HTML tutorial

उत्तर प्रदेश की खबरें

Pahado Ki Goonj

फैजाबाद की खबरें

90 मिनट की होगी अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा, 28 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से झुनझुनवाला पीजी कॉलेज कैंपस में होगा एग्जाम,

फैजाबाद
मिर्गी रोग के मरीजों के लिए अच्छी खबर ,अब रोगियों को 10 मिनट पहले ही दौरा आने की सही जानकारी हो जाएगी, इससे रोगियों के साथ विभिन्न स्थानों पर होने वाली दुर्घटनाओं से बचाया जा सकेगा, अवध विद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ गीतिका श्रीवास्तव ने शोध करके बनाया संयंत्र,

फैजाबाद
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती शुरू हुई दो दिवसीय लिखित परीक्षा के पहले दिन 3520 अभ्यार्थी रहे गैर हाजिर, आज दो पालियों में बैठेंगे 30000 अभ्यर्थी ,सुरक्षा के व्यापक इंतजाम गए किए ,

फैजाबाद
भारत निर्वाचन आयोग के आदेश पर चलाए जा रहे विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के तहत 27 अक्टूबर को चुनाव पाठशालाएं आयोजित की जाएंगी,मतदेय स्थलों पर 28 अक्टूबर को विशेष अभियान दिवस का आयोजन होगा ,जानकारी दी उप जिला निर्वाचन अधिकारी व सीआरओ पी डी गुप्ता ने,

फैजाबाद
टैक्स चोरों पर वाणिज्य कर की पैनी नजर ,दीपावली के मद्देनजर एसआईवी का चलेगा विशेष अभियान,
 बलराम यू पी

*चार मुन्ना भाई को यू पी एस टी एफ ने दबोच कर भेजवाया सलाखों के पीछे*

यूपी के बलरामपुर जिले में एसटीएफ ने बेसिक शिक्षा विभाग में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। एसटीएफ की जांच में 3 शिक्षक ऐसे मिले जो दूसरों लोगों के नाम पर नौकरी कर रहे थे। वहीं, एक शिक्षक के दस्तावेज फर्जी मिले। जिसके बाद एसटीएफ ने इन सभी शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया और बलरामपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा कर सभी को जेल भेजवा दिया है।
हम आपको बता दें कि सुरुवाती जानकारी के अनुसार इस फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड यूपी के मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर का बताया जा रहा है।

मामला वर्ष 2009 से जुड़ा है। विशिष्ट बीटीसी भर्ती के दौरान चारों शिक्षकों की भर्ती हुई थी। बाद में प्रमाण पत्रों की जांच के दौरान अनियमितता मिलने पर इनको 1 वर्ष पूर्व बर्खास्त भी करके वेतन को रोक दिया गया था और जांच जारी थी। इनमें 3 शिक्षक दूसरे के नाम पर नौकरी कर रहे थे, जबकि एक शिक्षक के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। गिरफ्तार शिक्षको में (1) विंदेश्वरी प्रसाद तिवारी जो शशिकेश के नाम पर नौकरी कर रहे थे।
(2) शम्भू शरण पांडेय निवासी गांधी नगर जिला बस्ती – ये सौरभ पांडेय के नाम पर नौकरी कर रहे थे। (3) मनोज कुमार यादव निवासी दुबौली जनपद महराजगंज जो कि संजय यादव के नाम पर नौकरी कर रहे थे।
(4) जीवन ज्योति शुक्ला भी अभिलेख जांच के दौरान फर्जी पाए गए थे।

पूछताछ के दौरान गिरफ्तार शिक्षकों ने एसटीएफ को बताया है कि ‘मनोज जायसवाल’ नाम का शख्स पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड है जो कि गोरखपुर जिले का रहने वाला है। एसटीएफ ने गिरफ्तार शिक्षकों को स्थानीय पुलिस को सुपुर्द कर कोतवाली नगर में संबंधित धाराओं में केस दर्ज कराकर जेल भेजवा दिया है।
पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि एसटीएफ ने जांच पड़ताल कर 4 फर्जी शिक्षकों को अरेस्ट किया है। इन शिक्षकों में 2 पर एक माह पहले एफआईआर कराई गई थी। शेष पर आज एसटीएफ ने मामला दर्ज कराई है।

महेंद्र मणि पाण्डेय
( मुम्बई )

Next Post

चांद भी क्या खूब है

*चांद भी क्या खूब है,* *न सर पर घूंघट है,* *न चेहरे पे बुरका,* *कभी करवाचौथ का हो गया,* *तो कभी ईद का,* *तो कभी ग्रहण का* *अगर* *ज़मीन पर होता तो* *टूटकर विवादों मे होता,* *अदालत की सुनवाइयों में होता,* *अखबार की सुर्ख़ियों में होता,* *लेकिन* *शुक्र है आसमान […]

You May Like