24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में पुरानी मस्जिद को हटाने की मुहिम का किया विरोध

Pahado Ki Goonj

24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में पुरानी मस्जिद को हटाने की मुहिम का किया विरोध ।

देहरादून। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शीशपाल सिंह ने पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी को पत्र लिख कर आग्रह किया है, कि उत्तरकाशी में स्थित दशकों पुरानी  मस्जिद को बहाने व हटाने को लेकर 24 अक्टूबर के प्रस्तावित कार्यक्रम को रोका जाए। उन्होने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया एप्स व अन्य माध्यमों से जनपद उत्तरकाशी के चन्द मुस्लिम व समुदाय विशेष विरोधी अराजक तत्वों की और से उत्तरकाशी में स्थित दशकों पुरानी  मस्जिद को बहाने व हटाने को लेकर 24 तारीख को एक कार्यक्रम रखा गया है।
बहुजन समाज पार्टी आपको अत्यंत खेद के साथ अवगत कराती है कि जैसा कि आपको विदित ही होगा कि वर्तमान में पिछले काफी समय से जनपद उत्तरकाशी में आरएसएस व भाजपा के चन्द उदण्ड व असामाजिक तथा समुदाय विशेष विरोधी तत्वों व ताकतों के द्वारा हिन्दू धर्म के नाम पर हिन्दू धर्म को समुदाय विशेष से खतरे का नारा देकर जनपद उत्तरकाशी में दशकों पुरानी  मस्जिद जो बरसों पूर्व से पूरे धार्मिक सौहार्द के साथ बनी हुयी है, को तोड़ने व ध्वस्त करने की नाजायज मांगें की जा रही है।
पत्र में कहा गया है कि उल्लेखनीय है कि भारत एक धर्म निपरपेक्ष देश है और यहां पर प्रत्येक जाति, समुदाय व वर्ग विशेष के नागरिक को रहने, बसने, आने जाने व अपनी इच्छा व सामर्थ्य के अनुसार कार्य करने का पूर्ण संवैधानिक व कानूनी अधिकार प्राप्त है। जहां तक भाजपा व आरएसएस जैसे राजनैतिक दलों व अन्य सगठनों के असामाजिक व मुस्लिम विरोधी सदस्यों का यह कहना कि जनपद उत्तरकाशी में स्थित मस्जिद अवैध है, के संदर्भ में उनके द्वारा आज दिन तक कोई भी पुख्ता व स्पष्ट प्रमा नहीं दिया गया है। यदि तर्क के लिये यह मान भी लिया जाय कि समुदाय विशेष दशकों पुरानी मस्जिद अवैध है तो इसके लिये विधि द्वारा स्थापित सक्षम अधिकार प्राप्त न्यायालय तथा अन्य जांच ऐजेन्सियां हैं, जो इस बात की पुष्टि करे कि कौन सी मस्जिद व मन्दिर वैध है और कौन सा अवैध है, इसके निर्धारण का कोई भी अधिकार भारतीय संविधान ने इन भाजपा व आरएसएस के ऐजेण्टों को नहीं दिया है।
चैधरी शीशपाल सिंह ने कहा कि भाजपा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चन्द स्थानीय लोगों ने मात्र अपने राजनैतिक हितों को साधने, समाज में हिन्दू मुस्लिम एकता को खत्म करने व अराजकता की स्थिति पैदा कर अपने किसी निहित स्वार्थ की पूर्ति के लिये यह सारा मामला व बखेडा खड़ा करने की एक सोची समझी साजिश है। जिसको पूरा करने में यदि यह मुस्लिम धर्म विरोधी संगठन अपनी इस नापाक हरकत में सफल हो गये तो इससे समाज में अराजकता का माहौल पैदा हो जायेगा तथा अनावश्यक जाति व धर्म के नाम पर मार काट की स्थिति पैदा हो जायेगी जिससे पूरा हिन्दू हो या मुस्लिम समाज बरबादी की कगार पर पहुंच जायेगा।

 

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