नई टिहरी,स्कूल वैन दुर्घटना में दस बच्चों को खो देने के बाद कंगसाली गांव क्षेत्र की विभिन समस्याओं को लेकर चक्का जाम करने का ग्रामीणों का फैसला डीएम डॉक्टर वी षणमुगम से वार्ता के बाद मिले आश्वासनों के चलते टल गया। कंगसाली के ग्रामीण दुर्घटना के बाद से ही जिम्मेदारों के प्रति कार्रवाई और क्षेत्र में सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। स्कूल मैक्स के बीती 6 अगस्त को दुर्घटनाग्रस्त होने से कंगसाली गांव के दस बच्चों की मौत हो गई थी। जबकि 9 बच्चे घायल हुये थे। दुर्घटना के बाद से ग्रामीण लगातार गुस्से में थे। ग्रामीण लगातार दुर्घटना के लिए जिम्मेदारों के प्रति कार्रवाई के साथ ही कंगसाली गांव क्षेत्र में स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं के सुधार की मांग करने लगे। इसके साथ ही क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में वर्षों से जमे अध्यापकों के स्थानांतरण की मांग भी की है। ग्रामीणों ने डीएम के समक्ष 108 सेवा देने के साथ ही आपदा विभाग की ढिलाई की भी बात रखी। जिन्हें लेकर मंगलवार को चक्काजाम की चेतावनी दी थी। लेकिन डीएम ने उन्हें वार्ता को बुलाया। वार्ता में डीएम ने उनकी सभी मांगों को लेकर एक सप्ताह के भीतर त्वरित कार्रवाई की बात कही और मांगों को लेकर ग्रामीणों को एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई से अवगत कराने की बात कही। जिस पर ग्रामीणों ने सहमति जताई और आंदोलन का फैसला रद्द कर दिया। डीएम ने बैठक में दुर्घटना के मामले में सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये। वार्ता को लेकर विजय पाल रावत ने कहा कि डीएम ने उन्हें जो आश्वासन दिया है यदि वह सप्ताह भर में पूरे नहीं हुये तो वे आगे की रणनीति तय करेंगे। उन्होंने कहा कि निजी स्कूल की गहन जांच करवाकर कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए। डीएम से वार्ता के दौरान ग्रामीणों में अजय पाल चौहान, दिनेश सिंह, दर्मियान चैहान, सोबन सिंह, हरी दास, हिमांशु चैहान, मुलायत सिंह रावत, अरविंद सिंह, प्रवीन सिंह, गोविंद रावत आदि मौजुद रही।