त्रकार साथियों को सादर नमस्कार जय बद्रीविशाल
देहरादून कल खबरों में चीन में जनता कोरोना बीमारी से देश मे लोक डाउन के अंदेशा से जनता मोलो में घुसने के लिए भगदड़ हो रही थी।
हम 72 वर्ष की उम्र में कोरोना बीमारी में काली हल्दी से ठीक हुए हैं।
आपसे अनुरोध है कि देश के बचो में फाष्ट फ़ूड खाने से उनकी ह्यूमिनेटी घट रही है ।आज कोरोना,हार्ट, सुगर, गंठिया वायु ,मिर्गी ,कैंसर जैसे रोगों का चलन बढ़ रहा है। स्वस्थ बच्चों के जीवन से स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण होता है।
इसके लिए पत्रकार साथियों को अपने ,प्रिन्ट ,इलेक्ट्रॉनिक, सोसियल मीडिया के माध्यम से पौष्टिक ,ओषदीय गुणों से भरपूर (गूगल पर इन फसलों के गुण की जानकारी आप लेकर , उसको समय समय पर प्रकाशित कर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का धर्म का पालन करना है )
1-काला धान, 2-काल गेहूँ,3-काली हल्दी, 4-काला अदरक, 5-काला आलू की फसल को साधारण गेहूं,धान की फसल पैदा हो रही है ।उस प्रकार से कृषि जीन्स की तरह सरकारी जीन्स में घोषित किया जाय ।कोरोना काल मे कृषि क्षेत्र का अच्छा प्रदर्शन रहा है।
ताकि इन फसलों का मिनिमम सपोर्ट प्राइज ,अनुदान, फसल बीमा की सुविधाएं मिल सके।इनके उत्पादन बढ़ानेसे देश स्वास्थ्य ,रोजगार की दृष्टि से समृद्ध जहां कुछ वर्षों के बाद बनेगा ,वहीं इसके उत्पादन के निर्यात से विदेशी मुद्रा का भंडार बढ़ेगा,जो अन्य जरूरतों की पूर्ति के साथ साथ देश का विदेशी कर्ज उतारने के लिए काम आएगा।
इन जीन्स के प्रयोग से बीमारी शरीर मे घुस नहीं सकती है पत्रकार साथियों को देश हित के लिए सरकार तक अपनी जन हित तब तक पहुंचा ने के लिए लिखते रहें जब तक लागू नहीं करते हैं। -जीतमणि पैन्यूली संपादक