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मुख्यमंत्री ने कोविद के वैक्सीन शुभारंभ के साथ कुम्भ मेले की समीक्षा बैठक की है

Pahado Ki Goonj

विश्व के सबसे बडे टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ आज देश के प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से प्रातः 10ः30 बजे किया गया। प्रधानमंत्री द्वारा वैक्सीनेशन के शुभारम्भ के साथ ही उत्तराखण्ड में भी मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा भी दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून से टीकाकरण का औपचारिक शुभारम्भ किया गया।
कोविड वैक्सीन लगाए जाने की व्यापक तैयारियों के बाद आज मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र प्रातः 10ः15 बजे दून मेडिकल कॉलेज के ओ0पी0डी0 हॉल में पहुंचे जहाँ पर उन्होने प्रधानमंत्री के वर्चुअल शुभारम्म कार्यकरम को देखा। प्रधानमन्त्री के राष्ट्र को संबोधन के साथ ही मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र द्वारा दून मेडिकल कॉलेज में टीकाकरण सत्र का शुभारम्भ किया गया। पहला टीका दून मेडिकल कॉलेज के वार्ड बॉय  शैलेन्द्र द्विवेदी तथा दूसरा टीका मेडिकल कॉलेज के छाती एवं टी0वी0 रोग के विभागाध्यक्ष एवं कोविड प्रभारी डॉ0 अनुराग अग्रवाल को दिया गया।
मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा विश्व का सबसे बडा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है और यह कोरोना महामारी को काफी हद तक नियंत्रित करने में सफल होगा। मुख्यमंत्री ने आमजन से अपील की कि वह टीकाकरण के बारे में किसी प्रकार के भ्रामक प्रचार तथा अफवाहों पर ध्यान न दें क्योंकि यह वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित है और देश को महामारी से बचाने का एक कारगर उपाय है। मुख्यमंत्री ने यह भी अपील की कि टीकाकरण के साथ-साथ हमें कोविड से बचाव के उपायों पर निरन्तर अमल करना होगा क्योंकि “दवाई भी एवं कढाई भी के मूल मंत्र को अपनाने से ही हम पूर्णतः सुरक्षित रह सकते हैं।
इस अवसर पर नगर निगम देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री खजानदास, स्वास्थ्य सचिव  अमित नेगी, प्रभारी सचिव डॉ० पंकज कुमार पाण्डेय, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ० अमिता उप्रेती, मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चान्सलर डॉ0 हेमचन्द्र पाण्डेय, निदेशक डॉ० तृप्ति बहुगुणा, डॉ० सरोज नैथानी, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आशुतोष सयाना एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तराखण्ड में कोविड-19 वैक्सीनेशन के शुभारम्भ के प्रथम दिन की प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए राज्य नोडल अधिकारी एवं मिशन निदेशक एन०एच०एम० श्रीमती सोनिका ने बताया कि आज 34 चिकित्सालयों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए जहां पर 3178 हैल्थ केयर वर्कर्स को टीकाकरण किया जाना था जिसके सापेक्ष 5ः00 बजे, सत्र के समाप्त होने तक 2226 हेल्थ केयर वर्कर्स को टीके लगाए गए जो निर्धारित लक्ष्य का 70 प्रतिशत है।
मिशन निदेशक श्रीमती सोनिका ने बताया कि हैल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन लगने के प्रथम दिन सभी कोविड अस्पतालों में भी टीकाकरण सत्र आयोजित गए हैं जिनके अन्तर्गत 2 प्राईवेट अस्पताल कमशः हिमालयन अस्पताल, जौलीग्रान्ट एवं गुरुरामराय अस्पताल, देहरादून में भी वैक्सीनेशन का कार्य किया गया। कोविड वैक्सीन के टीकाकरण अभियान की निगरानी एवं पर्यवेक्षण के लिए राज्य कन्ट्रोल रूम द्वारा आज प्रातः 8ः00 बजे से ही कार्य करना शुरू कर दिया था।
राज्य कन्ट्रोल रूम के चीफ ऑपरेशन आफीसर डॉ० अभिषेक त्रिपाठी के अनुसार सभी 34 अस्पतालों पर टीकाकरण सत्र निर्धारित समय से आरम्म हो गए थे और हैल्थ केयर वर्कर्स को कोविन पोर्टल पर किए पंजीकरण के अनुसार भेजे गए सदेश के क्रम में टीकाकरण किया गया। डॉ0 त्रिपाठी ने बताया कि वैक्सीनेशन अभियान पूर्णतः भारत सरकार की ऑपरेशनल गाईड लाईन के अनुसार संचालित किया गया तथा अभियान की ट्रेकिंग टीकाकरण सत्र से लेकर भारत सरकार के स्तर तक की निरन्तर गई।

इससे आगे पढ़िए

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में कुंभ मेला की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि अवशेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जाय। सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाय। श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं समय पर पूर्ण कर ली जाय। स्वच्छता अभियान में स्वयं सेवी संस्थाओं, सामाजिक संस्थाओं एवं जनता का सहयोग भी लिया जाय। कोविड-19 के मानकों का पूर्णतः पालन कराया जाय। जनवरी के अन्त तक स्थाई प्रकृति के सभी कार्य पूर्ण किये जाए। कार्यों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कुंभ के दृष्टिगत व्यापक जन जागरूकता अभियान संचालित करने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वच्छ, सुन्दर एवं सुरक्षित कुंभ के आयोजन के लिए मेला प्रशासन के साथ सभी विभाग बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें। मेला क्षेत्र में मास्क एवं सेनेटाइजर की उचित व्यवस्था की जाए। कोविड से सतर्कता के लिए भी मेला एवं जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जाय। अस्थाई प्रकृति के अवशेष कार्यों को भी जल्द पूर्ण किया जाय एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य भी समय से पूर्ण किए जाए। आगामी कुंभ पर्वों में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। इसके दृष्टिगत भी सभी व्यवस्थाएं पहले से ही योजना बनाकर तैयार रखी जाय।
शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक ने कहा कि कुंभ मेला श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक होता है। उन्होंने कहा कि कुभ मेला में राष्ट्रीय एवं प्रदेश के धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आस्था से संबंधित विभिन्न पक्षों को सामने लाया जायेगा। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिये कि  दिव्य एवं भव्य कुंभ के आयोजन के संबंध में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाय।
शासन स्तर पर कुंभ मेले की जानकारी देते हुए सचिव नगर विकास श्री शैलेश बगोली ने कहा कि कुंभ मेले से संबधित कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।  इस संबंध में स्वीकृत प्रस्तावों के सापेक्ष तत्काल निर्णय लेते हुए बजट आंवटित किया जा रहा है।
मेलाधिकारी  दीपक रावत ने कुंभ में किये जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि स्थाई प्रकृति के अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुके हैं, अवशेष कार्य जल्द पूर्ण हो जायेंगे। सड़क एवं पुलों से संबधित अधिकतर कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी आवश्यक कार्य जल्द पूर्ण किये जायेंगे।
बैठक में मुख्य सचिव  ओमप्रकाश, डीजीपी  अशोक कुमार,, सचिव  अमित नेगी,  नितेश झा, डॉ. पंकज पाण्डेय, श्री एस.ए. मुरूगेशन, आईजी मेला  संजय गुंज्याल एवं कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे।

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