- इजरायल से आई आफरा बोलीं-मंडुवा, झंगोरा वैरी टेस्टी
- वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस में देश-दुनिया के डेलीगेट्स को पसंद आए पहाड़ी भोज्य पदार्थ
- डेलीगेट्स बोले-पहाड़ी भोजन में स्वाद व पौष्टिकता दोनों
- हर दिन मैन्यू के अनुसार ही परोसा जाएगा पहाड़ी भोजन
पहाड़ी भोजन के प्रचार पर सरकार का जोर
स्थापित करना चाहते हैं तो उन्हें एसडीआरएफ मद से 20 लाख रुपये का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि जल्द ही विज्ञापन प्रकाशित कर आवेदन मांगे जाएंगे। इसकी प्रक्रिया गतिमान है।
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- शीतकालीन यात्रा-श्रद्धालुओं को न हो कोई परेशानी-सुमन
- सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने ली बैठक
- कहा-ठंड के मौसम में यात्रियों के लिए न हो सुविधाओं की कमी
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी अपने स्तर पर सुनिश्चित कर लें कि रैन बसेरों में सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई एनजीओ मदद को आगे आना चाहते हैं तो उनका भी सहयोग लेने की पहल जिलाधिकारी अपने स्तर पर करें। इसके अलावा आम जनमानस को भी गर्म कपड़े और कंबल आदि दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए ऐसे लोगों को एक प्लेटफार्म प्रदान किया जाए।
गर्भवती महिलाओं का डाटा बेस तैयार रखें
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने कहा कि जिन गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी जनवरी और फरवरी माह में होनी है, उनका डाटाबेस बनाया जाए। बर्फबारी के कारण जो क्षेत्र आवाजाही के वंचित हो जाते हैं, वहां से गर्भवती महिलाओं को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर लाने की योजना बनाई जाए।
बंद होने वाले मार्गों को चिन्हित करें
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने कहा कि बर्फबारी के कारण बंद होने वाले मार्गों को चिन्हित कर वहां जेसीबी मशीन, स्नो कटर मशीन तथा टायर चेन की व्यवस्था की जाए, ताकि जन सामान्य का आवागमन बहुत ज्यादा समय तक प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि पालाग्रस्त क्षेत्रों में सड़कों को भी चिन्हित कर वहां साइन बोर्ड लगाए जाएं ताकि लोग संभलकर ऐसे स्थान पर वाहन चलाएं। वहां चूने और नमक का छिड़काव किया जाए, ताकि सड़क हादसों को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि बर्फबारी के कारण जो क्षेत्र आवागमन से वंचित हो जाते हैं, उन क्षेत्रों में अगले तीन महीने का राशन, ईंधन, रसोई गैस तथा अन्य जरूरी सामान का भंडारण सुनिश्चित किया जाए।
सुरंगों को लेकर बनाई जा रही एसओपी
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने कहा कि सुरंगों को लेकर एसओपी बनाई जा रही है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से इस पर शीघ्र अपने सुझाव उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
कम्युनिटी रेडियो पर फोकस
देहरादून। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने कहा कि उत्तराखंड कम्यूनिटी रेडियो को सशक्त किया जाएगा। बताया कि उत्तराखण्ड राज्य में सामुदायिक रेडियो स्टेशनों की स्थापना हेतु दिनांक 04 जनवरी, 2022 को एक प्रोत्साहन नीति प्रख्यापित की गयी है। इसके लिए यदि कोई कम्यूनिटी रेडियो स्थापित करना चाहते हैं तो उन्हें एसडीआरएफ मद से 20 लाख रुपये का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि जल्द ही विज्ञापन प्रकाशित कर आवेदन मांगे जाएंगे। इसकी प्रक्रिया गतिमान है।
शीतलहर से न हो किसी की मृत्यु-स्वरूप
देहरादून। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी-प्रशासन श्री आनंद स्वरूप ने कहा कि एक टीम बनाकर जो लोग खुले में सोने को मजबूर हैं, उन्हें रैन बसेरों में पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि कोशिश यह हो कि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु शीत लहर से न होने पाए। उन्होंने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में कोहरे के कारण होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए भी जिला स्तर प्रभावी रणनीति बनाने की आवश्यकता है।
आपदा प्रबंधन परियोजना बनाने की प्रक्रिया गतिमान-नेगी
देहरादून। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी श्री राजकुमार नेगी ने बताया कि राज्य तथा जनपद स्तर पर आपदा प्रबंधन परियोजना बनाने का कार्य गतिमान है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से तय फॉर्मेट में जल्द से जल्द सूचनाएं भेजने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारियों से अपने-अपने सुझाव भी साझा करने का अनुरोध किया।
रैन बसेरों में साफ सफाई पर ध्यान देना जरूरी-अंसारी
देहरादून। संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो. ओबैदुल्लाह अंसारी ने कहा कि रैन बसेरों में साफ सफाई की उचित व्यवस्था हो तथा वहां महिला और पुरुषों के रुकने के लिए प्रथक व्यवस्था भी की जाए।