यमुनोत्री धाम के लिए ओजरी से सयाना चट्टी के लिए बनाया गया वैकल्पिक मार्ग तीसरे विकल्प के रूप में मौजूद रहेगा लेकिन कैसे सरकारी धन को कैसे, विकल्प के नाम पर फिजूल खर्च किया जाता है इसका एक बेहतर उदाहरण है NH 94 के डेंजर जोन बने डबरकोट का बनाया गया वैकल्पिक मार्ग,
सरकारी धन को कैसे विकल्प के नाम पर फिजूल खर्च किया जाता है इसका एक बेहतर उदाहरण है
NH 94 के डेंजर जोन बने डबरकोट का बनाया गया वैकल्पिक मार्ग, जो बनाया तो गया है यमुनोत्री धाम के लिए वाहनों की आवाजाही के लिए लेकिन इसमे प्रवेश करना आसान नही है
यमुनोत्री धाम के लिए ओजरी से सयाना चट्टी के लिए बनाया गया वैकल्पिक मार्ग तीसरे विकल्प के रूप में मौजूद रहेगा लेकिन कैसे? चलिए इस तीसरे विकल्प की हकीकत दरअसल पिछले यात्रा काल के दौरान जब यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले NH 94 डबरकोट के पास से पहाड़ दरकने लगा तो तो लगातार यह मार्ग 18 दिनों तक बंद रहा
, मार्ग बंद के चलते दर्जनों वाहनों यमुनोत्री की ओर फस गयी जिन्हें निकालने और यात्रा सुचारू करने के लिए 58 लाख रूपये खर्च कर स्यानाचट्टी पार्किंग से यमुना नदी के किनारे किनारे और किसानो की उपजाऊ भूमि से ओजरी तक ढाई किमी मार्ग तैयार किया गया लेकिन मार्ग के प्रवेश से ही जाने लायक रास्ता ही नही बनाया गया|
वैकल्पिक मार्ग के नाम पर पानी की तरह धन तो खर्च कर दिया गया लेकिन मार्ग में अब तक भी कोई वाहन पार नही कराया गया इतना ही नही किसानो के खेतो से जा रही सडक का भी अब तक कोई भूमि अधिग्रहण कर मुआवजा नही बनाया गया जबकि 58 लाख रूपये खर्च कर अब सीएम की घोषणा पर दुसरे मार्ग की स्वीकृति जिला प्रशासन द्वारा कराई जा रही है