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शिव की भूमि से जीतेंगी पार्वतीः धामी बागेश्वर के ग्वालदम में जमकर बरसे सीएम बोले- जानिए अन्य समाचार

Pahado Ki Goonj

शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सम्पादक

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बागेश्वर। ग्वालदम में चुनाव प्रचार थमने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी

समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ग्वालदम पहुंचे।

सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने वन विश्राम गृह ग्वालदम मे भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद मीडिया से रूबरू होते हुए सीएम धामी ने कहा कि बागेश्वर उपचुनाव के प्रचार के दौरान उन्होंने गरुड़ और कफलीगैर में जनसभाओं के साथ ही बागेश्वर में जनसम्पर्क किया।
सीएम धामी ने कहा कि शिव की धरती बागेश्वर से पार्वती दास को जिताने का मन बागेश्वर के लोगों ने बनाया है। सीएम धामी ने कहा कि बागेश्वर में पूर्व मंत्री चन्दन रामदास के विकास कार्यों और उनके विजन को साकार करने के लिए भाजपा सरकार तत्पर है। बागेश्वर में पहले ही 200 बेड के अस्पताल की घोषणा सरकार कर चुकी है।
मानसखंड कॉरिडोर में गरुड़ के बैजनाथ मंदिर और बागेश्वर के बागनाथ मंदिर समेत सरयू घाट को जोड़ा जाना प्रस्तावित है। पूर्व मंत्री चन्दन रामदास के विजन और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का कार्य भाजपा कर रही है। ऐसे में विकास के विजन को देखते हुए बागेश्वर की जनता बीजेपी प्रत्याशी पार्वती दास को विधानसभा तक पहुंचाने जा रही है। सीएम धामी ने कहा कि बागेश्वर का चुनाव एकतरफा बीजेपी जीत रही है। कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री धामी देहरादून को रवाना हो गए।

कल है बागेश्वर में मतदान
बागेश्वर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए कल यानी मंगलवार 5 सितंबर को वोटिंग है। बागेश्वर विधानसभा सीट के 1 लाख 18 हजार 225 मतदाता पांच उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। 8 सितंबर को बागेश्वर उपचुनाव का परिणाम घोषित होगा।

 

बागेश्वर उपचुनाव में सीएम धामी के बयान पर कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया
कांग्रेस पार्टी को वोट देना जहर पीने जैसा है’’ बयान ने लिया राजनीतिक रंग
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में चुनाव प्रचार के दौरान दिये गये ‘‘कांग्रेस पार्टी को वोट देना जहर पीने जैसा है’’, वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, भाजपा नेतृत्व बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में अपनी आसन्न हार से भयभीत होकर इस प्रकार की अनर्गल बयानबाजी पर उतर आया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बयान की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे व्यक्ति को बयान देने से पहले अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। कांग्रेस पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है तथा लोकतंत्र में विश्वास करने वाला कोई भी व्यक्ति हार-जीत की चिन्ता नहीं करता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में रहते हुए देश के विकास तथा आम आदमी के हक में कई कार्य किये हैं साथ ही गरीबों के लिए अनेक योजनाओं की नींव डाली है। परन्तु भाजपा सरकार बताये कि उसने देश का साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने तथा जाति-धर्म के नाम पर लड़ाने तथा अपने चहेते कुछ उद्योगपतियों का पोषण करने के अलावा कौन सा ऐसा काम कर दिया जिस पर गर्व किया जा सके।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आज महंगाई, बेरोजगारी, नारी उत्पीड़न तथा भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। आम आदमी को दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जबकि इसके विपरीत कांग्रेस शासन में भोजन व शिक्षा का अधिकार देकर आम आदमी के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कार्य किया गया। कांग्रेस पार्टी शासन में प्रदेश में विकास की अनेक योजनाएं संचालित हो रही थी जो भाजपा नेतृत्व द्वारा बंद कर दी गई हैं। प्रदेश में बेरोजगारों की कतार दिन-प्रतिदिन लम्बी होती जा रही है। भर्तियों के नाम पर अपनों को बंदर बांट तथा भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। करन माहरा ने कहा कि अनर्गल बयानबाजी का बागेश्वर क्षेत्र की जनता 5 सितम्बर को जवाब जरूर देगी।

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स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने रक्तदान कर पेश की नई मिशाल
जनता से की अपील स्वैच्छिक रक्तदान कर मरीजों को जिंदगी बचाने के लिए आगे आएं

देहरादून। राज्य में डेंगू और वायरल संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होने के बाद से ब्लड बैंकों में खून की मांग पहले के मुकाबले लगातार बढ़ने लगी है। आम दिनों के मुकाबले ब्लड बैंक में आजकल ज्यादा ब्लड डोनरों की आवश्यकता पड़ रही है। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार लगातार आम जनमानस से स्वैच्छिक रक्तदान की अपील कर रहे हैं । स्वास्थ्य सचिव का कहना है कि डेंगू और वायरल बुखार के दौरान जिन मरीजों के प्लेटलेट्स कम हो रहे है उन्हें सबसे ज्यादा ब्लड इश्यू किया जा रहा है। इसके कारण ब्लड की मांग लगातार बढ़ रही है। इसलिए हर स्वस्थ्य व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने नजदीकी सरकारी ब्लड बैंक में पहुंचकर रक्तदान करे और दूसरों को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित करे।
ं इस सबके बीच स्वास्थ्य सचिव ने एक जरूरतमंद मरीज के लिए रक्तदान कर एक नई मिशाल पेश की है। स्वास्थ्य सचिव द्वारा रक्तदान कर संदेश दिया कि रक्तदान कर अन्य लोग भी खून की कमी के चलते जिंदगी की जंग लड़ रहे मरीजों को जिंदगी बचाने के लिए आगे आएं। हम सबको मिलकर इस लड़ाई को लड़ना होगा। आम जनता से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान को आगे आयें। स्वास्थ्य सचिव ने कहा रक्त प्रकृति का एक ऐसा अनुपम उपहार है जो वैैज्ञानिक तकनीकों के जरिये प्रयोगशालाओं में नहीं तैयार किया जा सकता है। ऐसे में रक्तदान करने से ही गंभीर मरीजों के लिए रक्त की कमी को दूर किया जा सकता है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा डेंगू से गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को प्लेटलेट चढ़ाने की जरूरत पड़ रही है। बीमारी के दौरान खून में प्लेटलेट की संख्या 20 हजार से कम होने लगे तो खतरा बढ़ जाता है और आम तौर पर डाक्टर अस्पताल में भर्ती होने का सुझाव देते हैं। ज्यादातर अस्पतालों में ब्लड प्लेटलेट की मांग बहुत बढ़ गई है और उसकी उपलब्धता बहुत कम है। इसकी आपूर्ति के लिए जरूरी है कि हम स्वैच्छिक रक्तदान करें जिससे कि गंभीर रूप से बीमार लोगों की जान बचाई जा सके।

 

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जसपुर में पेड़ के नीचे दबने से मजदूर की मौत
पूरनपुर में युवक ने घर में की आत्महत्या

काशीपुर। उधमसिंह नगर जिले के जसपुर कोतवाली क्षेत्र में युवकों की मौत के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। पहला मामला पतरामपुर चैकी क्षेत्र का है। यहां मजदूर की पेड़ के नीचे दबकर मौत हो गई। वहीं दूसरा मामला पूरनपुर क्षेत्र का है। यहां एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है।
जानकारी के मुताबिक पतरामपुर चैकी क्षेत्र के रामनगर वन गांव में आज 4 सितंबर सुबह मजदूर के ऊपर पेड़ गिरने का मामला सामने आया है। पेड़ के नीचे दबकर मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस ने बताया कि रामनगर वन गांव निवासी आदेश कुमार दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था। सुबह वो लकड़ी ठेकेदार के साथ पेड़ काटने के काम पर गया था। बताया जा रहा है कि पेड़ कटान के दौरान ही एक पेड़ उसके ऊपर गिर गया। पेड़ के नीचे बुरी तरह दबने के कारण उसकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इस मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी वंदना वर्मा ने बताया कि अभीतक मृतक के परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आत्महत्या का एक मामला पूरनपुर गांव का है। यहां 18 साल के युवक अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि युवक अपने घर में अकेला था, तभी उसने ये कदम उठाया। पुलिस क्षेत्राधिकारी वंदना वर्मा ने बताया कि अभीतक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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अध्यापकों और गुरुओं का सम्मान करेंः संत राजिन्दर सिंह


देहरादून। आज का दिन हम सब शिक्षक दिवस या टीचर्स डे के रूप में मना रहे हैं। इस दिन हम अपने अध्यापकों और गुरुओं का सम्मान करते हैं। कई शिष्य इस मौके पर अपने अध्यापकों के लिए अनेक तरह के उपहार लेकर जाते हैं। कोई ग्रीटिंग कार्ड बनाकर लेकर जाते हैं तो कोई कुछ अन्य उपहार। इस तरह वे उनके प्रति अपनी श्रद्धा और आभार प्रकट करते हैं।
इस संसार में जब भी हमारे बच्चे यदि कोई विषय सीखना चाहते हैं तो वे एक ऐसे अध्यापक के पास जाते हैं जो उसमें निपुण हो। हम सभी यह अच्छी तरह जानते हैं कि एक अध्यापक की बच्चों के जीवन में बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। उनके मार्गदर्षन में बच्चा न केवल पढ़ना-लिखना सीखता है बल्कि भविष्य में बढ़ा होकर उन्हें क्या बनना है? इसकी जानकारी भी उन्हें अध्यापक के द्वारा ही मिलती है।
इसी प्रकार यदि हम अपने आपको आध्यात्मिक रूप से विकसित करना चाहते हैं तो उसके लिए हमें वक्त के किसी पूर्ण गुरु के चरण-कमलों में जाना होगा क्योंकि एक पूर्ण सत्गुरु अध्यात्म के विषय में निपुण होते हैं। इस धरती पर हर समय केाई न कोई पूर्ण सत्गुरु अवश्य मौजूद होते हैं, जो हमें ध्यान-अभ्यास के द्वारा अपने अंतर में मौजूद प्रभु-सत्ता के साथ जुड़ने में हमारी मदद करते हैं। प्रभु की सत्ता किसी न किसी मानव शरीर के माध्यम से अवश्य कार्य करती है।
जब हम उनके पास जाते हैं तभी हमें पता चलता है कि चैरासी लाख जियाजून में केवल मानव चोले में ही हम अपनी आत्मा का मिलाप पिता-परमेश्वर से करवा सकते हैं, जोकि मानव जीवन का मुख्य उद्देष्य है। वो हमें समझाते हैं कि पिता-परमेश्वर प्रेम के महासागर हैं, हमारी आत्मा उनका अंष होने के नाते प्रेम है और पिता-परमेष्वर को पाने का ज़रिया भी प्रेम ही है।
एक अध्यापक के अंदर शिष्य के जीवन को बदल देने की शक्ति होती है। यदि अध्यापक ऐसे छात्रों को पढ़ाता है जिनमें सदाचार की कमी होती है तो वो उनको धीरे-धीरे सदाचारी व्यक्ति में बदल देता है। यही काम एक सत्गुरु करते हैं। वे काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार से भरे दुःखी इंसानों को अपनाते हैं और उनको ऐसे इंसानों में बदल देते हैं जो अहिंसा, पवित्रता, नम्रता, सच्चाई, निःस्वार्थ भाव और प्रेम से भरे हुए हों। वे ऐसा कैसे करते हैं? वे यह सब प्रभु-प्रेम की शक्ति से करते हैं।
वे न केवल आंतरिक अनुभव को पाने की विधि के बारे में हमें समझाते हैं बल्कि व्यक्तिगत तौर पर उसका हमें अनुभव भी देते हैं क्योंकि केवल बातें करने से या पढ़ने से हम अध्यात्म नहीं सीख सकते। यह केवल व्यक्तिगत अनुभव से ही सीखा जा सकता है और वो अनुभव हमें केवल एक पूर्ण सत्गुरु ही प्रदान कर सकता है।
इसलिए हमें एक पूर्ण गुरु की शरण में जाना चाहिए। ऐसे सत्गुरु जब हमें दीक्षा अथवा नामदान देते हैं तो वे हमें ध्यान-अभ्यास की विधि सिखाते हैं। वे हमें बताते हैं कि हम अपने ध्यान को दो भ्रूमध्य आँखों के बीच एकाग्र करें, जिसे ‘षिवनेत्र’ भी कहा गया है। जैसे-जैसे हम ध्यान-अभ्यास समय देते हैं तो हम अपने अंदर प्रभु की ज्योति और श्रुति का अनुभव करते हैं, जिससे कि हमारे जीवन में एक बदलाव आता है। हम अपने अंदर शांति और प्रेम का अनुभव करते हैं।
जिस प्रकार एक अध्यापक का कार्य बच्चों को शिक्षा के ज़रिये उनकी इच्छा के अनुसार दुनियावी मकसद तक पहुँचाना होता है। ठीक उसी प्रकार एक सत्गुरु भी प्रेम के ज़रिये पिता-परमेश्वर से जुदा हुई रूहों को उनके निजधाम सचखंड पहुँचा देते हैं।
तो आईये! आज के दिन हम न सिर्फ अपने अध्यापकों का सम्मान करें बल्कि हम अपने आध्यात्मिक गुरुओं के प्रति भी आभार प्रकट करें क्योंकि उनके द्वारा ही हम इस जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति पाकर पिता-परमेष्वर में लीन हो सकते हैं। ऐसे पूर्ण सत्गुरुओं को कोटि-कोटि वंदन।

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स्व. पंत की जयन्ती पर होगी गोष्ठी

पौड़ी। आगामी 10 सितम्बर को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी एवं भारत रत्न पं. गोविन्द बल्लभ पंत जी की 136 वीं जयन्ती की तैयारियों को लेकर मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे ने विकास भवन सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक ली। उन्होने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे निर्धारित कार्यक्रम में अपने विभागीय कार्मिकों के साथ समय से उपस्थित होना सुनिश्चित करें।
पं. गोविन्द बल्लभ पंत जी की 136 वीं जयन्ती की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि पंत की जयती को जिला प्रशासन एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वाधान पं. जीबी पंत इंजीनियरिंग कालेज घुड़दौड़ी में धूम-धाम से मनाया जायेगा। कहा कि 10 सितम्बर 2023 को प्रातः 10ः30 बजे जीबी पंत इंजीनियरिंग कालेज प्रांगण में भारत रत्न श्री पंत की मूर्ति पर माल्यार्पण किया जायेगा। इसके उपरान्त 11ः30 बजे जिला कार्यालय प्रांगण में भारत रत्न पंत के चित्र पर पुष्पांजलि व पंत का भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा। बैठक में डीएसटीओ राम सलोने, डीपीआरओ जितेन्द्र कुमार, डीएचओ राजेश तिवारी, डीपीओ देवेन्द्र थपलियाल, सीडीपीओ अंजू चमोली, जिला समाज कल्याण अधिकारी विनोद कुमार उनियाल, संस्कृति विभाग से पीसी ध्यानी उपस्थित थे।

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आगे पढ़ें शिक्षक दिवस पर न्यूज पोर्टल के 20 लाख से ज्यादा सुधी पाठको की ओर से देश वासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं 

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श्रीनगर में 100 करोड़ में तैयार होगी सीवरेज परियोजना
55 किमी का दायरा किया जाएगा कवर
श्रीनगर। नगर निगम श्रीनगर के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जो घोषणाएं की थी, उनको अमली जामा पहनाने की तैयारी पूरी होने लगी है। कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रीनगर दौरे के दौरान नगर निगम श्रीनगर के बढ़ते नए दायरे को देखते हुए क्षेत्र को सीवरेज योजना से जोड़ने की घोषणा की थी, जो अब पूरी होने जा रही है।दरअसल, उत्तराखंड पेयजल निगम गंगा इकाई श्रीनगर ने इसके लिए 100 करोड़ की योजना तैयार कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है। शासन से स्वीकृति और बजट मिलते ही धरातल पर काम शुरू हो जाएगा। इस योजना के तहत श्रीनगर के 55 किलोमीटर के दायरे को सीवरेज योजना से जोड़ दिया जाएगा।बता दें कि पौड़ी जिले का श्रीनगर गढ़वाल शहर एक बड़े एजुकेशन हब के रूप में उभर रहा है। यहां गढ़वाल केंद्रीय विवि, एनआईटी, एसएसबी, सीटीसी और मेडिकल कॉलेज समेत कई और बड़े संस्थान हैं, जिसके चलते शहर की आबादी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में शहर के लिए सरकार बेहतर प्लान बनाने पर काम कर रही है। ताकि यहां को लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिल सके।
श्रीनगर पालिका को अपग्रेड कर नगर निगम भी बनाया गया है। यही कारण है कि सरकार नगर निगम के हिसाब से यहां पर काम कर रही है। पेयजल निगम गंगा इकाई ने श्रीनगर के लिए 100 करोड़ की योजना तैयार की है, जिसके तहत 55 किलोमीटर के श्रीनगर नगर निगम के दायरे में आने वाले नए मोहल्ले और गांवों को सीवरेज से जोड़ा जाएगा। इसके लिए दो नए सीवरेज प्लांट श्रीकोट और उफलडा में बनाये जाने की भी कार्ययोजना इसमें रखी गयी है। इससे घरों और प्रतिष्ठानों का निकलने वाले अवशिष्ट अलकनन्दा नदी में जाने के बजाय सीवरेज पाइपों से सीवरेज प्लांटों तक जाएगा।पेयजल निगम गंगा इकाई श्रीनगर के अधिशासी अभियंता रविंद्र सिंह ने बताया कि श्रीनगर में 55 किलोमीटर के दायरे में सीवरेज योजना बनाई जा रही है, जिसकी डीपीआर सितंबर माह तक बन कर तैयार हो जायेगी, जिसके तहत श्रीकोट में 2 एमएलडी का सीवरेज प्लांट बनाया जाना है, जिससे 20 किलोमीटर के दायरे को सीवरेज योजना से जोड़ा जाएगा।इसके अतिरिक्त 05 एमएलडी का प्लांट उफलड्डा में भी बनाया जाना प्रस्तावित है। इससे 15 किलोमीटर के हिस्से को योजना से जोड़ा जाएगा। डीपीआर बनने और योजना के लिए बजट अवमुक्त होने के बाद कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

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…. अपनी आंखें फिट कर देना,सबकी आंखों के अंदर
महाकवि दुष्यंत कुमार की पुण्यतिथि पर कवि सम्मेलन
रुड़की।नगर की पुरानी साहित्यिक संस्था गंगा जमुनी अदबी मंच की ओर से महाकवि दुष्यंत कुमार की पुण्यतिथि पर 11-वां ‘दुष्यंत सम्मान समारोह’ रिलेक्स माइंड योग सेंटर सभागार में आयोजित किया गया,जिसमें देश के प्रसिद्ध कवियों,शायरों व बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।संस्था के अध्यक्ष व प्रसिद्ध शायर ओम प्रकाश नूर ने बताया कि इस वर्ष संस्था की ओर से यह सम्मान बदायूं ककराला के प्रसिद्ध रचनाकार आबशार आदम को प्रदान किया गया है,

जिसमें प्रशस्ति पत्र,अवार्ड,शाल व ग्यारह हजार रुपये की धनराशि दी गयी है।यह सम्मान श्री आदम को मुख्य अतिथि के रुप में लखनऊ से पधारे साहित्य मनीषी डॉ०ओम प्रकाश श्नदीमश्,उत्तराखंड उर्दू अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व अंतरराष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी,सभाध्यक्ष एसके सैनी और संस्था की सरंक्षक शाहिदा शेख तथा जालंधर से पधारे वक्फ बोर्ड पंजाब के पूर्व उपाध्यक्ष उस्मान कुरैशी के हाथों प्रदान किया गया।गत वर्ष यह सम्मान प्रसिद्ध साहित्यकार हरेराम समीप को प्रदान किया गया था।संस्था के सचिव एडवोकेट दिनेश धीमान और अनिल अमरोहवी ने स्वर्गीय दुष्यंत कुमार की शायरी और उनके साहित्यिक योगदान के साथ-साथ सम्मान प्राप्त करने वाले साहित्यकार अबशार आदम की साहित्यिक सेवाओँ पर विस्तार से चर्चा की।कवि सम्मेलन व मुशायरे का आयोजन संस्था अध्यक्ष ओम प्रकाश नूर के संचालन में किया गया।
लखनऊ से पधारे प्रसिद्ध शायर ओम प्रकाश नदीम ने अपने कलाम में तंज करते हुए पढ़ा कि…
अपनी आंखें फिट कर देना,सबकी आंखों के अंदर।
और अपने ही ख्वाब दिखाना छोटी मोटी बात नहीं।।
दुष्यंत सम्मान प्राप्त कवि अबशार आदम ने पढ़ा कि…
वो भी लज्जित है मुझको ठुकरा कर।
शांति कितनी इस खबर में है।।
शायर अफजल मंगलौरी ने अपनी भावनाएं यूँ प्रकट कि…
ख्वाब दिखलाये गए झूटी मोहब्बत के मुझे।
मैं वो दरिया हूँ जो रेगिस्तान से मारा गया।।
संयोजक ओम प्रकाश नूर ने फरमाया कि
अपनी आंखो में कुछ चमक रखो।
दोस्तो,दोस्ती न मर जाये।।
खतौली से पधारे शायर अमजद आतिश ने बेहतरीन तररनुम के साथ गजल पेश करते हुए पढ़ा कि…
एक दो बार क्या,सौ बार समझ सकता है।
एक फनकार को फनकार समझ सकता है।।
कई पुस्तकों के लेखक और वरिष्ठ शायर व कवि कृष्ण सुकुमार ने वाहवाही के बीच यूँ फरमाया कि…
तमाम जिन्दगी क्यों जाने तामझाम किया।
जरा सी राख बची,जब सफर तमाम किया।।
उस्ताद शायर मनोज पांडेय ‘होश’ फैजाबादी ने पढ़ा कि…
मुद्दों पे बातचीत बगावत है आजकल।
कपड़ों पे,टोपियों पे सियासत है आजकल।।
बेताब अंसारी ने यू अर्ज किया कि…
खोलकर मैं जो मोहब्बत की दुकां बैठ गया ।
लोग कहने लगे पागल है कहाँ बैठ गया।।
कार्यक्रम में डॉ०सुनील कुमार मौर्य,मारिया खुर्शीद अंसारी,दिनेश कुमार कुशवाहा,अनिता शर्मा,गौरव अमन,सलमान फरीदी,इमरान देशभक्त, सैयद नफीसुल हसन,सुधीर शांडिल्य,अमजद खान,हाजी सईद,अतुल कुरैशी एडवोकेट,चित्रा सिंह आदि मौजूद रहे।इस अवसर पर नौजवान भारत सभा की ओर से दुष्यंत कुमार की पुस्तकों के साथ साथ अन्य जनवादी लेखकों की किताबों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।

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रायपुर पुलिस ने दबोचे फर्जी सीबीआई आॅफिसर
2 लाख की नगदी, 6 महंगे मोबाइल व नकली पिस्टल बरामद
आरोपी उत्तर प्रदेश व हरियाणा के निवासी

देहरादून। दून पुलिस का आपरेशन प्रहार, बॉलीवुड फिल्म स्पेशल छब्बीस की तर्ज पर नकली सीबीआई अधिकारी बनकर लूट करने वाले गिरोह का दून पुलिस ने पर्दाफाश किया है। अपराध में सम्मिलित तीन व्यक्तियों को रायपुर पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लूटी गयी 2 लाख रूपये नगद, 6 मंहगे मोबाइल फोन, 02 लैपटाप, एक टैब, महत्वपूर्ण रजिस्टर, घटना में प्रयुक्त कार, नकली पिस्टल, वाकी टाकी को किया बरामद ।
वादी अमित कुमार ने थाना रायपुर में एक प्रार्थना पत्र दिया तथा पूछने पर बताया कि गत 28 अगस्त तीन व्यक्ति उनके फ्लैट में आये। फ्लैट में वादी सहित उनका एक कर्मचारी मुकुल त्यागी व उसकी एक महिला मित्र मौजूद थी। तीनों व्यक्तियों ने मास्क पहन रखे थे। जिनमें से 2 व्यक्तियों के पास पिस्टल व 2 वाकी टाकी थे। जिन्होंने पिस्टल दिखाकर झूठी वीडियो बनायी तथा कमरे में रखी नगदी, 2 लैपटाप, 6 मोबाइल फोन व अन्य सामान ले लिया। जिन्होंने महिला को छोड दिया तथा वादी व मुकुल त्यागी को वादी की ही कार एक्स यूवी 300 में बैठाकर प्रूडैन्ट ट्रैडिंग एकेडमी 17 न्यू सर्वे रोड रोजगार तिराहा लेकर आये तथा एकेडमी में तलाशी लेकर वादी व मुकुल त्यागी को वादी की ही गाडी में बैठाकर देहरादून में घूमाते रहे तथा पैसे की मांग करने लगे जिस पर वादी के ने अपने परिजनों से फोन से बात कर रूपये मांगे। मौका देखकर वादी मौहेब्बेवाला के पास गाडी से उतरकर भाग गया तथा तीनों व्यक्ति मुकुल त्यागी को लेकर डांट काली मन्दिर पहुंचे जहां पर मुकुल त्यागी और कार को छोडकर तीनों भाग गये।
थानाध्यक्ष रायपुर कुन्दन राम के नेतृत्व में गठित टीम ने आरोपियों गणों की गिरफ्तारी व माल की बरामदगी के लिए जनपद सहारनपुर, करनाल हरियाणा व विभिन्न जनपदों व राज्यों में दबिश के लिए रवाना हुई। वरिष्ठ उपनिरीक्षक नवीन जोशी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने वादी व मुकुल त्यागी के साथ-साथ उनके जानने वालों से पूछताछ कर सम्भावित संदिग्धों को चिन्हित करने की कार्यवाही की गयी। एसओजी टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित कर सर्विलांस के माध्यम से उनकी जानकारी प्राप्त की गयी व एसओजी की एक टीम हरियाणा रवाना हुई। एसआई राजेश असवाल चैकी प्रभारी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम द्वारा घटना से पूर्व व घटना के पश्चात घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटैज को चैक किया गया। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों व घटनास्थल से एकेडमी तक आने जाने वाले मार्गों व वादी द्वारा बताये गये स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया तो वादी के वाहन ग्न्ट के साथ साथ एक संदिग्ध वाहन एक्सयूवी सफेद रंग चलता दिखायी दिया। गहनता से अवलोकन पर पाया कि संदिग्ध वाहन एक्सयूवी 300 यूके 07 एफके 9398 का नम्बर प्रकाश में आया तथा घटना में फ्लैट में तीन व्यक्तियों के आने व जाने की फुटैज प्राप्त हुई। घटना में कुल 4 व्यक्तियों की सम्मिलित होना पाया गया। वाहन का रजिस्ट्रेशन आशीष कुमार पुत्र वेदप्रकाश निवासी ग्राम बंजारन नुकुड सहारनपुर के नाम पंजीकृत होना पाया गया। पुलिस टीम ने आशीष कुमार उपरोक्त के पते पर दबिश दी गयी तो आशीष कुमार अपने घर से लगातार फरार चल रहा था व मोबाइन नम्बर लगातार स्विच आफ आ रहा था। थानाध्यक्ष कुन्दन राम, चैकी प्रभारी मयूर विहार सहित पुलिस टीम के नकुड सहारनपुर क्षेत्र में पहुंचकर आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर दबिश दी गयी व गिरफ्तारी व माल की बरामदगी के लिए भरसक प्रयास किये गये। पुलिस ने लगातार किये गये प्रयासों के परिणाम स्वरूप घटना में सम्मिलित आरोपियों आशीष, सोनू व सुमित कुमार को मय घटना में प्रयुक्त वाहन एक्सयूवी 300 यूके 07 एफके 9398 के नकुड-गंगोह रोड जैनपुर गांव से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गयी।

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करोड़ों की उम्मीद में लूटने आई थी फर्जी सीबीआई टीम
देहरादून। तीनों आरोपियों किये गये अपराध को स्वीकार करते हुए बताया कि अभिषेक सैनी है जो कि वादी अमित कश्यप के पास देहरादून में ट्रेडिंग का काम सीखता था। अभिषेक सैनी ने हमें बताया कि अमित कश्यप शेयर ट्रेडिंग का काम करता है। लोगों से रूपये लेकर मार्केट में निवेश करता हैं। अमित कश्यप के पास कई वॉलेट हैं जिनमें करोड़ों रुपए हो सकते है एक वॉलेट जो हमारी जानकारी में है उसमें करीब 95 लाख रूपये होने की जानकारी मिली थी। अमित कश्यप ने आशीष से 6 लाख रूपये ट्रेडिंग के लिये थे जो उसने वापस नही किये थे। माह अगस्त में अमित कश्यप ने मुजफ्फरनगर में एक सेमिनार किया था, जिसमें उसने अपने ट्रेडिंग से सम्बन्धित डायमण्ड प्लाट को प्रमोशन करने के लिए काफी खर्चा किया था। जिसमें उसने कई लोगो को कार, मो0सा0, एलईडी, मोबाइल फोन, स्मार्ट वाच गिफ्ट दिये थे। जिससे हमें विश्वास हो गया था कि अमित कश्यप के पास ठीक-ठाक पैसे है।

गिरफ्तारा आरोपी
आशीष कुमार पुत्र वेदप्रकाश
सोनू पुत्र बहादुर सिंह
सुमित कुमार पुत्र रमेश चन्द

फरार आरोपी
अभिषेक पुत्र महेश चन्द्र

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बागेश्वर के एग्जिट पोल पर रोक
देहरादून। मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी षणमुगम ने जानकारी दी कि भारत निर्वाचन आयोग ने जनपद बागेश्वर की 47-बागेश्वर (अ०जा०) विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से उप निर्वाचन-2023 को दृष्टिगत रखते हुए एगजिट पोल के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126क की उपधारा (1) के अधीन शक्तियों का प्रयोग करते हुए, भारत निर्वाचन आयोग उक्त धारा की उप-धारा (2) के उपबंधों के दृष्टिगत दिनांक 05-09-2023 (मंगलवार) को पूर्वान्ह 7ः00 बजे से अपरान्ह 7ः00 बजे के बीच की अवधि को ऐसी अवधि के रूप में अधिसूचित करता है जिसके दौरान उल्लिखित उप निर्वाचन के संदर्भ में किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल का आयोजन करने तथा प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा इसके परिणाम के प्रकाशन या प्रचार अथवा किसी भी अन्य तरीके से उसका प्रचार-प्रसार करने पर प्रतिबंध होगा। इसके अतिरिक्त यह भी स्पष्ट किया जाता है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 (1) (ख) के अधीन उपर्युक्त उप-निर्वाचन में संबंधित मतदान क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के लिए नियत समय पर समाप्त होने वाले 48 घंटों के दौरान किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में किसी भी ओपिनियन पोल या किसी अन्य मतदान सर्वेक्षण के परिणामों सहित किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबंधी मामले के प्रदर्शन पर प्रतिबन्ध है।

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फोटो डी 6


जागरा (देवनायणी) मेला पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं रखा जाये ध्यानः महाराज
हनोल में राजकीय मेला पर्व की तैयारियां को लेकर हुई बैठक

देहरादून। हनोल स्थित महासू मंदिर में देव दर्शनों के लिए जागरा (देवनायणी) मेला पर्व पर पूर्व की तरह इस बार भी हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, विद्युत, परिवहन, स्वास्थ्य, सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ सुगम आवागमन के लिए मोटर मार्गों के सुधारीकरण का काम समय किया जाये। उक्त बात प्रदेश के संस्कृति, धर्मस्व, पर्यटन, लोक निर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण एवं जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को हनोल स्थित महासू मंदिर एवं दसऊ स्थित चालदा महाराज मंदिर परिसर में जागरा (देवनायणी) राजकीय मेला पर्व की तैयारियां को लेकर पर्यटन विकास परिषद, गढ़ीकैण्ट में आयोजित एक बैठक में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहीं।
संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री महाराज ने कहा कि 18 सितम्बर 2023 को महासू देवता, हनोल और 19 सितम्बर 2023 को चालदा महाराज, दसेऊ में आयोजित होने वाले जागरा (देवनायणी) राजकीय मेला पर्व की तैयारियां को सभी विभाग अपने अपने कार्यों को समय से पूरा कर लें। क्योंकि पूर्व की तरह इस बार भी इस देव आयोजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसलिए मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, विद्युत, परिवहन, स्वास्थ्य, सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ सुगम आवागमन के लिए मोटर मार्गों के सुधारीकरण का काम समय किया जाना चाहिए।
बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं के सुविधाजनक आवागमन के लिए हरिद्वार-देहरादून-विकास नगर वाया चकराता से हनोल, देहरादून-मिनस-हनोल, शिमला से हनोल, नैरवा-अटाल-हनोल, देहरादून विकास नगर-डामटा-बड़कोट-पुरोला-मोरी-हनोल, उत्तरकाशी से हनोल तक बसों के संचालन की व्यवस्था की जाये और जागरे के समय टैक्सियों के रेट तय करने के साथ साथ सहिया से दसऊ जाने के लिए भी बस एवं टैक्सियों की व्यवस्था की जाये इसके अलावा 18-19 सितम्बर को जागरे के दिन बस सेवा त्यूनी से हनोल, हनोल से त्यूनी शुरू करने को कहा।
उन्होंने हनोल जागरे के दौरान स्वास्थ्य कैंप लगाने, 108 एम्बुलेंस सेवा भी उपलब्ध करवाने और दवाईयों की उपलब्धता के भी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वह त्यूनी से हनोल और सहिया से दसऊ मोटर मार्गो में शीघ्रता से पेचवर्क करवायें ताकि श्रृद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
महाराज ने हनोल में पार्किंग की व्यवस्था के साथ-साथ ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखना, अतिरिक्त फोर्स तैनात करने, वीआईपी दर्शनों के लिए आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने, विद्युत व्यवस्था, जनरेटर की व्यवस्था सहित मंदिर परिसर में स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। पेयजल जल विभाग से श्रद्धालुओं के लिए पानी के टैंकर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में हनोल मंदिर समिति के सचिव सोहनलाल सेमवाल, सामाजिक कार्यकर्ता कमल बिजवान, पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे, संस्कृति सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल, एसडीएम चकराता मुक्त मिश्रा, एडीएम राम जी शरण, सीओ विकास नगर सहित अनेक विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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चले सूर्य की ओर

इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को एक बार फिर ढेरों बधाइयां और प्रथम सौर मिशन की अंतिम सफलता की शुभकामनाएं३। ‘चंद्रयान-3’ की अनुपम सफलता के बाद इसरो ने ‘आदित्य एल-1’ मिशन का प्रक्षेपण किया है। फिलहाल यान पृथ्वी की कक्षा में घूम रहा है। इस मिशन के बाद अक्तूबर में ‘गगनयान’ का सफरनामा शुरू किया जाएगा। शुक्र पर जाने का भी लक्ष्य तय है। सूर्य के अध्ययन के लिए सैटेलाइट भेजने वाला भारत दुनिया का तीसरा देश है। अमरीका के नासा और यूरोपीय स्पेस एजेंसी के बाद मिशन इसरो ने भेजा है। कभी इस दिन, इन लम्हों और ऐसी उपलब्धियों की कल्पना भी की थी? सूर्य तो हम भारतीयों के लिए भगवान स्वरूपा देव हैं। हम सूर्य की उपासना करते हैं और मंत्रोच्चारण के साथ आस्था व्यक्त करते हैं। हमने ऐसी मिथकीय कहानियां भी पढ़ी हैं कि बाल हनुमान ने सूर्य को गोल-गोल फल समझ कर अपने मुंह में हड़प लिया था। यकीनन सृष्टि गहरे अंधकार में डूब गई होगी और हाहाकार मचने लगा होगा! उन आस्थाओं और कथाओं का आज भी सम्मान है, लिहाजा किसी भी अंतरिक्ष मिशन के प्रक्षेपण से पहले इसरो अध्यक्ष एवं अन्य वैज्ञानिक अपनी आस्था जताने मंदिरों तक जाते हैं। कल्पना यह भी करनी चाहिए कि मानवता और प्रौद्योगिकी ने कितनी ऊंची छलांग लगाई है कि सूर्य तक अंतरिक्ष यान भेजना और उसका सूक्ष्म अध्ययन करना तक संभव हो गया है। कोई भी मिशन सूर्य की सतह तक नहीं पहुंच सकता, क्योंकि सूर्य का तापमान 6000 डिग्री सेल्सियस बताया जाता है। सूर्य के गुरुत्वाकर्षण की परिधि में आने वाली कोई भी वस्तु भस्म हो जाएगी, लिहाजा हमारे वैज्ञानिकों ने लैगरेंज प्वाइंट-1 को चुना है। ऐसे 5 प्वाइंट हैं, लेकिन एल-1 ऐसी जगह है, जहां सूर्य और पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल स्थिर होता है।
यानी ‘आदित्य मिशन’ एल-1 पर स्थिर रहकर अपनी जांच और सचित्र अध्ययन को अंजाम दे सकता है। यान पर 7 पेलोड हैं, जो तमाम सूचनाएं, संकेत और चित्र धरती पर इसरो तक पहुंचा सकते हैं। पृथ्वी से सूर्य की कुल दूरी करीब 1.5 करोड़ किलोमीटर है। इसरो का मिशन फिलहाल 1.5 लाख किलोमीटर का सफर तय करेगा। इसमें भी 125-127 दिन का वक्त लगेगा। अर्थात प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणितीय गणना के बल पर ‘आदित्य’ चार माह से अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहेगा और अंततरू होलो ऑर्बिट तक पहुंचेगा। दरअसल सूर्य का गहन, सूक्ष्म अध्ययन इसलिए जरूरी है, क्योंकि पृथ्वी पर मानवीय जीवन उसी की बदौलत है। सभी ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं, लिहाजा सूर्य पर होने वाले बदलावों, तापमान की प्रक्रिया, ऊर्जा के निरंतर प्रवाहित होने वाले कणों से वे लगातार प्रभावित होते रहते हैं।
अब उनका वैज्ञानिक अध्ययन करना अनिवार्य होता जा रहा है, क्योंकि मानवीय प्रयास चांद और मंगल तक तो पहुंच ही चुके हैं। बृहस्पति और शुक्र पर भेजे जाने वाले मिशनों पर काम किए जा रहे हैं। बहरहाल ‘आदित्य’ सूर्य की संरचना, उत्पत्ति, किरणों और उसके वायुमंडल का अध्ययन करेगा। ऐसे पेलोड भी भेजे गए हैं, जो अध्ययनों को रिकॉर्ड कर इसरो तक भेजेंगे। सौर हवाओं, तूफानों, बदलावों और भूकंपों के भी अध्ययन किए जाएंगे। मौसम के बदलाव पर भी मिशन की निगाहें रहेंगी। सूर्य के तापमान, बाहरी किनारों की हीटिंग, ऊर्जा की पद्धतियों और पराबैंगनी किरणों के भी अध्ययन किए जाएंगे। हमारा मिशन फिलहाल एक फीसदी क्षेत्र को ही कवर कर सकेगा। वैज्ञानिक एल-1 को ‘अंतरिक्ष की पार्किंग’ कहते हैं, लिहाजा वहां पहुंच कर और मिशन को स्थापित कर अध्ययन किए जा सकते हैं। दरअसल सूर्य पर होने वाली गतिविधियों की हमें पर्याप्त वैज्ञानिक जानकारी नहीं है। आजकल जलवायु परिवर्तन पर मंथन और चर्चाएं जारी हैं। क्या सूर्य की गर्मी पृथ्वी के तापमान और पर्यावरण को प्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित कर रही है, इस निष्कर्ष पर हम तभी पहुंच सकते हैं, जब हमारे पास सूर्य के अध्ययन के साक्ष्य होंगे। बहरहाल अभी तक सूर्य के 22 मिशन भेजे जा चुके हैं, लेकिन इसरो जो कर रहा है, उससे वह इतिहास रचने जा रहा है। भारत अंतरिक्ष की शक्ति बनता जा रहा है, अब यह समूचे विश्व के सामने है। भारत की ‘अंतरिक्ष स्टेशन’ बनाने की भी योजना है। फिलहाल ‘आदित्य एल-1’ के सफर पर निगाहें हैं, क्योंकि यह सफलता भारत के लिए बेहद जरूरी है। देशवासियों को इसके सफल होने की कामना करनी चाहिए।

 

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