मनमोहन सिंह को मिला सबसे शक्तिशाली पीएम का अवार्ड, पढ़ि ए खबर*
भारत के अब तक के सर्वाधिक शिक्षित प्रधानमंत्री रहें डॉ मनमोहन सिंह को भाजपा भले हीं कमजोर पीएम कहकर ताना मारती हो लेकिन जापान जैसे विकसित देश ने उनकी उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें शक्तिशाली पीएम के खिताब से नवाजा है. इस देश में प्रधानमंत्री कई हुए. सबकी अपनी अपनी कुछ न विशेषता रही. सबने अपने अपने तरीके से देश को आगे ले जाने के लिए काम किया लेकिन डॉ मनमोहन सिंह नाम है एक ऐसे व्यक्तित्व का जिसने बेहद खामोशी से बिना शोर मचाए हुए भारत को विकसित बनाने के विजन पर काम किया
देश में उनके आलोचक और विरोधी उनपर चुपचाप रहने, खामोश रहने और किसी के इशारे पर चलने का आारोप लगाते रहें लेकिन उन्होंने बिना संयम खोए, अपने निर्धारित लक्ष्य के लिए काम करते रहें. यही कारण है कि जापान जैसे समृद्ध देश ने उनके योगदान को देखते हुए अपने देश के सबसे बड़े पुरस्कार द ग्रैंड कॉर्डन ऑफ द ऑर्डर ऑफ पॉआलोनिया फ्लाअर्स से सम्मानित करने का फैसला किया.
*1.यह पुरस्कार पाने वाले प्रथम भारतीय*
यह जापान सरकार का सबसे बड़ा डॉ मनमोहन सिंह जापान सरकार की ओर से पाने वाले इस पुरस्कार के न सिर्फ सबसे पहले प्रधानमंत्री वरन सबसे पहले भारतीय होंगें. जापान सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मनमोहन से अपने 10 साल के कार्यकाल में जापान और भारत के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. दोनों देशों से तकनीक के आदान प्रदान में भारत ने अपने सभी वायदों को मजबूती से निभाया है.
मनमोहन ने अपनी विदेश नीति के तहत दोनों देशों के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार की कोशिशें भी की है. जापान सरकार न यह भी कहा कि न सिर्फ अपने प्रधानमंत्री रहते बल्कि उसके पूर्व नौकरी के दौरान भी मनमोहन ने कई चुनौतीपूर्ण दायित्वों को अंजाम दिया है. यह अपने आप में बेमिसाल है. जापान ने कहा कि मनमोहन और जापान का संबंध सिर्फ 10 सालों के प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल का नहीं है बल्कि पिछले 35 सालों का है जब मनमोहन बतौर नौकरशाह भारत के लिए काम किया करते थें.
*2.मनमोहन महसूस कर रहे गौरवान्वित*
इस पुरस्कार को प्राप्त करने के बाद मनमोहन ने कहा कि जापान सरकार की ओर से इस पुरस्कार को प्राप्त करने के बाद मैं खुद को बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. मनमोहन ने जापान सरकार के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि जापान सरकार ने भारत सरकार के साथ साझा विजन के तहत एक अहम मुकाम हासिल किया है.
*3.मनमोहन सिंह के नाम पर मिलती है छात्रवृत्ति*
पूरे भारतीयों के लिए यह किसी गर्व से कम नहीं कि जिस ब्रिटेन ने उन पर 200 साल तक शासन किया, अपना गुलाम बनाए रखा, उसकी सबसे पुरानी और सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी ऑक्सफोर्ड में भारत के एक पूर्व पीएम के नाम पर स्कॉलरशीप प्रोग्राम चलता है. इस प्रोग्राम के तहत इकॉनॉमिक्स के रिसर्च स्कॉलर्स को भारतीय मुद्रा के हिसब से 50 हजार रुपये प्रतिमाह की दर से छात्रवृत्ति दी जाती है. इस स्कॉलरशीप प्रोग्राम का नाम डॉ मनमोहन सिंह स्कॉलरशीप प्रोग्राम है !