टिहरी , पहाडोंकीगूँज, राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी, टिहरी गढ़वाल की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस मनाया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों द्वारा बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर रेनू नेगी ने सर्वप्रथम उत्तराखंड राज्य प्राप्ति पर अपना बलिदान देने वाले वीर सपूतों को याद किया एवं पुष्प मालाओं से आंदोलनकारियों को पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रोo नेगी ने बताया कि जिन लोगों ने उत्तराखंड राज्य प्राप्ति में अपना सर्वोच्च न्योछावर किया उनकी उम्मीदों पर खरा उतरना हमारा प्रथम कर्तव्य है। छात्र-छात्राओं को एक नशामुक्त उत्तराखंड बनाना है। प्राचार्या द्वारा स्वयंसेवियों को समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्वों को समझने की आवश्यकता पर बल दिया गया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ वी पी सेमवाल ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया इसमें वाद विवाद, रंगोली निबंध एवं पॉलीथिन उन्मूलन किया गया जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले स्वयंसेवियों को प्रमाण पत्र दिए गए। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष एवं राज्य आंदोलनकारी उमेश चरण गुसाईं द्वारा राज्य के मुख्य आंदोलनकारी स्वo इंद्रमणी बडोनी जी की प्रतिमा का माल्यार्पण कर कार्यक्रम का उदघाटन किया गया। गुसाईं द्वारा उत्तराखंड राज्य की दशा एवं दिशा पर चिंता व्यक्त की गई तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों से अपील की गई कि समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। नशा मुक्त, पॉलिथीन मुक्त उत्तराखंड पर जोर देते हुए कहा कि युवा वर्ग इस पर अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर सकता है। गुसाईं ने छात्र छात्राओं के समक्ष नई शिक्षा नीति 2020 पर भी विचार रखे। हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजीव नेगी ने पलायन एवं उत्तराखंड की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ सुशील कुमार कगड़ियाल ने उत्तराखंड की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर अपना संबोधन रखा तथा उत्तराखण्ड में महिलाओं की भूमिका के रूप में बेलमती चौहान, हंसा धनाई आदि को याद किया। डॉ अरविंद पैन्यूली ने भी उत्तराखंड राज्य की प्रगति में युवाओं की भूमिका पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम में वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ रजनी गुसाईं, डॉ सुशील कुमार कगडियाल के साथ निर्णायक की भूमिका में डॉ पी सी पैन्यूली, डॉ मीनाक्षी शर्मा, डॉ पुष्पा पंवार एवं डॉ रश्मि जोशी ने अपना योगदान दिया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ डी पी एस भंडारी, डॉ संजीव नेगी, डॉ डी एस तोपवाल, डॉ मीरा कुमारी, डॉ निशांत भट्ट, डॉ आरती खंडूरी, डॉ जयेंद्र सजवाण, डॉ संदीप बहुगुणा, डॉ सतेंद्र ढौंडियाल, डॉ हेमलता बिष्ट, डॉ साक्षी शुक्ला, डॉ कामिनी पुरोहित, डॉ गुरुपद गुसाईं, डॉ अंकिता बोरा, डॉ बी डी एस नेगी, डॉ नवीन रावत, डॉ अजय बहुगुणा, डॉ कमलेश पांडे, हरीश नेगी आदि उपस्थित रहे।
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लोकतंत्र में प्रेस को संवैधानिक अधिकार मिलना चाहिए
भारत का पहला पत्र है जिसकी निम्न खबर का संज्ञान सुप्रीम कोर्ट ने लिया है।
आगेपढेंलोकतंत्र के चौथे स्तंभ प्रेस संवैधानिक अधिकार दिलाने की खबर का सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान।न्यायालय दिलाएगा पत्रकार साथियों को मान। पाठक गण अपने बिचार भेजें वट्सप no 7983825336 पर भेजें।
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वरिष्ट पत्रकार एंव लंबगांव बाजार के वरिष्ट व्यापारी बिजेंद्र महर के आकस्मिक निधन पर लंबगांव व्यापार मंडल ने श्रदांजली दी
वरिष्ट पत्रकार एंव लंबगांव बाजार के वरिष्ट व्यापारी बिजेंद्र महर के आकस्मिक निधन पर लंबगांव व्यापार मंडल के ब्यापारियों ,सामाजिक संगठन से जुडे लाेगाें ने दु:ख जताया और बुधवार काे संपूर्ण बाजार बंद रखा तथा दिवंगत आत्मा की शांति हेतु शहीद स्मारक लंबगांव मे दाे मिनट माैन रखकर शाेक जताया। जीतमणि पैन्यूली संयोजक टिहरी बांध प्रभावित संघर्ष समिति ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि बिजेन्द्र महर का प्रतापनगर के विकास की ज्वलंत समस्याओं को उठाने के लिए उनका बड़ा योगदान रहा है । 1988 से प्रत्येक विकास को बढ़ाने में अखबार से सहयोग देते रहे।टिहरी बांध प्रभावित प्रतापनगर गजना छेत्र संघर्ष समिति का चवाड़ बैंड पर 87 दिन आंदोलन चला।1जुलाई से किये गए आंदोलन में 9 जुलाई2008 चका जाम की खबर उनके अखबार ने प्रथम पृष्ठ पर प्रकाशित की जबकि। मुख्यमंत्री खंडूरी जी को कोमल चंद रमोला ने चंडीगढ़ में ईयर पोर्ट पर प्रश्न के बाद खबर प्रकाशित होने से ,डांट लगने पर खबरें आंदोलन की खबर प्रकाशित की गई ऐसे गोदी पत्रकार आगे बढ़ रहे हैं ।इलाका पलायन कर रहा है ।ऐसे महान छेत्र के लिए विकास के प्रति जागरूक पत्रकार को हमेशा याद किया जाता रहेगा भले ही वह हमारे बीच नहीं है।लिखते हुए उनको चले जाने के दुख से आंसू आगये, उन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा प्रतापनगर में और पत्रकारिता करने वालो के लिए वह सेवा करने की नजीर बनाएंगे यह मानना है। दिवंगत आत्मा को शान्ति एंव परिजनों को दुःख सहने की शक्ति देने के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं।उनको आँसूसे भरे नेत्रों से भावभीनी श्रद्धांजलि ,ॐ शान्ति शान्ति।जीतमणि पैन्यू
पत्रकार बिजेंद्र महर का मंगलवार काे देहरादून जाैलीग्रांट मे निधन हाे गया था स्वर्गीय महर का अंतिम संस्कार बुधवार काे उनके पैतृक घाट मांजफ मे किया गया जहां उनके ज्येष्ट पुञ मनीष महर एंव छाेटे पुञ अनीष महर ने उन्हे मुखाग्नि दी शाेक जताने वालाें मे राज्य आंदोलनकारी देवी सिंह पंवार व्यापार मंडल अध्यक्ष युद्ववीर राणा, पूर्व ब्यापरमण्डल अध्यक्ष केशव रावत ब्लॉक प्रमुख प्रदीप रमोला नगर पंचायत अध्यक्ष भराेसी देवी रांगड, जिला पंचायत सदस्य रेखा असवाल, नीलम बिष्ट, संजू देवी रांगड, कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश राणा, थाना अध्यक्ष महिपाल सिह रावत, भाजपा महिला माेर्चा की मंडल अध्यक्ष ममता पंवार, सभासद साैरभ रावत, कमलनयन कुडियाल, सुरेश रावत, आशीष रावत, यशवीर राणा, राेशन रांगड, राजीव पंवार, पञकार केदार बिष्ट, पत्रकार लाखी सिह रावत ,पत्रकार महावीर थलवाल , सुमन रांगड, रविंद्र कंडियाल, सतीश रांगड,महावीर थलवाल, प्रवीण पोखरियाल, राजेश पोखरियाल, खुशाल सिंह रावत, धनराज पँवार, जयबीर बिष्ट, राजपाल पँवार, मनाेज रमाेला , राजपाल राणा, जयप्रकाश जाेशी, मुकेश रावत, साेबत सिह बिष्ट, सुरेश रावत, विजय रावत, पवन नेगी, बिक्रम सिह थलवाल, आदि माैजूद थे।