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श्री बद्रीविशाल भगवान को शिकारी पुर चंदन बाटिका से 6साल से मिलने लगेगा चंदन- मोहन प्रसाद थपलियाल

Pahado Ki Goonj

बंगलोर,कर्नाटक राज्य के शिकारीपुर में श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति और भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी के सौजन्य से बदरीनाथ धाम में भगवान बद्री विशाल को लगाए जाने वाला चंदन का लेप की आवश्यकता हेतु कर्नाटक राज्य के शिकारीपुर में चंदन वाटिका बनाई गई है। इस वन के 4 एकड़ भूमि में वर्तमान समय में 2400 चंदन के पेड़ों का रोपण किया गया है। इन वनों में जिनकी उम्र 2 साल 4 साल 5 साल 6 साल और सबसे अधिक उम्र वाला 9 साल का पौधा लगाया गया है ।

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल  ने बताया कि 9 साल का पौधा अगले 6 साल में हमें चंदन उपलब्ध करा देगा। जिस से बद्रीनाथ धाम में चंदन की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हम बड़े ही सौभाग्यशाली हैं और वह लोग भी बड़े सौभाग्यशाली हैं जिनकी भूमि पर यह चंदन वाटिका तैयार की जा रही है। उनके समस्त परिवार के सदस्यों के नाम चारोधाम में विराजमान भगवान केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के देवताओं से जुड़े हुए हैं ।

उन्होंने कहा कि भविष्य में हमें चंदन की कोई कमी नहीं होगी और भगवान बद्री विशाल को भरपूर मात्रा में चंदन का लेप  सदैव की भांति लगाया जाएगा। इन दिनों बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल जी कर्नाटक राज्य के दौरे पर हैं और वहीं पर चंदन के पौधों का रोपण कर रहे हैं। उनके साथ मुख्यकार्याधिकारी बीडी  सिंह अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी  दौरे पर गए हैंआपको बताते हुए चले कि विश्व प्रसिद्ध धाम बद्रीनाथ में छः महीने नर के रूप में रावल  द्वारा  पट खुलने पर  पूजा अर्चना का विधान है।भगवान जगत कल्याण के लिए हमेशा तपस्या में रहते है।

श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा  भगवान श्री बद्रीविशाल को जगत कल्याण की तपस्या में उनको शीतलता प्रदान करने के लिए प्रतिदिन चंदन का लेप किया जाता है। वह चंदन प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को लगाया और भेजदिया जाता है। अन्य मंदिरों में भी चंदन भगवान को चढ़ाया जाता है ।यात्रियों के संख्या में दिन व दिन बढ़ोतरी हो रही है। चन्दन की खपत में बृद्धि होना स्वाभाविक है। बढ़ती यात्रियों की संख्या को लेकर श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के आधीन मंदिर एंव  कालेजों में सुभिधा देने के साथ साथ अन्य रचनात्मक कार्यों को बढ़ावा देने के लिए पहाड़ों की गूंज राष्ट्रीय हिंदी सप्ताहिक पत्र के सम्पादक  एंव पूर्व संरक्षक श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति जीतमणि पैन्यूली मुख्यकार्याधिकारी  बीडी सिंह से मई  2012 से चर्चा करते रहते थे।सिंह  के निर्देश पर श्रद्धालुओं को दिये गये आदर सत्कार   एवं  अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल के सदव्यवहार  मार्गदर्शन से यह अभिनव कार्य सम्पन्न किया जारहा है।

भविष्य में यह कमी दूर करने के लिए  समिति  द्वारा अच्छा प्रयास किया गया है।

उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को आयुर्वेद के डॉक्टर सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम पूरा करने के लिए सेवाएं  की सुभिधा दे रहे हैं पत्र की जनहित की परेशानियों को दूर करने के लिए ,पावन पर्व शिवरात्रि 2019 के अबसर पर श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष थपलियाल से

 ओंकारेश्वर मंदिर स्थित श्री केदारनाथ के रावल निवास पर रावल श्री भीमाशंकर लिङ्ग से भेंट करते हुए।

   आयुर्वेद कालेज विद्यापीठ खोलने  की  घोषणा 2010 में पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चन्द्र खंडूरी ने की थी। उस प्रश्न के उत्तर में थपलियाल  द्वारा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत्त की  विकास की चिंता का जिक्र करते हुए कहा कि स्टाफ की समस्या दूर करने के लिए यहाँ के निवासी डॉक्टरों के पढ़ाने के लिए रहने का मन बनाने  पर प्रयास करने से उत्तराखंड सरकार के किये गए कार्य से सफलता प्राप्त कर सकते हैं।इस समस्या का हल प्रदेश के विकास में हमारे प्रदेश में डॉक्टर   लोगों को करने की भी आवश्यकता है।यह समस्या दूर करने के प्रयास कर रहे हैं।शीघ्र जनता की समस्या को दूर करने मे श्री बदरि केदार  भगवान सहायता करे यह अपेक्षा जनता करती है।

 

 

 

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