उत्तरकाशी पुरोला
पुरोला ब्लॉक के कमल नदी पर सिचांई विभाग के माध्यम से कराये जा रहे करोड़ों के बाढ़ सुरक्षा कार्यों के निर्माण को लगाई गई बड़ी निविदाओं के विरोध में मोरी, पुरोला व नौगांव के स्थानीय ठेकेदरों ने रोष व्यक्त किया है। ठेकेदारों ने मंगलवार को जहां सिंचाई विभाग कार्यलय परिसर में धरना व प्रर्दशन कर नारेबाजी की। वहीं मुख्य बाजार में जुलूस प्रदर्शन कर सरकार एवं विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और पहाड़ के युवाओं के हित में छोटी निविदाएं लगाने की मांग की।मंगलवार को यमुनाघाटी के पुरोला, मोरी एवं नौगांव के छोटे ठेकेदार सुबह 11 बजे सिंचाई विभाग परिसर में एकत्रित हुए। जहां तीन घंटे तक धरना देने के बाद ठेकेदारों ने मुख्य बाजार में जुलूस निकाला और तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें उन्होंने कमल नदी में बाढ़ सुरक्षा मद के तहत लगायी गयी बड़ी-बडी निविदाओं को निरस्त कर छोटी निविदाएं लगाने की मांग की। वहीं ठेकेदारों ने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा है कि एक ओर सरकार बेरोजगारों व युवाओं को रोजगार देने के बड़े-बड़े दावे कर रही है। वहीं क्षेत्र में हो रहे निर्माण में बडी निविदाएं लगाकर छोटे ठेकेदारों का रोजगार छीन रही है। कहा कि सरकार पहाड़ी क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अवसर देने की बजाय बड़ी बड़ी निविदाएं लगाकर छोटे ठेकेदारों को बेरोजगारी में धकेल रही है। जो कि सरासर पहाड़ी क्षेत्रों के छोटे व्यवसायिक ठेकेदारों के साथ विश्वासघात है। कहा कि विभागों से कार्य न होने पर रोजी-रोटी की समस्या बन गई है।जुलूस प्रर्दशन में संगठन के अध्यक्ष मदन सिंह नेगी,वीरेंद्र सिंह रावत, प्रताप सिंह, बहत्तर सिंह, सुनील कुमार, रमेश पैन्यूली, केंद्र सिंह, गोरीराम, सेवाराम शाह, मोहन सिंह राणा, धन सिंह, जयेंद्र सिंह, राजेंद्र सिहं, बद्री प्रसाद, दिनेश खत्री, राजेंद्र राणा, एलम पंवार, प्रेम सिंह, सुभाष नेगी आदि मौजूद थे।