केदारनाथ धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की रात्रि विश्राम की सुविधा
के लिए आराम दायक कमरे शुद्ध भोजन की व्यबस्था उपलब्ध है मोबाइल नंबर 7253929200 एवं 9897798579 पर बुकिंग के लिए सम्पर्क किजयेगा।
Facility of night rest for the pilgrims going on Kedarnath Dham Yatra
For comfortable rooms, pure food arrangements are available for booking contact on mobile number 7253929200 and 9897798579
रुद्रप्रयाग, पहाडोंकीगूँज, पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के मंदिर में कपाट खोलने की प्रक्रिया रविवार 1 मई को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में भैरव पूजन के साथ शुरू होगी। वहीं 2 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से धाम के लिए रवाना होनी की तैयारियां जोरों पर है।
विगत दो वर्षों से वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण आम जनता को डोली विदा करने पर अंकुश लगने के कारण स्थानीय श्रद्धालुओं में भारी उत्साह बना हुआ है। डोली के साथ ऊखीमठ से केदारनाथ धाम तक पद यात्रा करने वाले भक्तों का आवागमन विभिन्न प्रदेशों से शुरू हो गया है। वहीं दूसरी ओर मन्दिर समिति के अग्रिम कार्य करने वाले दल द्वारा केदारनाथ में आगामी 6 मई से शुरू होने वाली यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारियां जोरों पर चल रही है ।यह जानकारी देते हुए कार्यधिकारी रमेश चंद्र तिवारी ने बताया कि रविवार के दिन केदारनाथ यात्रा का आगाज भैरव पूजन के साथ सुरु किया जायेगा। उन्होंने बताया कि रविवार देर सांय भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विद्धान आचार्यो द्वारा भैरवनाथ की पूजा विधि – विधान से की जायेगी। बताया कि भैरवनाथ को केदार पुरी का क्षेत्र रक्षक माना जाता है तथा लोक मान्यताओं के अनुसार भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में भैरव पूजन के बाद भैरवनाथ केदार पुरी के लिए रवाना हो जाते हैं। कार्यालय अधीक्षक राजकुमार नौटियाल ने बताया कि 2 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से धाम रवाना होने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि 2 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली ब्राह्मणों की वेद ऋचाओं, आर्मी व स्थानीय वाध्य यंत्रों व श्रद्धालुओं की जयकारों के साथ ऊखीमठ से धाम के लिए रवाना होगी तथा विभिन्न यात्रा पडावो पर भक्तों को आशीष देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी पहुंचेगी।
उन्होंने बताया कि 3 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली फाटा विश्राम करने के बाद 4 मई को गौरी माता मन्दिर गौरीकुण्ड तथा 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी । 6 मई को प्रातः 6 बजकर 25 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट जय केदार,जय शंकर के उदघोषो के साथ भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिये जायेगें। मन्दिर सुपरवाइजर यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मन्दिर समिति के अग्रिम दल द्वारा केदारनाथ धाम में आगामी 6 मई से शुरू होने वाली यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। बताया कि दल द्वारा मुख्य मन्दिर सहित सहायक मन्दिरों मे रंग रोबन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। विद्युत और पेयजल आपूर्ति सुचारू करने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में मौसम के बार – बार करवट लेने से यात्रा व्यवस्थाओं को सुचारू करने में भारी परेशानियों का सामना करना तो पड़ रहा है। आगामी तीन मई तक सभी यात्रा व्यवस्थायें पूरी कर ली जायेगी। मौसम विभाग ने 3 मई को भारी वर्षा होने के लिए अलर्ट भी जारी किया है।सभी यात्रियों को अपने गर्म बस्त्र के साथ यात्रा को सुगम बनाने के लिए व्यबस्था करने की आवश्यकता है।
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जय बदरीविशाल जय नृसिंह देवता 🚩
जोशीमठ के नृसिंह मंदिर में पौराणिक एवं ऐतिहासिक त्रिमुंडिया मेला का आज हुआ भव्य आयोजन ।।
यह उत्सव श्री बदरीनाथ धाम जी के कपाट खुलने से एक सप्ताह पूर्व शनिवार के दिन आयोजित करने की पौराणिक परम्परा है।त्रिमुंडिया मेला का आयोजन यात्रा सुगमता से चलने और विपत्तियों को दूर करने के लिए किया जाता है।।