दिनेश अग्रवाल कांग्रेस से छह साल के लिए निष्कासित, शनिवार को छोड़ी थी पार्टी ।
देहरादून। पहाड़ो की गूंज ब्यूरो ।
चुनाव प्रचार के दौरान भी कांग्रेस को लगातार राजनीतिक झटके लग रहे है। एक के बाद एक कांग्रेसी दिग्गज भाजपा का दामन थाम रहे है। जिससे कांग्रेसियों में हताशा और निराशा का माहोल है। जिसका प्रतिकूल प्रभाव चुवान प्रचार पर भी पड़ रहा है। उत्तराखंड कांग्रेस की अनुशासन समिति ने पूर्व मंत्री एवं पीसीसी सदस्य दिनेश अग्रवाल और नगर निगम पार्षद राजेश परमार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि दिनेश अग्रवाल और राजेश परमार लंबे समय से पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं, जिसे पार्टी नेतृत्व ने गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। उन्होंने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक भी थे।जब उनसे भाजपा ज्वाइन करने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही कुछ खबर मिलेगी। बताया जा रहा कि जल्द ही वह कार्यकर्ताओं संग भाजपा ज्वॉइन कर सकते हैं।
सोमवती अमावस्या के लिए धर्मनगरी में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब ।
हरिद्वार।
सोमवती अमावस्या सोमवार आठ अप्रैल को है। इसके चलते वीकेंड पर धर्मनगरी हरिद्वार में देश के कई राज्यों की भीड़ उमड़ रही है। रविवार को सुबह से ही भीड़ में और बेतहाशा वृद्धि हो गई। बड़ी संख्या में पर्यटकों के आगमन से यहां होटल, आश्रम और धर्मशाला सब पूरी तरह पैक हो चुके हैं। सोमवती अमावस्या को लेकर हालांकि जिला प्रशासन ने 29 जोन और 39 सेक्टर में बांटकर सोमवती अमावस्या को संपन्न करने का पूरा प्लान तैयार किया है। भारी संख्या में श्रद्धालुओें के पहुंचने से यहां वाहनों का भी भारी दबाव हो गया है। हाईवे पर सुबह से ही जाम की स्थिति बनी हुई है। यही नहीं नजीबाबाद से आने वाले वाहनों के लिए पंजाब और हरियाणा से आने वाले वाहनों के लिए अलग व्यवस्था की है। साथ ही सिडकुल क्षेत्र से आने वाले वाहनों के लिए अलग व्यवस्था की गई है । वाहनों का दबाव बढ़ने पर ऑटो विक्रम व ई रिक्शा को डायवर्ट किया जाएगा। लेकिन अभी हालात जस के तस हैं। रविवार की भीड़ ने पूरे संकेत दे दिए कि सोमवती अमावस्या के दिन यहां क्या हाल होगा । बता दें कि इस बार सोमवती अमावस्या का स्नान बहुत ही दुलर्भ संयोग के साथ पड़ा है। इंद्र योग में इस दिन स्नान, दान करने से पितृ तो प्रसन्न होते ही हैं उनका आशीर्वाद बना रहता है। अमावस्या तिथि आठ अप्रैल की सुबह तीन बजकर 31 मिनट पर शुरू होगी और इस तिथि का समापन इसी दिन मध्य रात्रि 11 बजकर 50 मिनट पर होगा।
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