हल्द्वानी। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना महामारी नियंत्रण में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। सरकार फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी मदद नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि विधायक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और एंबुलेंस खरीदने के लिए विधायक निधि से 1 करोड़ दे रहे हैं। उन्होंने भी खुद विधायक निधि से एक करोड़ रुपए जारी किए हैं। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोरोनाकाल में सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। अस्पतालों में मरीजों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। अस्पतालों में ऑक्सीजन तक नहीं मिल पा रहा है और न इंजेक्शन और दवाइयां मिल पा रही हैं। यहां तक कि प्राइवेट अस्पताल में इलाज के नाम पर जमकर मरीजों से लूटपाट की जा रही है। लेकिन सरकार इस पर नियंत्रण लगाने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। इंदिरा हृदयेश ने कहा है कि वह मुख्यमंत्री से दो बार बात कर चुकी हैं। जिससे उन्होंने सीएम से हल्द्वानी की स्वास्थ्य सुविधाएं पर ज्यादा बजट उपलब्ध कराने की मांग कर चुकी हैं। हल्द्वानी कुमाऊं का मुख्य द्वार है और यहां पर सबसे ज्यादा महामारी फैली हुई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स को सरकार द्वारा कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स को भी उचित सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
उत्तरकाशी :- मानवता का परिचय देते हुये पुलिस ने कोरोना से संक्रमित मृत व्यक्ति का किया अन्तिम संस्कार ।
Sun May 9 , 2021
उत्तरकाशी :- मानवता का परिचय देते हुये पुलिस ने कोरोना से संक्रमित मृत व्यक्ति का किया अन्तिम संस्कार । उत्तरकाशी :- ( मदनपैन्यूली) पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी के दिशानिर्देशन में कोरोना काल के दौरान गरीब,असहाय,बीमार एवं सीनियर सिटीजन एवं जरुरतमंद लोगों की किसी भी प्रकार की सहायता को उत्तरकाशी पुलिस लगातार […]

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ब्रेकिंग न्यूज़ उत्तरकाशी के पुरोला को जिला बनाओजिला मुख्यालय पुरोला से 150 से 200 किमी की दूरी में होने से उन्हें काफी सारी परेशानीयों का सामना करना पड़ता है। -स्थानीय लोगों को हर छोटी या बड़ी समस्या के लिये इतना लम्बा सफर तय करना पड़ता है। -जिला मुख्यालय से दूर होने के कारण वहां के विकास पर ध्यान नहीं दिया जाता है। -उनका कहना है कि पुरोला को जिला बनाने से यह सारी परेशानी खत्म हो जाएंगी। अलग जिला बनाने की मांग क्षेत्रवासियों ने बताया कि 24 फरवरी 1960 में उत्तरकाशी जिला टिहरी से अलग हुआ था। उस समय रवांई परगना उत्तरकाशी जिले में शामिल किया गया था। यह क्षेत्र बड़कोट, पुरोला, नो गांव, मोरी तहसील के अंदर आता है। 1960 में रवांई के लोगों ने अलग जिले की मांग शुरू कर दी थी। उसके बाद उत्तराखंड राज्य बनने के बाद पृथक जिले की मांग और तेज हुई, जिसके चलते सरकार ने राज्य के 4 नए जिलों की घोषणा में यमुनोत्री को जिला बनाने की बात कही थी। जिससे पुरोला के लोग भड़क गए और तब से लगातार पुरोला को जिला बनाने की मांग की जा रही है।
Pahado Ki Goonj July 31, 2018