करने पड़ेगा ।हमारे देश का कानून ही है जो कांची कोटी के शंकरा चार्य को रात में गिरफ्तार करने पुलिस जाती है।देश मे साधुओं संतो की गरिमा को चोट पहुंचाई जाती है ।हमारे धर्म की गरिमा बनी रहे।उनके प्रति अगाध श्रद्धा को देखते हुए। उन्हें ग्रहस्थ आश्रम अपनाना चाहिए। गुरुकुल पद्धति के स्कूलों का संचालन कर सरलता से अच्छे गुणवत्ता की शिक्षा देनी चाहिए।सरकार का सभी प्रकार के विद्यालय को नहीं खोल पति है ।गुरुकुल में सस्ती शिक्षा के साथ साथ उसका सरलता से विस्तार दानियों के दान से किया सकता है।ऊंची फीस लेने वाले निजी विद्यालयों का बर्चस्व कम होगा।