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नमामि गंगे ट्रीटमेट प्लांट में करंट लगने से 16 की मौत, 10 घायल
ट्रांसफार्मर में गड़बड़ी से फैला करंट
गंभीर घायलों को एयर एंम्बुलेंस से पहुचाया गया एम्स ऋषिकेश
सीएम ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
चमोली। पीपलकोटी के मुख्य बाजार में बने नमामि गंगे प्रोजेक्ट से जुड़े सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के ट्रांसफॉर्मर में गड़बड़ी के चलते अचानक पूरे प्लांट के आसपास करंट दौड़ने से मौके पर मौजूद 16 लोगों की करंट के चपेट से मौत हो गई। जबकि इस घटना में 10 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। गंभीर रूप से झुलसे हुए लोगों को सीएम के आदेश पर हेली एंम्बुलेंस से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया। घटना सुबह 11।35 की बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार पीपलकोटी अन्तर्गत चल रहे नमामि गंगे प्रोजेक्ट में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का काम चल रहा है। गत दिवस प्लांट का तीसरा फेज डाउन हो गया। प्रोजेक्ट की देखरेख कर रहा केयरटेकर कल रात से ही फोन न उठाए जाने के कारण उसके परिजनों ने उसकी खोजबीन की तो पता चला कि करंट लगने से उसकी मौत हो गयी। इस दौरान तीसरा फेज जोड़ा गया जिससे अचानक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट फैल गया। जिससे मौके पर मौजूद चौकी प्रभारी प्रदीप रावत, 3 होमगार्ड समेत कुल 16 लोगो की मौत हो गयी व हादसे में 10 व्यक्ति घायल हो गये थे, जिसमें से गम्भीर रुप से घायल 6 व्यक्तियों को हायर सेन्टर ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि प्लांट के आसपास की रेलिंग में अचानक फैले करंट से सभी इसकी चपेट में आ गए। उन्होंने बताया कि घटना की कारणों की जांच की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों व स्थानीय लोगो की सहायता से हादसे में मृतकों व घायलों को प्लांट से बाहर निकाला गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए घटना में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चमोली को घटना की मजिस्ट्रियल जांच करवाने के आदेश दिए है। उन्होंने घायलो को हायर सेंटर रेफर करने के लिए हेलीकाप्टर उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री जीटीसी हेलीपैड से घटनास्थल के लिए रवाना हुए व उन्होंने स्वयं घटनास्थल का जायज़ा लिया।
एसडीआरफ का बचाव कार्य जारी
करंट हादसे में पुलिस, स्थानीय लोगो व एसडीआरफ बचाव राहत कार्य कर रही है, जिसमे चमोली पुलिस कप्तान ने स्वयं घायलो को बचाव दल के साथ हेलीकाप्टर की सहायता से एम्स ऋषिकेश व अन्य सेंटरों में भिजवाया जा रहा है। एसडीआरफ ने हादसों में घायलो को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश हेलीपैड पहुँचाया गया, जहाँ से एसडीआरफ टीम द्वारा घायलों को एम्बुलेंस की सहायता से एम्स अस्पताल, ऋषिकेश पहुँचाया जा रहा है।आगे पढ़ें
एडीजी से 16 मरने की पुष्टि
एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने भी करंट लगने से 16 लोगों की मौत की पुष्टि करने के साथ बताया कि एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और 3 होम गार्ड भी हादसे का शिकार हुए हैं। हादसे में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल की मौत हो गई। वहीं पांच घायलों का गोपेश्वर अस्पताल में इलाज चल रहा है और दो गंभीर घायलों को ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है। वहीं घटना के दृष्टिगत आसपास के क्षेत्र की विद्युत लाइन काट दी गई है।आगे पढ़ें
सीएम धामी ने घटना पर जताया दुख
इसी बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी का बयान सामने आया है। सीएम धामी ने घटना पर दुख जताते हुए, सभी घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने की बात कही है। साथ ही जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। वहीं घायलों को हायर सेंटर ऋषिकेश शिफ्ट किया जा रहा है।
केन्द्रीय गृहमंत्री ने हादसे पर जताया दुख
घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से फोन पर बात की। उन्होंने हालातों की जानकारी लेते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। अमित शाह ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। साथ ही उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।आगे पढ़ें
हादसे की ये बताई जा रही वजह
जानकारी मिली है कि चमोली में अलकनंदा के तट पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर काम चल रहा है। बीती रात को साइट पर बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था और आज सुबह इसी तीसरे फेज को जोड़ा गया था, जिसके बाद ही परिसर में करंट दौड़ गया।ये सूचना भी सामने आ रही है कि सुबह साइट के केयर टेकर गणेश लाल का कॉल नहीं लग रहा था, जिसके बाद परिजनों ने साइट पर आकर देखा तो पता चला कि केयर टेकर की करंट लगने से मौत हो गई है। सूचना मिलते ही कई अन्य ग्रामीण भी साइट पर पहुंचे। इस दौरान वहां दोबारा से करंट फैल गया, जिसकी चपेट में कई लोग आ गए। जिस समय हादसा हुआ उस वक्त साइट पर करीब 22 लोग मौजूद थे।
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चौकी प्रभारी समेत 3 होमगार्ड की मृत्यु पर पुलिस परिवार शोकाकुल
नमामि गंगे सीवर प्लांट प्रोजेक्ट में करंट की चपेट में आने से चमोली पुलिस के पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत व होमगार्ड मुकंदी राम, गोपाल व सोबत लाल ने ड्यूटी के दौरान इस हादसे का शिकार होने पर पुलिस कप्तान चमोली प्रमेन्द्र डोबाल समेत सम्पूर्ण चमोली पुलिस परिवार ने चारो द्वारा कर्तव्यपथ पर अपना सर्वाेच्च बलिदान देने पर उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए मृतक उपनिरीक्षकों व जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है।
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मृतकों के नाम
1- उप निरीक्षक प्रदीप रावत चौकी प्रभारी पीपलकोटी कोतवाली चमोली
2- होमगार्ड मुकुंदी राम (55) पुत्र श्यामदास निवासी-हरमनी चमोली
3- होमगार्ड गोपाल (57) पुत्र माधव सिंह निवासी ग्राम रूपा चमोली
4- होमगार्ड सोबत लाल (25) निवासी- ग्राम पाडुली गोपेश्वर, चमोली।
5-सुमित (25) पुत्र स्व। चंद्र सिंह निवासी- ग्राम रांगतोली चमोली
6- सुरेंद्र (33) पुत्र विजय लाल निवासी-हरमनी चमोली
7- देवी लाल (45) पुत्र असीम दास निवासी हरमनी,चमोली
8- योगेंद्र सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी हरमनी,चमोली।
9- सुरेंद्र सिंह रावत (38) पुत्र स्वर्गीय गोपाल सिंह निवासी हरमनी,चमोली।
10- विपिन (26) पुत्र सोबत निवासी पाडुली गोपेश्वर।
11- मनोज कुमार (38) निवासी हरमनी चमोली।
12- सुखदेव (33) पुत्र ऐलमदास ग्राम रंगतोली चमोली।
13- प्रमोद कुमार पुत्र सुदामा लाल निवासी हरमनी चमोली।
14- दीपू कुमार (33) पुत्र महेंद्र लाल निवासी हरमनी, चमोली।
15- महेंद्र लाल (48) निवासी हरमनी,चमोली।
16- गणेश (27) पुत्र महेंद्र लाल निवासी हरमनी, चमोली।
घायलों के नाम
1- महेश कुमार (32) पुत्र रूपदास निवासी खौनुरी, चमोली।
2- नरेन्द्र लाल (35) पुत्र असीम दास निवासी हरमनी,चमोली।
3-आनंद (42) पुत्र गम्मालाल, पाटुली गोपेश्वर।
4- धीरेन्द्र (41) पुत्र राजेन्द्र निवासी चमोली।
5- पवन राठौर पुत्र उदय सिंह निवासी चमोली।
6- सुशील कुमार (27) पुत्र सुदामा लाल निवासी हरमनी चमोली।
7- सन्दीप मेहरा (34) पुत्र सुलोचन निवासी रूद्रप्रयाग।
8- पीआरडी रामचन्द्र (48) पुत्र पुष्कर लाल निवासी खैनुरी चमोली।
9- सुशील खत्री (27) पुत्र दौलत सिंह निवासी रांगतौली चमोली।
10- जयदीप (20) पुत्र हरीश निवासी हरमनी चमोली।आगे पढ़ें
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पिथौरागढ़ में चीन बॉर्डर पर कालापानी में फटा बादल
बीआरो का पुल व रोड ध्वस्त, हुआ भारी नुकसान
पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ में बादल फटने की घटना हुई है। चीन बॉर्डर के पास कालापानी में बीती रात बादल फटा है। बादल फटने से इस इलाके में मौजूद बीआरओ यानी बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेश का पुल और रोड क्षतिग्रस्त हो गई है।
बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेसन का महत्वपूर्ण बैली ब्रिज टूटने से इस इलाके का लिपुलेख बॉर्डर से संपर्क कट गया है। हालांकि राहत की बात ये है कि बॉर्डर के इस इलाके में आबादी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। बीआरओ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। राजस्व विभाग की टीम धारचूला से कालापानी के लिए रवाना हो गई है। थोड़ी देर में राजस्व विभाग की टीम के भी मौके पर पहुंचने की उम्मीद है।
कालापीनी में बादल फटने के कारण बीआरओ का पुल ध्वसत हो गया है। इस कारण लिपुलेख बॉर्डर की आवाजाही बंद हो गई है। पिथौरागढ़ जिले का ये हिस्सा अति दुर्गम है। यहां तक रोड बनाने में भी बीआरओ को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। वैली ब्रिज बनाने में भी काफी मेहनत लगी है। बादल फटने से बीआरओर को काफी नुकसान हुआ है। कालापानी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में है। 1997 से नेपाल द्वारा भी इस इलाके पर अपना दावा किया गया था। नेपाल का दावा था कि कालापानी सुदूर पश्चिम प्रांत के दार्चुला जिले में स्थित है। यह क्षेत्र कालापानी नदी के बेसिन के हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है। कालापानी 3600-5200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
कालापानी की घाटी, जिसके शीर्ष पर लिपुलेख दर्रा है, कैलाश मानसरोवर के लिए भारत की ओर से मार्ग बनाती है। यह उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के भोटिया और नेपाल की टिंकर घाटी के लिए तिब्बत का पारंपरिक व्यापारिक मार्ग भी रहा है। काली नदी इस क्षेत्र में भारत और नेपाल के बीच सीमा बनाती है।आगे पढ़ें
उत्तराखंड में 18 से 21 जुलाई तक है हाई अलर्ट
इन दिनों उत्तराखंड में मॉनसून की बारिश बहुत जोर से हो रही है। राज्य की तमाम नदियां उफनाई हुई हैं। जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहा है। मंगलवार को उत्तरकाशी में एक टेंपो लैंडस्लाइड की चपेट में आकर लुढ़क गया था। इसके अलावा हरिद्वार जिला बाढ़ग्रस्त हो गया है। सेना को यहां रेस्क्यू ऑपरेशन करना पड़ा। पहाड़ की ज्यादातर नदियां ओवरफ्लो हैं। सैकड़ों सड़कें बंद पड़ी हैं। चारधाम यात्रा भी बार-बार बाधित हो रही है।आगे पढ़ें
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वन गुर्जरों के साथ मिलकर औजस संस्था का पौधारोपण अभियान शुरू
वन गुर्जरों से रोपे गए पौधों के संरक्षण का लिया संकल्प
देहरादून। औजस बहुउद्देशीय संस्था ने वन गुर्जरों के साथ मिलकर पौधारोपण अभियान चलाया। जिसके अन्तर्गत बुधवार को संस्था के अध्यक्ष अमरीश त्यागी की उपस्थिति में तिमली के जंगलों में वन गुर्जरों के परिवारों के साथ मिलकर औषधीय व फलदार पौधों का रोपण किया गया।
इस दौरान संस्था के अध्यक्ष अमरीश त्यागी ने कहा कि वन गुर्जर हमेशा से वनों की रक्षा करते आए हैं क्योंकि वनों से ही उनकी आजीविका चलती है। वन गुर्जर पशुपालन करते हैं और अपने जानवरों को वनों में रहकर की पालते हैं। इसलिए उनका वनों से बहुत ही लगाव है। उन्होंने कहा कि इस लिए संस्था वन गुर्जरों के साथ मिलकर पौधारोपण कर रही। इस दौरान वन गुर्जरों ने रोपे गए पौधों की सुरक्षा का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि वनों से हमारा घर परिवार चलता है। वन ही हमारा घर है इसलिए वनों की रक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वनों का भी संरक्षण होना चाहिए। अमरीश त्यागी ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए औजस बहुउद्देशीय संस्था देश के कई राज्यों में पौधारोपण अभियान चला रही है। इसमें मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब व महाराष्ट्र शामिल है।
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कांग्रेसियों का सचिवालय कूच, पुलिस पर लगा मिर्ची स्प्रे करने का आरोप
कई नेताओ का पुलिस ने लिया हिरासत में
देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा, महंगाई और भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सचिवालय कूच किया। प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी शामिल हुए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सचिवालय से पहले बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इससे नाराज कांग्रेसियों ने बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश की, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेजा।
बता दें कि आज यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सचिवालय कूच किया। कांग्रेसियों ने सचिवालय घेराव करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी नेताओं और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मिर्च के स्प्रे करने पड़े।
बैरिकेडिंग की मदद से पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सचिवालय से पहले ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया। कांग्रेसियों का कहना है कि वो लगातार जमीन से जुड़े मुद्दों को लेकर संघर्ष करते रहेंगे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि उत्तराखंड में अजीब से हालात पैदा हो गए हैं। जोशीमठ की आपदा, केदारनाथ मंदिर गर्भगृह में सोने की परत का मामला हो या फिर अंकिता भंडारी हत्याकांड में अब तक वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं किया जा रहा है।
इन सभी मुद्दों को लेकर पूरा पहाड़ आंदोलनरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार भर्ती घोटाले हो रहे हैं, लेकिन सरकार घोटालों की सीबीआई जांच कराने से पीछे हट रही है। उन्होंने कहा कि अंकिता हत्याकांड में वीआईपी को बचाने के लिए पूरी सरकार एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। उनका आरोप है कि अंकिता हत्याकांड में जानबूझकर सबूतों को मिटाया गया, ताकि उस वीआईपी को बचाया जा सके। करन माहरा का कहना है कि उन्हें डर है कि अंकिता हत्याकांड में सभी सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर केस को खत्म ही न कर दें। उस वीआईपी को बचाने के लिए पूरी कवायद की जा रही है। पहाड़ के स्वाभिमान और अस्मिता की रक्षा करने के लिए कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी।आगे पढ़ें
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दून के विक्रम चालकों की हड़ताल खत्म
आरटीओ ने कहा हाईकोर्ट का फैसला आने तक मिलेगी ये छूट
देहरादून। विक्रम संचालकों ने पिछले तीन दिनों के सांकेतिक हड़ताल के बाद आरटीओ कार्यालय पर पहुंच कर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान संचालकों का कहना था कि उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। जिस तरीके से विक्रम को हटाकर मैजिक को लाना चाहते हैं, वो गलत है। संचालकों की मांग है कि उनके विक्रम का संचालन होने दिया जाए। जब तक कोर्ट का कोई फैसला नहीं आता है और उनका उत्पीड़न ना किया जाए।
विक्रम संचालकों का आरोप है कि जिस तरह से आरटीओ विक्रम को हटाकर मैजिक को लाना चाहते हैं, वो बिल्कुल गलत है। यह मामला पहले ही हाईकोर्ट में चल रहा है। हाईकोर्ट में दिसंबर की तारीख लगी है। लेकिन उससे पहले ही किसी भी तरीके से विक्रम चालकों को हटाने की कवायद परिवहन अधिकारियों के द्वारा की जा रही है।
आरटीओ के निर्देशन पर पिछले 3 महीने के अंदर ही लाखों रुपए के चालान विक्रम संचालकों के काट दिए गए। इससे लगता है कि कहीं ना कहीं परिवहन अधिकारी की मैजिक डीलर से सेटिंग है। साथ ही आरोप लगाया है कि आरटीओ द्वारा संचालकों को जो मैजिक वाहन के लिए परमिट दिया जा रहा है, उस परमिट पर लिख कर दिया जा रहा है कि विक्रम से मैजिक बदलने का मामला कोर्ट में चल रहा है। कोर्ट के आदेश के बाद ही कार्रवाई की जायेगी। जिसके कारण परमिट पर डीलर मैजिक लेने पर लोन भी नहीं दे रहे हैं। अगर संचालक को लोन भी मिल रहा है तो मैजिक का खर्चा बहुत अधिक है। खर्चा अधिक होने के कारण एक संचालक अपने घर का पोषण करेगा या फिर लोन की किश्त चुकाएगा।
अध्यक्ष विक्रम संचालक संजय अरोड़ा ने बताया कि अपने उत्पीड़न के खिलाफ 15 जुलाई से विक्रम खड़े हैं। अगर विभाग को अपने अनुसार संचालन कराना है तो किस तरह से हम संचालन करें बताए। हमारी मांग है कि विक्रम का संचालन होने दिया जाए, जब तक हाईकोर्ट का कोई फैसला नहीं आता है, तब तक परेशान ना किया जाए और उत्पीड़न ना किया जाए। इसके बाद आरटीओ के साथ हुई बैठक में विक्रम संचालकों के लिए खुशखबरी आई। विक्रम संचालकों की आरटीओ सुनील कुमार के साथ हुई बैठक के बाद निर्णय लिया गया है कि जब तक हाईकोर्ट का आदेश नहीं आ जाता है, तब तक विक्रम का संचालन कर पाएंगे। विक्रम संचालकों का किसी तरह का उत्पीड़न नहीं किया जाएगा।आगे पढ़ें
सोच ने देहरादून में खोले दो नए स्टोर
देहरादून। सोच, भारत का सबसे बड़ा प्रासंगिक और इवनिंग वेयर ब्रांड, उत्तराखंड की राजधानी , देहरादून , राजपुर रोड और पैसिफिक मॉल में स्थित 2 नए स्टोर के साथ,अपने प्रवेश की घोषणा करते हुए उत्साहित है।राजपुर रोड स्टोर, कुमार फूड्स के बगल में, 1800 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला है, जो ग्राहकों को एक व्यापक खरीदारी अनुभव प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, देहरादून में सोच का दूसरा स्टोर पैसिफिक मॉल में पहली मंजिल पर है, 1065 वर्ग फुट के क्षेत्र को कवर करता है और देहरादून के प्रमुख शॉपिंग डेस्टिनेशन में से एक है। स्टोर के लॉन्च पर बात करते हुए, विनय चटलानी , को-फाउंडर और सीईओ सोच अपैरल्स ने कहा कि हमें देहरादून शहर में सोच के भारतीय एथनिक परिधानों का विशेष संग्रह लाकर खुशी हो रही है। देहरादून में स्टोर का लॉन्च कंपनी की नए मार्केट में विस्तार की रणनीति के अनुरूप है। हमारे नए स्टोर हमारे लेटेस्ट संग्रह की पेशकश करेंगे जो परंपरा और कंटेम्परेरी शैली का सही मिश्रण दर्शाता है। हम देहरादून के फैशन प्रेमियों के दिलों में एक स्थायी छाप छोड़ने के लिए तत्पर हैं।”सोच नेटवर्क में ये नए जुड़ाव एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को चिह्नित करने के साथ , ब्रांड अपनी पहुंच का विस्तार कर रहा है और देहरादून के लोगों के लिए एथनिक परिधानों का अपना उत्कृष्ट संग्रह लेकर आया है। ये स्टोर देहरादून के खरीदारों के लिए फैशन का एक ऐसा डेस्टिनेशन बनने का वादा करते हैं, जो साड़ियों, सलवार सूट, कुर्तियां, लहंगे और फ्यूजन वियर का व्यापक संग्रह पहले कभी नहीं देखी गई कीमतों और ऑफर पर पेश करते हैं, जो वर्तमान में सोच की रेड डॉट सेल में सभी स्टोर और ऑनलाइन पर चल रही है।जैसे-जैसे सोच पूरे देश में अपनी पहुंच बढ़ा रहा है, ब्रांड मौजूदा मार्केट में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करते हुए टियर 2 और 3 मार्केट में प्रवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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सरकार और संगठन, चमोली दुर्घटना पीड़ितों के पूरी तरह साथः भट्ट
देहरादून । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने चमोली हादसे को लेकर दुख जताते हुए पीड़ित परिजनों के लिए संवेदना प्रकट की है । प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान के हवाले से जारी बयान में बताया गया कि प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के लिए रवाना हुए लेकिन मौसम खराब होने के कारण उन्हें वापिस आना पड़ा । भट्ट ने जिला प्रशासन से राहत कार्यों की जानकारी ली और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं को राहत कार्यों में मदद पहुंचाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने घटना में मृत हुए लोगो के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की । उन्होंने विश्वास दिलाया मृतकों के परिजनों की हरसंभव मदद की जाएगी और घायलों को उच्चस्तरीय इलाज मुहैया कराया जाएगा । भाजपा अध्यक्ष भट्ट ने ।प्डै ऋषिकेश पहुँचकर घायलों के भी हाल जाना ।
भट्ट ने मुख्यमंत्री धामी द्वारा घटना की न्यायिक जांच की घोषणा पर संतोष व्यक्त करते हुए कह, इस घटना में जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा । उन्होंने कहा की इस दुर्घटना में जिनके अपने चले गए उनकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता लेकिन सरकार और संगठन दुख की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है ।आगे पढ़ें
एनडीए का विकास के लिए और विपक्ष का भ्रष्टाचार के लिए है गठबंधनः भट्ट
देहरादून। भाजपा ने एनडीए को देश के स्वर्णिम काल का सपना पूरा करने वालों का गठबंधन बताया है । प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने विपक्षी बैठक पर निशाना साधते हुए, वंशवादियों और भ्रष्टाचारियों का ठगबंधन बताया है ।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा मीडिया के पूछे गए सवालों के ज़बाब में कहा कि एनडीए की दिल्ली में हुई बैठक 39 पार्टियों का सकारात्मक राजनीति के साथ देश को आगे बढ़ाने का संकल्प है । उन्होंने कहा कि 90 के दशक से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने लगातार जनता का विश्वास जीतते हुए देश में विकासपरक राजनीति को स्थापित किया है । आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के चमत्कारिक नेतृत्व में सहयोगी दलों के सहयोग और 140 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद से भारत विश्व के शक्तिशाली देशों ने शुमार हो गया है ।
भट्ट ने विश्वास जताते हुए कहा कि आज देश की जनता को ही नही दुनिया के देशों को भी विश्वास हो गया है कि 2024 में मोदी सरकार ही तीसरी बार आने वाली है। सच्चाई का अंदाजा बैंगलेरू में 24 की तैयारी में जुटे 26 दलों और उत्तराखंड में बैठे उनके नुमाइंदों को भी है । कभी एक दूसरे की राजनैतिक हत्या के प्रयासों के सभी आरोपी एक ही राजनैतिक आपदा की नाव पर सवार हैं। यह वही पार्टियां है जो समाज को जातियों में बांटने की राजनीति करती हैं और देशवासियों को धार्मिक आधार पर विभाजित करती है।
भट्ट ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में जोड़ने की राजनैतिक आंधी से अपने अस्तित्व को बचाने की खातिर आज ये सभी विरोधी पार्टियां एक साथ बैठी हैं।
उन्होंने कहा कि ये पार्टियां आसपास रहकर भी साथ नहीं है। जिसका आभास तभी होने लगा है जब इण्डिया नाम को लेकर नीतीश कुमार के विरोध की खबर सामने आई और जब मायावती ने इस गठबंधन की पोल खोल दी तो लालू और अखिलेश ने संयुक्त प्रेस कान्फ्रेस से ही किनारा कर लिया। फिलहाल देश प्रदेश की जनता को तो इस ठगबन्धन से कोई उम्मीद नहीं है और प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को भी कोई गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए ।आगे पढ़ें
स्वाभिमान यात्रा के जरिये सहानुभूति तलाश रहे है हरदाः चौहान
देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस की यात्राओं पर तंज कसते हुए कहा कि तमाम यात्राओं के जरिये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत अपने लिए सहानुभूति लेने की फिराक मे हैं जो कि उनका असफल प्रयास है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने रावत द्वारा आपदा राहत को लेकर लगाए आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार और संगठन इस विपरीत परिस्थितियों में जनता के बीच पहुंचकर हर संभव मदद कर रहीं है। वह वरिष्ठ और प्रतिकूल परिस्थितियों को बेहतर जानते है, लेकिन पार्टी जनों को आम लोगों की पीड़ा से जोड़ने के बजाय वह यात्राओं की अगुवाई कर रहे है। आपदाग्रस्त क्षेत्र मे भी वह नये आंदोलन की चेतावनी दे रहे है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मे आपदा प्राकृतिक है और हरदा इसे मानवजनित बता रहे है, जो कि हास्यास्पद है। राज्य मे भ्रष्टाचार की आपदा भी रही और उन मामलों मे वह जाँच का सामना कर रहे है, लेकिन इसके लिए भी वह सरकार को कोस रहे है। जाँच से परेशान होकर वह अब इन यात्राओं मे अपनी बात को जनता के सामने रखने का ढोंग कर रहे है। लेकिन 8 साल तक चुप रहे। जनता उस काल खंड मे हुए घटनाक्रम को अच्छी तरह से जानती है।
चौहान ने कहा कि आपदा के समय दलगत भाव नही, बल्कि मानवीय आधार पर कार्य होना चाहिए। हालांकि यही रवैया कांग्रेस का कोरोना काल मे रहा। लोग कोरोना से लड़ते रहे और कांग्रेस धरना प्रदर्शन कर लोगों से लड़ती रही। नतीजा कांग्रेस को जनता ने फिर सबक सिखाया।
कांग्रेस नेताओं को सहयोगी की भूमिका मे रहना चाहिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं हरिद्वार समेत सभी आपदाग्रस्त क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर राहत कार्यों को लीड कर रहे हैं। पार्टी के सभी सांसद, विधायक एवं सभी जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय तरीके से राहत कार्यों में सहयोग दे रहे हैं। यदि कांग्रेस पार्टी अपनी राजनैतिक आपदा को भूल नहीं सकती है तो कम से कम उसे अपनी राजनैतिक बयानबाजियों और कार्यक्रमों से प्रदेश की छवि और जनता को भ्रमित करने की कोशिश से बचना चाहिए।आगे पढ़ें
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चमोली में घटना स्थल पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्रीः डा. धन सिंह
सभी कार्यक्रम स्थगित कर, राहत व बचाव कार्य का सम्भाला मोर्चा
गंभीर रूप से घायलों को किया एयर लिफ्ट, भेजे एम्स ऋषिकेश
चमोली। चमोली जनपद में हुई दुःखद घटना की सूचना मिलते ही जनपद के प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने दुर्घटना में घायल हुये लोगों को उपचार के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को घटना की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिये।
स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने चमोली जनपद में घटी दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुये ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की कामना की, साथ ही उन्होंने हादसे में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रर्थाना की। डा. रावत ने बताया कि चमोली हादसे की सूचना मिलते ही उन्होंने अपने आगे के सभी कार्यक्रम रद्द किये और तत्काल दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। घटना स्थल पर पहुंचे ही उन्होंने हादसे में घायल लोगों को शीघ्र प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराने के लिये जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल लोगों को एयर लिफ्ट करा कर एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया है, जहां उन्हें बेहतर उपचार दिया जायेगा। इसके अलावा अन्य घायलों को जिला अस्पताल गोपेश्वर में उपचार दिया जा रहा है। विभागीय मंत्री डा. रावत ने बताया कि राहत व बचाव कार्य यृद्ध स्तर पर जारी है और वह स्वयं जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ जनपद मुख्यालय पर मौजूद हैं।
कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत इन दिनों अपने चार दिवसीय गढ़वाल-कुमाऊं भ्रमण पर हैं। चमोली जनपद के देवाल ब्लॉक में एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें चमोली में हुये हादसे की जैसे ही खबर मिली, उन्होंने अपने आगे के सभी कार्यक्रम रद्द कर जिला मुख्यालय चमोली में स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्य का मोर्चा सम्भाल लिया है।आगे पढ़ें
सीमा पाकिस्तान की जासूस!
पाकिस्तान से अवैध तरीके से भारत में आई सीमा हैदर और उसके कथित पति सचिन मीणा को हिरासत में ले लिया गया है। यह गिरफ्तारी नहीं है। यह कार्रवाई उप्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने की है, क्योंकि उसके कुछ प्राथमिक संदेह हैं, लिहाजा वह गहन सवाल-जवाब करना चाहता है। एटीएस के संदेह आतंकवाद से जुड़े हुए नहीं हैं, लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सीमा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट या जासूस मान कर चल रहे हैं। इन संदेहों के कई बुनियादी कारण भी हैं। मसलन-पाकिस्तान की 27 वर्षीय सीमा अपने चार नाबालिग और छोटे-छोटे बच्चों समेत पहले शारजाह गई, वहां से नेपाल कैसे आई और अंततरू भारत में कैसे घुसी? सरहद पर बीएसएफ और स्थानीय पुलिस ने उसे क्यों नहीं पकड़ा? उनसे भी स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। सीमा के पास 4 मोबाइल फोन, 3 फर्जी पहचान-पत्र, 4 जन्म प्रमाण-पत्र, 4 पासपोर्ट बच्चों के, 2 पासपोर्ट खुद सीमा के और 5 वेक्सीनेशन सर्टिफिकेट आदि दस्तावेज कहां से आए, उसने क्यों बनवाए अथवा किसने उसकी मदद की? यदि वह सामान्य औरत है और इश्क में डूबी है, तो उसे इतने दस्तावेजों की जरूरत ही क्या थी? इन सवालों के अलावा, एटीएस, पुलिस, गुप्तचर ब्यूरो सरीखी जांच एजेंसियों के सामने यह अहम सवाल भी है कि सीमा को उप्र के ग्रेटर नोएडा आने के बाद पाकिस्तान में 30 से अधिक हिंदू औरतें क्यों लापता कर दी गई हैं और वे कहां हैं? पाकिस्तान की हुकूमत स्पष्ट करे। कराची के हिंदू मंदिर पर रॉकेट लॉन्चर से हमला क्यों किया गया है? वैसे पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमले होते रहे हैं। उन्हें धर्मांतरण के लिए भी विवश किया जाता रहा है, लेकिन चिंता की बात यह है कि पाकिस्तान में हिंदू औरतों को मारने की धमकियां दी जा रही हैं।
कुछ नकाबपोश हाथों में हथियार लेकर यह धमकी भी दे रहे हैं कि यदि सीमा हैदर को पाकिस्तान वापस भेजा गया, तो उसकी हत्या कर दी जाएगी। सवालिया यह भी है कि उन बदमाशों ने बाकायदा वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया है। कुछ लोग ‘बेवफा’ सीमा को सरेआम चौराहे पर फांसी देने की भी मांग कर रहे हैं। उसका सार्वजनिक और सामाजिक चरित्र-हनन भी किया जा रहा है। इन धमकियों की प्रतिक्रिया में भारत के कुछ हिंदूवादी संगठनों ने सरकार को चेता दिया है कि यदि 72 घंटों में सीमा को सीमापार नहीं भेजा गया, तो फिर आंदोलन छेड़ा जाएगा। बेशक यह मुहब्बत की ऐसी दास्तां हो सकती है, जिसने सरहदों की परवाह नहीं की, लेकिन उसकी खातिर राष्ट्रीय सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उप्र के पूर्व पुलिस महानिदेशक डॉ. विक्रम सिंह का मानना है कि आज एक सीमा और 4 बच्चे अवैध तरीके से भारत में घुसे हैं। कल 50 सीमाएं और सैकड़ों बच्चे देश में घुसपैठ कर सकते हैं। यह अपराध का मामला है, भावुक होने की जरूरत नहीं है। कल बच्चों के मानवाधिकार का मुद्दा वैश्विक स्तर पर उठाया जा सकता है। उसका जवाब देने में भारत सरकार सक्षम है। हम बांग्लादेश और म्यांमार से जारी अवैध घुसपैठ को रोक नहीं पाए हैं। सीमापार और पाकपरस्त आतंकवाद भी घुसपैठ के जरिए चलाया जा रहा है। यदि एक और समस्या पाल लेंगे, तो देश के लिए खतरनाक हो सकता है। दरअसल एटीएस और आईबी की जांच-पड़ताल का फोकस यह है कि क्या सीमा आईएसआई की जासूस है? वह सिर्फ 5वीं पास है, लेकिन अंग्रेजी भाषा को बखूबी जानती, समझती और बोल लेती है। उसने यह प्रशिक्षण कहां और कब हासिल किया? एजेंसियां पाकिस्तान से भारत में आने का रूट भी खंगालना चाहती हैं। सीमा के मददगारों तक पहुंचने की कोशिश करना चाहती हैं। सीमा और सचिन के संबंधों की पृष्ठभूमि और हकीकत तक भी पहुंचना चाहती है । सीमा अब ग्रेटर नोएडा में हिंदू बनकर सचिन के घर में रह रही है। बहरहाल सच तक पहुंचना तो जरूरी है ।आगे पढ़ें
Pushkar Singh Bhujwan: जोशीमठ से पुष्कर सिंह भुजवाण रिपोर्ट – जोशीमठ नटराज चौक कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया किया गया कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने ने कहा हेलंग मारवाड़ी बाईपास के विरोध में पुतला दहन किया गया कहा कि उत्तराखंड सरकार ने जो फर्जी मुकदमे दर्ज किए हैं उसके विरोध में आज पुतला दहन किया गया कल ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा इस अवसर पर कमल रतुड़ी वरिष्ठ नेता, प्रकाश नेगी, व्यापार संघ अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी, महेंद्र सिंह राणा, रोहित परमार, सतीश डिमरी, महेंद्र नंबूरी, श्रीमती देवेश्वरी शाह, लक्ष्मी लाल, अन्य दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे
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JM Painuli Editor पहाडों की गूँज:
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आज दिनांक 19 जुलाई सर्व सेवा संघ वाराणसी परिसर में सत्याग्रह का ६० वां दिन था।
आज सत्याग्रह में उपस्थित सत्याग्रहियो ने आर एस एस के सरसंघचालक मोहन भागवत जी के वाराणसी में होने के अवसर पर उनसे सामुहिक अपील किया है कि भूदान आंदोलन के प्रणेता संत विनोबा भावे वाराणसी के राजघाट में साधना केंद्र की स्थापना की थी जिसका उद्देश्य था समाज कार्य व राष्ट्र निर्माण के लिए युवक व युवतियों को तैयार करना और सर्वोदय साहित्य का निर्माण करना, जो समाज के लोगों को सामाजिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाएं।
जयप्रकाश जी ने इस परिसर में गांधी विद्या संस्थान का निर्माण किया था जिससे सामाजिक आंदोलन के प्रभाव पर शोध कार्य हो सके लेकिन जिला प्रशासन विनोबा और जेपी के सपनों को ध्वस्त करने पर आमादा है।
सरसंचालक से निवेदन है कि जब वह वाराणसी आए हैं तो कम से कम इस तरह की गतिविधियां तत्काल रोकने के लिए सरकार निर्देश दें वरना देश की एक बड़ी महत्वपूर्ण विरासत ध्वस्त हो जाएगी।
आज के सत्याग्रह में मुख्य रूप से दिल्ली विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक नेता व संपूर्ण क्रांति आंदोलन के महत्वपूर्ण नायक रहे वरिष्ठ समाजवादी नेता एवं समाजवादी समागम के अध्यक्ष प्रो० राजकुमार जैन तथा ग्वालियर से आए मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जो आपातकाल के विरुद्ध महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी एवं आईटीएम विश्वविद्यालय के संस्थापक रमाशंकर सिंह ने समाजवादी प्रो० आनंद कुमार, इस सत्याग्रह के संयोजक रामधीरज व जागृती राही के साथ सामूहिक प्रेस-वार्ता किया।
पूर्व कि भांति जागृती राही ने सर्वधर्म प्रार्थना कराकर आज के सत्याग्रह का शुभारंभ किया एवं महिला चेतना समिति की महिलाओं ने क्रांति गीत गाई।
वक्ता के रूप में प्रो० आनंद कुमार ने सत्याग्रह कर रहे हैं सभी सत्याग्रहियो का हौसला आफजाई करते हुए सभी का शुक्रिया किया और कहा आज जब सत्ता पक्ष तानाशाह हो चुकी है उसके सारे तंत्र मानवीयता के विरुद्ध खड़े हो चुके हैं, ऐसी विपरीत घड़ी में हम आप सत्याग्रही पिछले 60 दिनों से इस तूफान को थामे हुए हैं। निश्चित ही सत्य की विजय होगी क्योंकि इस सत्याग्रह में भारी संख्या में दूरदराज के ग्रामीण महिलाएं, नौजवान साथी सामाजिक चिंतक एवं सामाजिक कार्यकर्ता अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
ग्वालियर मध्य प्रदेश से आए पूर्व मंत्री, गांधी विचारक रमाशंकर सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह आंदोलन जन आंदोलन के रूप में हम सब तक पहुंचा व राष्ट्र आंदोलन का रूप ले रहा है। और निश्चित है कि इस सत्याग्रह को ताकत देने और सत्य की विजय के लिए देश भर के सभी समाजवादी, सामाजिक चिंतक, व राजनीतिज्ञ जुड़ते जा रहे हैं।
वरिष्ठ समाजवादी नेता वह दिल्ली विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक नेता प्रो० राजकुमार जैन ने आश्वस्त किया कि वह इस लड़ाई को देश के केंद्र में लोकतंत्र के मंदिर में सभी प्रमुख विपक्षी दलों द्वारा उठाया जाएगा और देश में हर स्तर के न्यायपालिका में इसके कानूनी पक्ष को मजबूती से लड़ा जाएगा और अंत में हम सत्य जनता में साबित करेंगे। सत्ता पक्ष में बैठे कुछ दूषित लोग जो गांधी, विनोबा, जयप्रकाश जैसे राष्ट्र नायकों की विचारधारा को नष्ट करने की मंशा रखते हैं वह भारत का हित नहीं चाहते।
प्रयागराज से कस्तूरबा गांधी ट्रस्ट द्वारा संचालित विद्यालय की शिक्षिकाएं एवं छात्राएं सत्याग्रह में शामिल होने वाराणसी परिसर में आई थी।
वक्ताओं कि सूची में नन्दलाल मास्टर, बनवासी सेवा आश्रम की सुभा बहन, विद्याधर मास्टर, अशोक मानव, ईश्वर चंद, जागृति राही, अनुप श्रमिक, बल्लभ पांडे, धनंजय त्रिपाठी, अफलातून देसाई एवं अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया!
आज लगभग १२५ सत्याग्रहियों ने सत्याग्रह किया!
रामधीरज
सर्व सेवा स्ंघ