मुख्यमंत्री ने नम आंखों से दी उत्तराखंड के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि
*वीर सपूतों के बलिदान को याद कर भावुक हुए मुख्यमंत्री*
*इस दुख की घड़ी में संपूर्ण देश व प्रदेश शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा है*
*सैन्यभूमि उत्तराखण्ड वीर सैनिकों को जन्म देने वाली भूमि है-मुख्यमंत्री*
जम्मू के कठुआ में शहीद हुए उत्तराखंड के पांच जवानों के पार्थिव शरीर मंगलवार को जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पांचों शाहिद जवानों के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर संपूर्ण राज्य की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अपने वीर सपूतों के बलिदान को याद कर मुख्यमंत्री भावुक नज़र आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए माँ भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माँ भारती की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध हमारे वीर जवानों का यह सर्वाेच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस कायरतापूर्ण हमले के दोषी, मानवता के दुश्मन आतंकवादी किसी भी क़ीमत पर बख्शे नहीं जाएँगे और इनको पनाह देने वाले लोगों को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे। सैन्यभूमि उत्तराखण्ड वीर सैनिकों को जन्म देने वाली भूमि है। यहां के जवानों ने सदैव माँ भारती की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपने राष्ट्रधर्म का निर्वहन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे शहीद जवानों का नाम भारत हमेशा याद रखेगा। संपूर्ण राज्य को अपने बेटों व भाइयों पर गर्व हैं। पांचों वीर जवान हमारे परिवार के सदस्य हैं। इस दुख की घड़ी में संपूर्ण देश व प्रदेश शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा है।
इस अवसर पर सांसद त्रिवेंद्र रावत, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, प्रेमचंद्र अग्रवाल, विधायक बृजभूषण गैरोला, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव दीपेंद्र चौधरी, जिला आधिकारी सोनिका, मेजर जनरल आर. प्रेम राज, ब्रिगेडियर संजोग नेगी, कर्नल साकेत उनियाल, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।आगे पढ़ें
*मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत के टनकपुर,बनबसा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय व हवाई निरीक्षण किया। बाढ़ प्रभावितों से मिले और उनकी समस्याएं सुनी*
*अतिवृष्टि से हुए नुकसान का शीघ्रता से आंकलन कर मुआवजा राशि वितरित करें-सीएम*
*क्षतिग्रस्त सरकारी परिसमपत्तियों के नुकसान का शीघ्रता से आंकलन कर प्रस्ताव शासन को भेजें।*
*प्रत्येक प्रभावित को हुई क्षति का मुआवजा मिले, यह सुनिश्चित किया जाय*
*अधिकारी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर कैम्प कर राहत कार्यों को तेजी से सम्पन्न कर, धरातल पर कार्य करें*
*अतिवृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट अविलंब शासन को उपलब्ध कराएं अधिकारी*
*मानसून काल में अधिकारियों, कर्मचारियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी*
*पूर्णागिरि आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कराएं दर्शन*
*शारदा नदी से हो रहे भू-कटाव को रोकने के लिए उठाए जाएं शीघ्र उचित कदम*
*टनकपुर किरोड़ा नाले के स्थाई उपचार व डायवर्जन का यथाशीघ्र बनाया जाए स्थाई प्रस्ताव व समाधान*
*टनकपुर बनबसा में प्रस्तावित ड्रेनेज सिस्टम शीघ्र धरातल पर उतारेगी सरकार*
*जनपद के आला अधिकारी मानसून काल में अतिवृष्टि की मौके पर जाकर करें मॉनिटरिंग*
*एनएचपीसी के अधिकारियों को दिए निर्देश, कहा- अलर्ट जारी करने के बाद ही नदी में छोड़ें पानी*
विगत दिनों में हुई भारी बारिश के चलते जनपद चंपावत में हुए नुकशान के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में जल भराव से हुए नुकशान व प्रभावितों से माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी टनकपुर व बनबसा पंहुचे और अधिकरियों से हुए नुकसान की जानकारी लीं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी व अधिकारियों से आपदा के कारण हुए क्षति, नुकसान की जानकारी ली और आश्वस्त किया की भारी बारिश के कारण प्रभावित लोगों को जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जायेगी, जिस हेतु उन्होंने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत एवं जिलाधिकारी नवनीत पांडे को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल प्रभावितों को सहायता राशि वितरित करने के साथ ही रिस्टोरेशन के कार्य तत्परता से किए जाय व समय समय पर किए जा रहे कार्यों एवं प्रस्तावित कार्यों की मॉनिटरिंग करें। अपने भ्रमण के दौरान मा.मुख्यमंत्री ने सैलानीगोठ, शारदा घाट पहुंचकर जल भराव के साथ ही अन्य प्रकार से प्रभावित लोगों से वार्ता कर भरोसा दिलाया कि सरकार इस आपदा की घड़ी में प्रभावित लोगों की सहायता हेतु प्रतिबद्ध है। *शारदा घाट में स्थानीय लोगों ने माननीय मुख्यमंत्री को बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा किए गए कार्यों के कारण क्षेत्र में नुकसान कम हुआ है,जिसके लिए उन्होंने मा.मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया तथा मांग की कि इसी प्रकार के बाढ़ सुरक्षा के कार्य अन्य स्थानों में भी कराए जाय*। इस दौरान मा.मुख्यमंत्री ने टनकपुर, बनबसा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया,तत्पश्चात अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र ही बाढ़ से प्रभावित़ क्षेत्रों, परिवारों को हुई क्षति व नुकसान की जानकारी लेते हुए प्रभावितों को तत्काल राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात कर कहा कि इस संकट में सरकार प्रभावित लोगों को हर सम्भव मदद पहुचाने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार लोगों को हुए नुकसान की भरपाई करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि भारी बारिश के चलते जनपद में हुए सरकारी परिसम्पत्तियों का आंकलन शीघ्र तैयार कर उसके भरपाई हेतु प्रस्ताव अविलम्ब तैयार कर शासन को भेजें, ताकि सरकारी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई शीघ्र की जा सकें। उन्होंने सभी सड़क मार्ग निर्माण संस्थाओं को निर्देश दिये कि जैसे ही सड़क मार्ग अवरूद्ध होने की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल सड़क मार्ग को खोलते हुए सुचारू करने हेतु कार्य करें, ताकि किसी भी यात्री को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने टनकपुर, बनबसा मैदानी क्षेत्रों में जहा-जहा जल भराव हुआ है वहा से पानी की निकासी की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
माननीय मुख्यमंत्री ने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेंत्रों में जो ड्रेनेज की समस्या के स्थाई समाधान हेतु धनराशि अवमुक्त कर दी जायेगी, जिससे यहा के लोगों को ड्रेनेज की समस्या से निजात मिल जायेगा।
उन्होंने सिचाई विभाग को किरोड़ा नाला के डाईवर्जन के लिए बृहद कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये, ताकि किरोड़ा नाला का पानी आबादी क्षेत्र में ना जाये और लोगों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो भी नालियां चोक हुई हैं उन्हें तत्काल खोलने की कार्यवाही करें और कही भी चोक नालियों की वजह से जल भराव की स्थिति न आये। साथ ही सड़कों पर आये मलवा, बोल्डर आदि के निस्तारण की कार्यवाही तुरन्त करने के निर्देश सड़क निर्माण विभागों के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा किरोड़ा पुल से लेकर बाटनगाढ़ तक यदि मलवे आदि के कारण मार्ग अवरूद्ध हो तो उसके तत्काल खोलने की कार्यवाही करें ताकि मॉ पूर्णागिरि के दर्शन हेतु आये श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने जल संस्थान एवं विघुत विभाग को निर्देश दिये कि पानी एवं विद्युत की व्यवस्था चौबिसों घण्टे सुचारू रखने हेतु कार्य कर लें। उन्होंने कहा कि विगत दिनों से हुए भारी बारिश के कारण जो भी नुकसान हुआ है उसके तत्काल आंकलन हेतु समय आ गया है कि अधिकारी शीघ्र ही मौके पर जाकर हुए नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें और लोगों की समस्याओं का समय से समाधान करें।
इस दौरान जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने बताया कि भारी बारिश के दौरान सोमवार तक जनपद में 01 जनहानि, 17 गाय तथा 43 बकरियों की हानी हुई है, 02 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त तथा 42 भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुए।
उन्होंने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेत्र में जल भराव से प्रभावित परिवारों को राहत शिविर एवं उनके रिश्तेदारों के वहा पहुंचाया गया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा शारदा नहर पर बने सिल्ट इंजेक्टर क्षेत्र का भी निरीक्षण किया तथा महाप्रबंधक एनएचपीसी को आवश्यक निर्देश दिये।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल महरा, विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार, भाजपा प्रदेश मंत्री हेमा जोशी, आयुक्त कुमाऊँ दीपक रावत डीआईजी योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, सीडीओ संजय कुमार सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि,ग्रामीण आदि मौजूद रहे।आगे पढ़ें
*मानसिक रोगग्रस्त बच्चों और किशोरों का होगा
– *बंगलुरू के निमहांस और दून मेडिकल की टीम कर रही सर्वे*
– *पिथौरागढ़ में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम नमन की शुरुआत*
देहरादून। सरकार प्रदेश में मानसिक रोग के शिकार बच्चों और किशोरों पर सर्वे कर रही है। यह सर्वे राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के तहत दून मेडिकल कालेज और बंगलुरू स्थित प्रख्यात नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेंस (निमहांस) की टीम कर रही है।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार का कहना है कि मानसिक रोगियों सर्वे का उद्देश्य बच्चों की मानसिक रोगों के कारण और उनका निदान करना है। उन्होंने बताया कि सरकार मानसिक रोग से ग्रसित लोगों के समुचित इलाज और उनके अधिकारों को लेकर संकल्पित है।
प्रदेश में मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के तहत 107 सरकारी, गैर सरकारी मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के अलावा नशा मुक्ति केन्द्र पंजीकृत हैं। राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण एवं मानसिक स्वास्थ्य पुर्नाविलोकन बोर्ड समय-समय पर इन केंद्रों का औचक निरीक्षण करते हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी केंद्र मानसिक रोगियों के साथ मानकों का उल्लंघन न करें।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार के अनुसार मानसिक रोगियों को अच्छा उपचार देने के साथ ही उनके अधिकारों को भी संरक्षित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निमहांस और दून मेडिकल की टीम प्रदेश के किशोरों और बच्चों में आटिज्म, बुद्धिमता का अभाव और आम मानसिक विकारों को लेकर सर्वे कर रही है। इसके तहत निमहांस ने पिथौरागढ़ में नमन नाम से मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है। यहां मेडिकल स्टाफ को मानसिक रोगों के मद्देनजर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि सेलाकुई में स्थित मानसिक स्वास्थ्य संस्थान को उच्चीकृत कर 100 बेड का मानसिक अस्पताल बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। नैनीताल के गेठिया में 100 शैय्यायुक्त मानसिक चिकित्सालय बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समाज कल्याण विभाग दो पुनर्वास केन्द्रों का निर्माण की कार्रवाई गतिमान है।
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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ पत्रकार श्री एस एम ए काजमी की माता जी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी ने भी श्री एस एम ए काजमी की माता जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।आगे पढ़ें
केदारनाथ से भाजपा विधायक श्रीमती शैलारानी रावत के निधन
की दुखद खबर,लंबे समय से बीमार चल रही शैलारानी रावत ने बीती रात को देहरादून के अस्पताल में अंतिम सांस ली।वो 68 वर्ष की थी,उनकी एक बिटिया है, शैलारानी रावत दूसरी बार केदारनाथ से विधायक निर्वाचित हुई थी,पहले वो कांग्रेस से विधायक रही फिर बीजेपी में शामिल होकर 2022 में पुनः बीजेपी से विधायक बनी,वो एक अध्यापिका रही,फिर वो प्रधानाध्यापक रही,उनका अगस्त्यमुनि में एक निजी स्कूल भी है,ब्लॉक प्रमुख अगस्त्यमुनि से लेकर जिला पंचायत रुद्रप्रयाग और फिर विधायक का सफर उन्होंने तय किया,पिछले कुछ दिनो से वो अस्पताल में काफी सीरियस थी,उन्हे डॉक्टरों ने वेंटीलेटर पर रखा था बीती रात लगभग साढ़े 10 बजे उनका निधन हो गया,उनका निधन बीजेपी परिवार सहित सम्पूर्ण रुद्रप्रयाग जनपद व उत्तराखंड के लिए बड़ी क्षति है,ईश्वर दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों और उनके सभी समर्थकों ,उनके प्रियजनों,शुभचिंतकों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शान्ति शान्ति।
चंद्रशेखर पैन्यूली