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*ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज* के शिष्य प्रतिनिधि
*स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती* द्वारा ज्ञानवापी में प्रकट हुए भगवान् *आदि विश्वेश्वर के पूजन का कार्यक्रम*
आज 2079 विक्रमी ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी
दिनांक 4 जून 2022 को
समय सुबह 8.30 बजे
श्रीविद्यामठ से कुल 71 लोगों के साथ स्वामिश्रीः निकलेंगे।
71 लोगों में पूज्य स्वामिश्रीः के साथ उनके एक ब्रह्मचारी रहेंगे। इसके अतिरिक्त 64 भक्त पूजन सामग्री के साथ रहेंगे तथा 5 पण्डित रहेंगे।
इतनी ही नियत संख्या रहेगी और सभी अनुशासित रहेंगे।
नौकारूढ होकर केदारघाट से ललिताघाट पहुंचेंगे और वहाॅ से गंगाजल कलशों में भरकर प्रकट हुये शिवलिंग तक जायेंगे।
पूजा आरती भोगराग लगाकर पुनः 10 बजे श्रीविद्यामठ केदारघाट लौट आयेंगे।
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वाराणसी
ज्ञानवापी में प्रकट हुए आदि विश्वेश्वर के पूजन व भोग हेतु आज श्री विद्या मठ से जाते हुए स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज को प्रशासन द्वारा रोके जाने के प्रतिकार स्वरूप अन्न जल त्याग कर जहाॅ स्वामिश्रीः 1008 अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती महाराज को मठ के गेट पर रोका गया। वे वही बैठ गए हैं।
हनुमान जी से स्वामिश्रीः को शक्ति प्रदान करने हेतु व आदि विश्वेश्वर के पूजन व भोग प्रसाद का मार्ग प्रशस्त हो इसी मंगलकामना को लेकर कल 5.6.2022 दिन रविवार को सायं 4 बजे शिव काशी मंच की ओर से श्रीविद्यामठ में काशी की धर्मप्राण जनता व भक्त 11 बार हनुमान चालीसा का सस्वर पाठ करेंगे।