उत्तराखंड के पत्रकारो के लिये यह अमावस्या का समय सरकार पूर्णमासी बनाकर देवें।तो पत्रकारिता दिवस मनाना सार्थक होगा ।।
पत्रकार दिवस की पूर्व संध्या पर अध्यक्ष विधानसभा उत्तराखंड प्रेम चंद अग्रवाल ,मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत नेअन्य मा0 ने पत्रकारों को बधाई दी उत्तराखंड पत्रकार संगठन समन्वय समिति विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल एंव मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं उनका हृदय की गहराई से आभार व्यक्त करती है। समिति आपसे आग्रह करती है कि लघु एंव मध्यम समाचार पत्र,पत्रिका को प्रति माह 50,000 ₹ का विज्ञापन दिया जाय । पत्रकार के कार्पस फंड को 15 करोड़ का बनाया जाय, प्रचार प्रसार के बजट का 60 छोटे पत्र पत्रिकाओं ,समाचार पोर्टल एवं 40 प्रतिशत बड़े अखबार टी वी चेनल को दिया जाय,पेंशन 10000 हजार की जाय ,सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था के मध्य नजर सामुहिक बीमा के दायरे को10 लाख किया जाय।स्वास्थ्य लाभ के लिये 15,00,000 रुपये की सुभिधा दी जाय ।सबके वेतन भते बढ़े परंतु उत्तराखंड के पत्रकारों की सभी सुभिधा मे कटौती किया जाना प्रदेश के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है।नारायण दत्त तिवारी सरकार में 1लाख 75 हजार तक विज्ञापन मिले ,खंडूरी सरकार में 85हजार रुपये तक विज्ञापन मिले।डॉ रमेश पो0निशंक सरकार मे 65 हजार तक विज्ञापन मिले ।विजय बहुगुणा सरकार ने 45 हजार तक विज्ञापन दिये ,।हरीश रावत सरकार ने 45 हजार तक विज्ञापन के साथ साथ विधानसभा में पत्रकारों के हित के लिए संकल्प लाया।विज्ञापन की दरें बढ़ाने ,समाचार पत्रों को सूची वद्ध का कार्य आदि किये ।प्रदेश में 7 वा वेतन लागू होगया ।छोटे समाचार पत्र के विज्ञापन की दर बढ़ने के बाबजूद विज्ञापन का साइज कम कर प्रकाशित करने के लिए देने से इस कमर तोड़ महंगाई में पत्रकारों की मट्टी पलीत होगई ।समाज का चौथा स्तंभ उत्तराखंड में भुखमरी के कगार पर है। सबके वेतन भते बढ़ा रहे हैं ।इस विरादरी की सुध सरकार नहीं लेगी तो पत्रकारिता में सब की रक्षा के लिए बहुत कुछ समय देकर अपना खोने वाले चौथे सतम्भ के लोग अब आत्महत्या के करने के लिए मजबूर होने से पहले उनको रोकने के लिए सरकार को पत्रकारो के हित मे मानवीय दृष्टिकोण रखने के लिये इच्छा शक्ति का परिचय देने की आवश्यकता है। कल पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारों के लिए आमवस्या का समय सरकार पूर्णमासी का चांद बन कर काम करने की कृपा करें। यह उम्मीद है।