देहरादून,देश के पत्रकारों को लोकतंत्र के चौथे स्थम्भ का दर्जा दिलाने तक बरिष्ट पत्रकार जीतमणि पैन्यूली काली पटटी लगाने के साथ साथ कोई त्यौहार भी नहीं मनायेंगे।देश में लोकतंत्र को कमज़ोर करने की साजिश की जा रही है।5वर्ष पहले मोदीजी ने कहा था हार्ड वर्क हमारी सरकार का लक्ष्य है।अब तक जो भी फैसले देश मे लिए जा रहे हैं वह देश की प्रगति पर प्रश्न लग गया।नेताओं की करनी और कथनी में अंतर के दुष्प्रभावों का जन्म होने से जहाँ माहौल ख़राब होता वहीं देश की प्रगति रुकने लगती है केंद्र सरकार, पत्रकार ,लेखक, कवि ,साधु संतों की इज्जत नही करते।किसी की ऊंची अच्छी पढ़ाई की किताबें को लिखने वाले लोगों का सम्मान नहीं मिलपा रहा है पत्रकार को धमकाया जारहा है गोलियों से भूना जारहा है इनके मौत के घाट उत्तार दिया है , देश के सभी पत्रकारिता करने वाले साथियों से अपील है कि अपने बाएं जेब की साइज का काला कपड़े की पट्टी पर विरोध लिखना है ।