वन सरपंचों को मिले सुविधा, वनअग्नि सुरक्षा में सहयोग का भरोसा
बड़कोट।( मदन पैन्यूली) अपर यमुना वन प्रभाग के तत्वावधान में वन सुरक्षा गोष्ठि का वन चेतना केन्द्र में आयोजन किया गया जिसमें यमुनोत्री रेंज , कुथनौर रेंज , रवाई रेंज , नौगांव रेंज सहित मुगरसन्ती रेंज के अन्तर्गत आने वाले सभी वन संरपचों को अग्नि सुरक्षा की जानकारी के साथ सरपंचों के अधिकारों की विस्तृत जानकारी दी गयी । गोष्ठि की अध्यक्षता करते हुए प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप कुमार ने कहा कि फायर सीजन में उत्तराखण्ड में वन क्षेत्रों में आगजनी की घटनायें आये दिन होती रहती है , वन विभाग अपने संसाधनों से आग पर काबू पाने के लिए हर सम्भव प्रयास करता है परन्तु बिना ग्रामीणों की मद्द से आगजनी की घटनाओं को रोक पाना सम्भव नही है । उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में वन पंचायत समिति का गठन किया हुआ है और सभी जगह वन सरपंच कार्य कर रहे है उन्होने सभी वन सरपंचों से वनो को आगजनी से बचाने के लिए आहवान किया और सभी का सहयोग लिये जाने की बात गोष्टि में रखी । वन सरपंच अतोल सिंह चैहान , जगमोहन सिंह रावत , त्रेपन सिंह , जितेन्द्र नेगी आदि का कहना है वन सरपंचों के साथ गांव में समितियों का गठन हो रखा है , वन सरपंचों को सुविधा के नाम पर सरकार द्वारा कुछ भी नही मिल पा रहा है , वन विभाग द्वारा आयोजित गोष्ठि में आने जाने की सुविधा तक नही है । उन्होने सरकार से मांग की कि ग्राम प्रधानों की भांती वन सरपंचों को भी वेतन के साथ यातायात भत्ता दिया जाय। उन्होने गोष्ठि में वन विभाग को वनों की सुरक्षा और आगजनी से बचाने का भरपूर सहयोग किये जाने का आहवान किया। वन सरपंचों ने कहा कि सरकार वन क्षेत्रफल के आधार पर बजट का आंवटन करती है इसके लिए जिस ग्राम के पास कम क्षेत्रफल दिखाया गया है वहां पर बजट की राशी कम रखी जाती है जबकि क्षेत्र अधिक होता है इसके लिए वन विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम गठित कर सर्वे किये जाने पर जोर डाला ताकी वन सरपंचों के क्षेत्र फल को बढाने का कार्य हो सकें । इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप कुमार, रंेज अधिकारी कुथनौर गम्भीर सिंह , रेंजअधिकारी रंवाई श्रीमती सन्दीपा शर्मा , रेंज अधिकारी नौगांव साधु लाल , रेंज अधिकारी नौगांव कन्या प्रसाद बेलवाल, रेंज अधिकारी यमुनोत्री अशोक कुमार सहित 40 से अधिक सीमान्त गांव से पहुचें हुए वन सरपंच मौजूद थे।