दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविधालय में बढ़ी हुई फीस के आदेश को कॉलेज प्रशासन ने वापस ले लिया है। विश्वविधालय के छात्र विरोध में दिल्ली की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई जिसके बाद छात्रों पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग भी किया था। शिक्षा सचिव आर सुब्रमणियम ने बताया की एग्ज़िक्युटिव कमेटी ने हॉस्टल फीस वृद्धि और अन्य नियमों से जुड़े फैसले को वापस ले लिया है। दिल्ली जैसे महानगर में दूर से आये बच्चों के लिए पढ़ाई करना इस महंगाई में आसान नहीं है।आखिर छात्रों के आंदोलन में फीस कम करने की ज़िद के आगे सरकार को झुकना ही पड़ा । आज जिस रफ्तार से देश मे नोकरीयों की कमी हो रही है उस रफ्तार से वेरोजगारी बढ़ रही है।उच्च शिक्षा में विदेशी भाषा एवम अन्य विषय मे उच्च शिक्षा के लिए फीस की बढ़ोतरी के चलते बच्चे पढाई से बंचित रह जाते हैं।
देश मे शिक्षा की फीस कम ही होनी चाहिये।ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे ऊंची शिक्षा प्राप्त कर देश एंव विदेश में रोजगार के लिए जा सके।उस मे बहु भाषी शिक्षा प्राप्त करने वाले लोगों के लिए काफी रोजगार की गारंटी हो जाती है।जिससे विदेशी मुद्रा देश मे प्राप्त होती है। सरकार को शिक्षा के लिए बजट में कमी नहीं करनी चाहिए।