आज का विचार
ख़ुशी तुम्हारे अन्दर है, लेकिन तुम उसे पैसे और बाहरी वस्तुओं में ढूंढ रहे हो| पूरा का पूरा समुन्द्र तुम्हारे अन्दर है लेकिन फिर भी तुम चम्मच लेकर बाहर पानी ढूंढ रहे हो| पैसा या सम्पति का जीवन में महत्त्व है लेकिन केवल पैसे से खुशियाँ नहीं खरीदी जा सकती ।
नया मकान, गाड़ी और ढेर सारी सम्पति रेगिस्तान में उस मृग मरीचिका (रेगिस्तान में तेज धूप के कारण दिखाई देने वाला भ्रामक दृश्य) की तरह है जो तुम्हे थोड़े समय के लिए खुश कर देती है लेकिन फिर भी तुम प्यासे ही रहते हो|जब हम आत्मविश्वास और निडरता का रास्ता चुनते है तो सारी रूकावटें अपने आप दूर हो जाती है।
सुप्रभातम आपका दिन शुभ एवम् खूबसूरत हो
पंडित सन्तोष पैन्यूली शास्त्री