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केदारनाथ हेली सेवा के नाम पर ठगी,डाक्टर को थमा दिए फर्जी टिकट

Pahado Ki Goonj
केदारनाथ हेली सेवा के नाम पर ठगी,डाक्टर को थमा दिए फर्जी टिकट
देहरादून। केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने के पहले दिन ही हेली सेवा के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने सुभारती मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर से केदारनाथ हेली सेवा टिकट बुकिंग के नाम पर एक लाख तीस हजार रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित ने देहरादून के प्रेमनगर थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वो इंटरनेट पर केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर के टिकट की बुकिंग सर्च कर रहे थे, तभी उन्हें पवन हंस हेली सेवा कंपनी का नंबर मिला। पीड़ित ने जब उस नंबर पर कॉल किया तो पंकज सिंह नाम के व्यक्ति ने कॉल रिसिव किया और उसने खुद को पवन हंस हेली सेवा कंपनी का कर्मचारी बताया। इतना ही नहीं आरोपी ने पवन हंस हेलीपैड सेवा केदारनाथ यात्रा में शामिल होने के लिए धन्यवाद के रूप में व्हाट्सएप मैसेज भी भेजा।
इसके बाद आरोपी ने पहले यात्रा भुगतान का तीन प्रतिशत देने का कहा और प्रत्येक यात्री के बीमा के लिए दो-दो बार 3999 रुपये मांगे। इस तरह पीड़ित ने कुछ पांच लोगों का भुगतान किया। इसके बाद आरोपी की तरफ से कहा गया है कि बीमा का पैसा वापस कर दिया जाएगा। साथ ही अलग-अलग फीस के नाम पर पेटीएम और फोन पे के जरिए आरोपियों ने पीड़ित से करीब एक लाख 30 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। पैसे ट्रांसफर होने के बाद आरोपी ने पीड़ित को ऑनलाइन केदारनाथ हेलीकॉप्टर यात्रा के टिकट भेजे, लेकिन जब टिकट आए तो वह फर्जी निकले। इसके बाद पीड़ित को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ।
थाना प्रेमनगर प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि पीड़ित डॉ. प्रियतोष कुमार महंत की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही पीड़ित ने जिस नंबर पर रुपए ट्रांसफर हुए है उन नंबरों की जांच की जा रही है।

दुष्कर्म कर फोटो सोशल मीडिया में जारी करने का आरोपी गिरफ्तार
पिथौरागढ़। महिला का शारीरिक शोषण कर उसकी आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया में वायरल करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार तहसील बेरीनाग क्षेत्रान्तर्गत निवासी एक महिला ने बीती 24 अप्रैल को पटवारी चैकी में रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि दिनेश रावल ने उसके साथ शारीरिक शोषण किया तथा उसकी आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दी। सूचना के आधार पर आरोपी दिनेश रावल के खिलाफ सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। जिसके बाद 29 अप्रैल को जांच पुलिस थाना बेरीनाग को प्राप्त हुई। जिस पर कार्यवाही करते हुए थाना बेरीनाग पुलिस द्वारा बीती शाम एक सूचना के आधार पर आरोपी दिनेश रावल उर्फ दीवान रावल को पी.डब्लू.डी. तिराहे बेरीनाग के पास से गिरफ्तार किया गया है। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

शराब पीने के बाद पुलिस स्टेशन में हंगामा, इंचार्ज सहित चार संस्पेंड
उधमसिंहनगर। जसपुर कोतवाली के पतरामपुर पुलिस स्टेशन की बैरक में बाहरी लोगों को बुलाकर शराब पार्टी करने के बाद शराब के नशे में लोगों से उलझना और धक्का मुक्की करने के मामले में एसएसपी ने कड़ा संज्ञान लिया है। एसएसपी ने शराब के नशे में पाए गए एक सिपाही सचिन कुमार और उसके साथ शराब पीने के बाद मौके से भागे दूसरे सिपाही सुभाष चैधरी और हंगामे में बीच बचाव नहीं करने पर निगरानी मुंशी अनिल को सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा तीन दिन से पुलिस स्टेशन नहीं जा रहे इंचार्ज संदीप शर्मा को भी सस्पेंड किया गया है।
एसएसपी ने बताया कि सचिन का मेडिकल कराया गया और वह शराब के नशे में पाया गया था। बताया कि सचिन ने चार बाहरी लोगों के साथ बाजपुर कोतवाली में सम्मन तामिल की ड्यूटी में तैनात सुभाष को शराब पार्टी में बुलाया था। पुलिस स्टेशन इंचार्ज तीन दिन से रुद्रपुर में चल रही ट्रेनिंग में था और ट्रेनिंग के बाद वापस  जाने के बजाय रुद्रपुर में रुक रहा था। इसके लिए उसने सीओ, एएसपी और एसएसपी से अनुमति नहीं ली थी। बताया कि एक गांव में दो पक्षों में विवाद के बाद एक पक्ष के व्यक्ति को कांस्टेबल अनिल और सचिन पुलिस स्टेशन ले कर आए थे। जब संभ्रांत लोग आए तो उनके साथ सचिन ने बदसलूकी की थी और सुभाष ने उसका साथ दिया। अनिल ने मौके पर बीच बचाव नहीं किया। बताया कि अगर पब्लिक के लोग प्रार्थना पत्र देते हैं तो एफआईआर करेंगे। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी।

एटीएम बदलकर पैसे निकालने वाले गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार
उधमसिंहनगर। मदद करने के नाम पर एटीएम को बदलकर पैसे निकालने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से विभिन्न बैंकों 215 एटीएम, एक तमंचा मय कारतूस व एक चाकू भी बरामद किया गया है।
जानकारी के अनुसार बीते रोज थाना बाजपुर पुलिस द्वारा संदिग्धो की धर पकड़ हेतू क्षेत्र में चैकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान बन्नाखेड़ा क्षेत्र में दो संदिग्ध आते हुए दिखायी दिये। पुलिस ने जब उन्हे रोकना चाहा तो वह सकपका कर भागने लगे। इस पर उन्हे घेर कर दबोचा गया। जिनके पास से एक तमंचा मय कारतूस, एक चाकू व 28 भिन्नकृभिन्न बैंकों के कुल 215 एटीएम कार्ड बरामद हुए। पूछताछ में उन्होने अपना नाम अमरीक सिंह पुत्र गज्जन सिंह निवासी ग्राम चंदनपुर थाना गदरपुर जनपद उधम सिंह नगर व सुखवंत सिंह पुत्र लखबीर सिंह निवासी सिंह ग्राम बरवाला थाना केलाखेड़ा जनपद उधम सिंह नगर बताया। बताया कि उनके द्वारा जगहकृजगह जाकर एटीएम के अंदर भोलेकृभाले लोगों को मदद करने के नाम से उनके एटीएम चेंज कर पैसे निकाले जाते है। बताया कि वह लोग पूर्व में जेल भी जा चुके है। मामले में पुलिस ने सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हे न्यायालय में पेश किया जहंा से उन्हे जेल भेज दिया गया है।

पांच बाइक सहित वाहन चोर गिरफ्तार
रंगाई-पुताई की आड़ में देता था वारदातों को अंजाम
नैनीताल। बाइक चोरियों का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक व्यक्ति को चुरायी गयी पांच बाइक सहित गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है जो रंगाई-पुताई की आड़ में बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार बीती 7 मई को दिक्षित जोशी निवासी नीलांचल कालोनी डहरिया की बाइक सुशीला तिवारी अस्पताल के बाहर से अज्ञात चोर द्वारा चोरी गयी थी। इससे पूर्व बीती 21 फरवरी को भुवन चन्द्र पाण्डे निवासी प्रेम विहार बडी मुखानी की बाइक सुशीला तिवारी अस्पताल के बाहर से चोरी हुई थी। वहीं तीन मई को सचीन्द्र कबिदयाल निवासी तेजपुर नेगी लालकुआं की बाइक सुयाल कालोनी बरेली रोड से अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर ली गयी थी। वहीं बीते वर्ष 4 दिसम्बर को राहुल राजपूत निवासी दमुवाढूंगी पंनचक्की हल्द्वानी की बाइक रूद्राक्ष बैंक्वट हाल के सामने हल्द्वानी से चोरी की गयी थी। इसके साथ ही 20 अप्रैल 2024 को हसीन साह निवासी इन्द्रानगर बनभूलपुरा की बाइक उनके घर के बाहर से चोरी हो गयी थी। बाइक चोरी की यह सभी घटनाएं थाना हल्द्वानी व थाना बनभूलपुरा क्षेत्र में घटित हुई थी। जनपद में बाइक चोरी के बढ़ते मामलो को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा इन चोरियों के खुलासे हेतू कोतवाली हल्द्वानी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा कड़ी जांच और मशक्कत के बाद उक्त चोरियों में शामिल एक व्यक्ति को एक सूचना के आधार पर बीती शाम एफटीआई रोड चैकी मेडिकल से चोरी की अपाचे बाइक सहित गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसने पूछताछ में अपना नाम साहिल पुत्र स्व. सगीर निवासी ग्राम अजीतपुर वार्ड न. 1 निकट सरायवाली मस्जिद थाना सिविल लाईन जिला रामपुर उ.प्र. हाल पता इन्द्रानगर थाना बनभूलपुरा जनपद नैनीताल बताया। उसने अन्य चोरी की घटनाओं को भी स्वीकार करते हुए भिन्न-भिन्न स्थानों से चोरी की गयी चार अन्य बाइक भी बरामद करायी। बताया कि वह मूल रूप से रामपुर उ.प्र. का निवासी है, बनभूलपुरा क्षेत्र में किराये में रह रहा है तथा रंगाई-पुताई का काम करता है। उसके द्वारा चोरी की गयी बाइक को कुछ दिनों के लिये छुपा लिया जाता था फिर उसी बाइक से घूमते हुए रैकी की जाती थी फिर पहली चोरी की गयी बाइक को आस-पास पार्क कर दूसरी बाइक चुरा ली जाती थी और उसको छुपाने के बाद उसके द्वारा पहली बाइक ले जायी जाती थी। बाइक चोरी के लिये उसके द्वारा एक मास्टर की भी बनायी गयी है। बताया कि वह चोरी की मोटर साईकिलों को धीरेकृधीरे बेचने की फिराक में था। लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया। बहरहाल पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है जिसके खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी कई मुकदमें दर्ज है।

सीजन शुरू होते ही मसूरी पर्यटकों से गुलजार
मसूरी। मैदानी क्षेत्रों में गर्मी और उमस लोगों के पसीने छुड़ा रही है। इससे निजात पाने के लिए ज्यादातर लोग पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। इस सप्ताहंत मसूरी में पर्यटकों का खूब जमघट लगने वाला है। गुरुवार शाम तक मसूरी के होटल व गेस्ट हाउस में करीब 55 प्रतिशत आक्यूपेंसी पहुंच गई है।
पर्यटक सीजन में हर साल देश के विभिन्न क्षेत्रों से पर्यटक मसूरी पहुंचते हैं। पर्यटक यहां माल रोड, चार दुकान, कैंपटी फाल, गनहिल के अलावा आसपास के पर्यटक स्थलों बुरांसखंडा, काणाताल, धनोल्टी का भी रुख करते हैं। यहां के मौसम की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यहां गर्मियों में भी सर्दियों का एहसास होता है। गुरुवार को बाजार और पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की खूब चहल-पहल रही।
माल रोड पर रात तक रौनक बनी रही। मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल के अनुसार, गुरुवार शाम तक मसूरी में होटलों में पर्यटक आक्यूपेंसी 50 से 55 प्रतिशत हो चुकी है। ऐसे में सप्ताहंत पर मसूरी पर्यटकों से पूरी तरह से पैक होने की उम्मीद है। इन दिनों मसूरी में लायंस क्लब के तीन मंडलों की कांफ्रेंस भी हो रही है, जिसमे लगभग एक हजार प्रतिनिधि आए हैं।

सीएम धामी ने लीसा की सुरक्षा के लिए वन विभाग को दिए निर्देश
हल्द्वानी। उत्तराखंड वन विभाग बड़े पैमाने पर लीसा का उत्पादन करता है। लीसे से सरकार को मोटे राजस्व की प्राप्ति होती है। पहाड़ों के जंगलों पर लगी आग, जहां सरकार और वन विभाग के लिए मुसीबत बन रही है। वहीं उत्तराखंड में लीसा डिपो की सुरक्षा को लेकर भी सरकार चिंतित है। क्योंकि इन लीसा डिपो में भारी मात्रा में लीसा का स्टॉक पड़ा है। ऐसे में गर्मी के दिनों में लीसे में आग की खतरा बना रहता है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं। सीएम ने आग की दृष्टि से लीसा डिपो की सुरक्षा को चाक चैबंद किए जाने के निर्देश दिए है। साथ ही 24 घंटे फायर की गाड़ियों के साथ-साथ अन्य इंतजाम के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हल्द्वानी के साथ-साथ टनकपुर और अन्य जगहों पर लीसा के डिपो हैं। जहां सीएम धामी द्वारा पर्याप्त अग्नि सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। बात हल्द्वानी के सुल्ताननगरी और काठगोदाम लीसा डिपो करें तो वर्तमान समय में करीब 70 हजार कुंतल लीसे का स्टॉक पड़ा है। जिसकी कीमत एक अरब से अधिक बताई जा रही है। लीसे जैसे ज्वलनशील पदार्थ सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है। लीसे की सुरक्षा को लेकर स्टाफ अलर्ट है। लीसा डिपो की अग्नि सुरक्षा को लेकर भी कई बार सवाल खड़े होते रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री ने लीसा डिपो में अग्नि सुरक्षा की व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया है। उत्तराखंड में लीसे के चार सबसे बड़े केंद्र हैं, जहां हल्द्वानी के सुल्ताननगरी व काठगोदाम के हनुमानगढ़ी,नरेंद्र नगर और टनकपुर में लीसे का स्टॉक है।
बात हल्द्वानी के लीसा डिपो की करें तो यहां पर मानक के अनुसार पर्याप्त अग्निशमन की सुरक्षा नहीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लीसा डिपो की सुरक्षा को लेकर वन विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किया है। हल्द्वानी के सुल्ताननगरी डिपो और हनुमानगढ़ी डिपो में मिलाकर करीब 70 हजार कुंतल लीसा डंप पड़ा है। जिसकी कीमत एक अरब से अधिक की बताई जा रही है। वहीं लीसे की बिक्री की मांग कम होने से गर्मियों में सुरक्षा को लेकर चिंता भी बनी रहती है। वहीं लीसे में आग लग गई तो उसे नियंत्रित करना बड़ी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में जरा सी लापरवाही विभाग को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।

केदारनाथ में तोड़-फोड पर आक्रोशः तीर्थ पुरोहित समाज और व्यापार सभा की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पहले ही दिन तीर्थ पुरोहितों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए केदारपुरी के व्यापारिक प्रतिष्ठान, प्रसाद की दुकानें, खाने के होटल-ढ़ावों को बंद रखा। साथ ही पंडिताई का काम भी तीर्थ पुरोहितों की ओर से नहीं किया गया। तीर्थ पुरोहितों की मांग है कि विगत 22 अप्रैल को केदारनाथ धाम में तोड़-फोड़ करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े-खच्चर भी हड़ताल पर रहे। घोड़े-खच्चरों के न चलने के कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज और व्यापार सभा के लोगों में आक्रोश बना हुआ है। यात्रा के पहले ही दिन तीर्थ पुरोहित समाज और व्यापार सभा ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। तीर्थ पुरोहितों ने अपने सभी होटल, लाॅज, ढ़ाबे, दुकान, प्रसाद की दुकानों को बंद कर दिया। इतना ही नहीं, तीर्थ पुरोहितों ने पंडिताई के कार्य का भी बहिष्कार किया। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि विगत 22 अप्रैल को केदारनाथ धाम में भारी तोड़-फोड़ की गई। सभी तीर्थ पुरोहित अपने गांवों में थे और उन्होंने कहा कि तोड़-तोड़ करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े-खच्चर संचालकों और मालिकों ने भी पहले ही दिन हड़ताल शुरू कर दी। घोड़े-खच्चर संचालकों और मालिकों का आरोप है कि उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। पैदल मार्ग पर कही भी उन्हें रहने की जगह नहीं दी जा रही है। जहां पर वह ठिकाना बना रहे हैं, वहां से उन्हें भगाया जा रहा है।
उपाध्यक्ष चारधाम पंडा समाज संतोष त्रिवेदी ने कहा कि मांगों को लेकर व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों ने अपने कार्य का बहिष्कार किया। उन्होंने कहा कि आश्वासन के बाद भी व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों को नहीं मिलने दिया। उन्होंने कहा कि उनका बहिष्कार अनिश्चितकालीन के जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता।

विभागीय नीतियों की पेचीदगी, फंसा बच्चों का भविष्य

आश्रम पद्धति के स्कूलों में दलित छात्रों का प्रवेश बंद

6 स्कूलों में 229 सीटें खाली फिर भी रोक

अनुसूचित जातियों में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी, सीएम को पत्र लिखा

देहरादून। राजकीय आश्रम पद्धति के स्कूलों में समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेशों के बाद एससी (अनुसूचित) संवर्ग के बच्चों के प्रवेश पर लगाई रोक के कारण चकराता क्षेत्र के अनुसूचित जाति के लोगों में भारी आक्रोश है और वह इसे लेकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। क्षेत्र वासियों ने मुख्यमंत्री को भी इस बाबत पत्र लिखकर गरीब अनुसूचित जाति के बच्चों की शिक्षा में बाधक बन रहे इस आदेश को रद्द करने की गुहार लगाई है।
असल में यह मुद्दा 2017-18 में महालेखाकार की उस रिपोर्ट के बाद सामने आया जब इन स्कूलों का ऑडिट किया गया और रिपोर्ट में 60 लाख रुपए अनावश्यक रूप से एससी छात्रों पर खर्च किए जाने की बात कही गई। रिपोर्ट में कहा गया था कि इस योजना का लाभ सिर्फ जनजातियों के बच्चों को दिया जा सकता है। इसके बाद विभाग द्वारा स्कूलों को आदेश जारी कर एससी बच्चों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।
उल्लेखनीय है कि चकराता क्षेत्र में 19 फीसदी अनुसूचित जातियों के लोग रहते हैं जिनकी आर्थिक स्थिति इतनी बेहतर नहीं है कि वह अच्छे स्कूलों में अपने बच्चों को शिक्षा दिला सके। लेकिन क्षेत्र में आश्रम पद्धति के विघालयों में जिसमें अनुसूचित जनजाति के बच्चों को मुफ्त शिक्षा, भोजन व आवास की सुविधा दी जाती है उन स्कूलों में इन एससी जाति के बच्चों को प्रवेश दे दिया जाता था जो अब सरकारी आदेशों के बाद बंद कर दिया गया है।
इस मामले में समाज कल्याण विभाग पल्ला झाड़ता दिख रहा है। उनका कहना है कि यह आदेश समाज कल्याण विभाग का नहीं बल्कि उत्तराखंड शासन का है। आदेश किसी का भी सही लेकिन दलितों के बच्चों के प्रवेश पर स्कूलों में लगी रोक के कारण बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। तथा वह शिक्षा के अपने मौलिक अधिकार से वंचित हो रहे हैं। इन स्कूलों में जनजातियों के बच्चों के प्रवेश के बाद भी 239 सीटें खाली हैं लेकिन फिर भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। क्षेत्रवासी अब आंदोलन व सचिवालय घेराव की चेतावनी भी दे रहे हैं। उन्होंने तो सीएम को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की अपील की है।

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बेशकीमती सागौन की लकड़ी की तस्करी में तीन गिरफ्तार
हल्द्वानी। तराई पूर्वी वन विभाग की डॉली रेंज की टीम ने अवैध लकड़ी तस्करी का भंडाफोड़ करते हुए स्कॉर्पियो और पिकअप वाहन से भारी मात्रा में बेशकीमती सागौन की लकड़ी बरामद की है। साथ ही मौके पर तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। वहीं दोनों वाहनों को सीज कर दिया गया है. वहीं पकड़ी की अवैध लकड़ी की कीमत लाखों में आंकी जा रही है।
वन क्षेत्राधिकारी डोली रेंज नवीन सिंह पंवार ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर वन विभाग की टीम ने कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि सूचना मिली कि ऊंचा गांव द्वितीय बीट से खैर प्रजाति के पेड़ों का अवैध कटान कर उसको ले जाया जा रहा था। वन विभाग की टीम द्वारा मौके पर छापेमारी करते हुए एक पिकअप और स्कॉर्पियो गाड़ी की घेराबंदी करते हुए भारी मात्रा में सागौन की लकड़ी बरामद की गई है। साथी मौके पर तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए तस्कर का नाम अमजद अली उर्फ गुड्डू, गुरु देव सिंह,सोनू सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
पूरे मामले में दोनों वाहनों को सीज करते हुए वाहनों को डौली रेंज लालकुआं में खड़ा कर दिया गया है। पूरे मामले में वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पकड़ी गई बेशकीमती सागौन की लकड़ी लाखों की बताई जा रही है। डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि पूरे मामले में वन विभाग की टीम जांच कर रही है। साथ ही तस्करों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
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झोलाछाप डाॅक्टरों के क्लीनिक पर छापेमारी से हड़कंप
नैनीताल। रामनगर और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टर की बाढ़ सी आ गई है। वहीं उपचार के दौरान कई गरीब लोग इन झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से अपनी जान तक गंवा चुके हैं। प्रशासन द्वारा समय-समय पर झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। लेकिन जैसे ही मामला शांत होता है, फिर झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हो जाते हैं। रामनगर में स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी से झोलाछाप डॉक्टरों में खलबली मची हुई है.
रामनगर में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है। कई झोलाछाप डॉक्टर अपने अवैध क्लीनिक बंद कर मौके से फरार हो गए। वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी डॉक्टर प्रशांत कौशिक ने बताया कि रामनगर के मोहल्ला खताडी में एक क्लीनिक संचालित हो रहा था, जिसकी शिकायत जिलाधिकारी वंदना सिंह से की गई थी।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद एसडीएम रामनगर राहुल शाह द्वारा गठित टीम ने मौके पर जाकर देखा तो उक्त क्लीनिक संचालक कोई भी वैध प्रपत्र नहीं दिखा पाया तथा मौके पर भारी मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां का भंडारण भी पाया गया था। डॉक्टर कौशिक ने बताया कि इस मामले में उक्त क्लीनिक को सील करने के साथ ही 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाने की भी कार्रवाई की गई है। उक्त क्लीनिक संचालक को अपने वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया है। अगर वह अपने दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाता तो उसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशांत कौशिक ने कहा कि उनकी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
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गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुआ चारधाम का आगाज


उत्तरकाशी। वैदिक मंत्रोच्चार, धार्मिक अनुष्ठान और जय मां गंगा के जयकारों के साथ अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं।
ं शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे भैरों घाटी से गंगा जी की डोली यात्रा गंगोत्री के लिए रवाना हुई। साढ़े नौ बजे डोली गंगोत्री पहुंची और यहां गंगा लहरी एवं गंगा सहस्त्रनाम पाठ के साथ ही हर-हर गंगे के जयकारों से पूरा गंगोत्री गूंज उठा। तय मुहूर्त पर दोपहर शुक्रवार तड़के ही गंगोत्री धाम के कपाट ओपन के लिए मां गंगा की डोली ने भैरव घाटी से प्रस्थान किया। इससे पहले भैरव घाटी में मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना की। जिसके बाद मां गंगा की डोली यात्रा गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। धाम में गंगा की विशेष पूजा-अर्चना की गई। पहले ही दिन हजार यात्रियों ने गंगोत्री धाम पहुंचकर गंगा जी के दर्शन और पूजा-अर्चना का पुण्य लाभ अर्जित किया। मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि विधि-विधान के साथ शुभ मुहूर्त में ठीक 12.25 बजे गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। 12.25 पर गंगोत्री मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं. इस पल के कई लोग साक्षी बनें।
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गला रेतकर युवती की हत्या करने वाले हत्यारोपी का भी शव बरामद
देहरादून। छिद्दरवाला क्षेत्र में युवती की गला रेतकर हत्या करने वाले हत्यारोपी का शव भी पुलिस ने शुक्रवार सुबह चीला बैराज से बरामद कर लिया है। हत्यारोपी द्वारा युवती की हत्या करने के बाद शक्ति नहर में कूद कर आत्महत्या कर ली गयी थी। फिल्हाल पुलिस ने शव को अपने कब्जे मंे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
विदित हो कि बीती 6 मई को छिद्दरवाला क्षेत्र में तीन पानी पुलिया के नीचे मृतका आरती डबराल का शव पुलिस को बरामद हुआ था। घटना की जांच में मृतका के दोस्त शैलेंद्र भटृ द्वारा उसकी हत्या किया जाना प्रकाश में आया था तथा आरोपी शैलेंद्र भटृ के दोस्त द्वारा आरोपी के घटना को अंजाम देने के बाद 5 मई की रात में ही ऋषिकेश बैराज के पास से शक्ति नहर में कूद कर आत्महत्या किए जाने के बात बताई गई थी, घटना के बाद से ही पुलिस टीम द्वारा आरोपी शैलेन्द्र भट्ट की तलाश हेतु लगातार सर्च अभियान चलाते हुए अन्य संभावित पहलुओं पर भी जांच की जा रही थी।
सर्च अभियान के दौरान शुक्रवार सुबह जल पुलिस तथा एसडीआरएफ की गोताखोर टीम को चीला बैराज से हत्यारोपी शैलेंद्र भटृ का शव बरामद हुआ है। जिसके परिजनों को मौके बुलाकर उसकी शिनाख्त की कार्यवाही करवाई गई। घटना के संबंध में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
वहीं मामले में एसएसपी देहरादून अजय सिंह का कहना है कि युवती की हत्या की जांच में आरोपी शैलेंद्र भटृ द्वारा उसकी हत्या करने के उपरांत नहर में कुदकर आत्महत्या किया जाना प्रकाश में आया था, जल पुलिस और एसडीआरएफ के गोताखोरों द्वारा आज आरोपी के शव को चीला नहर से बरामद किया गया है, घटना से जुड़े सभी पहलुओं की पुलिस द्वारा विस्तृत जांच की गई है, घटना में किसी अन्य के सम्मिलित होने के कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुऐ है।

फोटो डी 2
श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए यमुनोत्री धाम के कपाट
उत्तरकाशी। केदारनाथ के बाद शुक्रवार को यमुनोत्री धाम के कपाट सुबह 10.29 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। यमुनोत्री धाम में मां यमुना की डोली सुबह 10.00 बजे पहुंच गई थी। इसके बाद पुरोहितों ने पूजा अर्चना की। शुभ मुहूर्त पर यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। मां यमुना की डोली यमुनोत्री धाम में विराजमान हो गई है।  यमुनोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष राजस्वरूप उनियाल ने में इस बार यमुनोत्री मंदिर समिति ने यमुना मंदिर परिसर में निर्णय भी कराया है। जिसका रंग रोगन कर भव्य रूप से सजाया गया है।

फोटो डी 4
वैदिक मंत्रों के साथ खुले तुंगनाथ के कपाट
रूद्रप्रयाग। पंचकेदारों में तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट को शुक्रवार को वैदिक मंत्रोच्चारण एवं विधि विधान के साथ खोल दिए गए हैं। इससे पहले भगवान की डोली चोपता से रवाना होकर मंदिर परिसर पहुंची। पुजारियों ने वैदिक मंत्रों के साथ भगवान तुंगनाथ की विशेष पूजा अर्चना की। इसके बाद कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए गए। अब छह माह की नित्य पूजा यहीं पर संपन्न की जाएंगी। मौके पर मठापति राम प्रसाद मैठाणी, प्रबन्धक बलवीर सिंह नेगी, अतुल मैठाणी समेत बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित हैं।
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केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचीं सिने तारिका शिल्पा शेट्टी
देहरादून। एयरपोर्ट के पास जौलीग्रांट हेलीपैड से शुक्रवार को दो धामों के लिए हेलिकॉप्टर सेवा शुरू की गई। जौलीग्रांट से पहली उड़ान में शिल्पा शेट्टी उनकी बहन शमिता शेट्टी और उनका परिवार केदारनाथ के लिए रवाना हुआ। जौलीग्रांट हेलीपैड से रुद्र रुद्राक्ष एविएशन कंपनी के एमआई 17 हेलीकॉप्टर  ने दो धामों के लिए सेवाएं शुरू की हैं।
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर जौलीग्रांट हेलीपैड से सुबह 11. 30 बजे एमआई 17 हेलिकॉप्टर कुल 20 श्रद्धालुओं को लेकर केदारनाथ के लिए रवाना हुआ। पहले श्रद्धालुओं के रूप में शिल्पा शेट्टी उनकी बहन शमिता शेट्टी उनकी मां और परिवार के अन्य सदस्य बच्चों सहित इस हेलिकॉप्टर से केदारनाथ को रवाना हुए। इससे पहले रुद्राक्ष एवियशन के प्रबंधक पीके छाबरी द्वारा पुष्प कुछ देकर उनका स्वागत किया गया।
शिल्पा शेट्टी और उनका परिवार यहां होटल से छह गाड़ियों में सवार होकर जौलीग्रांट हेलीपैड पहुंचे। जिनमें से एक कार से शिल्पा शेट्टी भी हेलीपैड पहुंची। यहां से सभी लोग केदारनाथ को रवाना हुए।

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