उत्तराखंड के संस्कृत कर्मियों ने हिंदी भवन में शहीद जवानों को दी भावभीनी श्रद्धांजलि
देहरादून : हिंदी भवन में उत्तराखंड के सांस्कृतिक कलाकारों ने एवं समाज कर्मियों ने पुलवामा घाटी में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की| श्रद्दांजलि सभा के माध्यम से राष्ट्र के शहीद जवानों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई और कहा कि उत्तराखंड देव भूमि के लोग सभी संस्कृत कर्मी समाजसेवी अपने शहीद परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं| इस अवसर पर कहा गया कि राष्ट्र की रक्षा के लिए यदि पुकारा जाएगा तो उत्तराखंड के बेटे अपनी शहादत देने के लिए सदैव आगे आएंगे| इस अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भागीदारी करने वालों में *संस्कृत कर्मी राजेंद्र चौहान, प्रसिद्द गढ़वाली गीतकार नरेंद्र सिंह नेगी राज्य मंत्री घन्ना गंगोडिया, पूर्व सैनिक पीसी थपलियाल, पत्रकार वेद बिलास उनियाल, डॉक्टर आरके नागर, मनोज सिंह बिष्ट, पत्रकार मनोज इस्टवाल, डीएवी महाविद्यालय के पूर्व महासचिव सचिन थपलियाल, आरटीआई कार्यकर्ता मनोज ध्यानी, गैरसैंण अभियानकर्मी लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, अनिल प्रसाद चमोली, दीपा सती, चमोली देवानंद कमेडी, चमोली से गोविंद सिंह बिष्ट, सहसपुर से कुलदीप सिंह सैनी, श्रीमती रेणु देवी, श्रीमती विद्या देवी, जय देव भट्टाचार्य, कुमारी शीला रावत, मनोज सिंह नेगी, मनोहर सिंह नेगी, शमशेर सिंह भंडारी, मनोहर सिंह, रंजना जोशी, रोहित चौहान, शिव भजन, ब्रह्मानंद डालाकोटी, मनोज कुमार बडोला, बलवीर सिंह, मनोज दास, अंकित बडोनी, विकास उनियाल, सौरव मैठानी, सौरव चौहान, सोहन चौहान, विलास नेगी, दीपक कुमार, अजय सिंह, अनिल बिष्ट, किरण उनियाल, मिनी उनियाल, शांति उनियाल, गिरीश सेमवाल, अब्बू रावत* आदि उपस्थित रहे|