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उत्तरकाशी में आपदा प्रबंधन की पूर्व तैयारियों पर किया गया मॉक अभ्यास

Pahado Ki Goonj

उत्तरकाशी जनपद में आपदा प्रबंधन की पूर्व तैयारियों पर किया गया मॉक अभ्यास
उत्तरकाशी (मदन पैन्यूली)
आपदा प्रबन्धन की पूर्व तैयारियों पर मॉक अभ्यास (मॉक ड्रिल) का आयोजन किया गया। मॉक अभ्यास में जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र से सांय 1.40 बजे जोर से सायरन बजा। भारी बारिश के चलते संगमचटृी गदेरे में बाढ़ से पुल टूटा व सड़क बह गयी जिससे 14 यात्री सड़क के उस पार फंस गये व विद्युत पेयजल लाइन ध्यस्त हुयी इसी तरह बरसात के दौरान बादल फटने से बड़कोट में पौंटी पुल व सड़क ध्वस्त हुयी जिसमें 13 यात्री दूसरी तरफ फंस गये व 03 यात्री लापता हो गये । मॉक ड्रिल के दौरान आईआरएस स्टिम से कार्य कर लगभग 2.30 घंटे में वैकल्पिक व्यवस्था कर यातायात, विद्युत, पेयजल सुचारू कर दिया गया फंसे लोगों को सुरक्षित भेज दिया गया तथा 03 लापता व्यक्तियों को खोज लिया गया जिसमें से एक गम्भीर घायल को चिकित्सालय भेजा गया व दो की मृत्यु हो गयी थी ।
जैसे ही जिला आपदा कंट्रोल रूम को भू-स्खलन की सूचना प्राप्त हुई इसके तत्काल बाद आईआरएस टीम सक्रिय हुयी। टीम में तैनात सभी अधिकारी कमाण्ड एरिया कलक्ट्रेट पंहुचे। जहां स्थानीय इंसीडेट एक्षन टीम को घटना स्थल पर रवाना होने को कहा गया।
भू-स्खलन होने पर टीम द्वारा प्रारम्भ्कि सूचना दी गयी घटना स्थल से घायलों को ले जाने हेतु एम्बुलेंस,डाक्टर, एवं पैरामेडिकल के साथ दवाईयों की मांग आयी। घटना स्थल से डिमांण्ड आते ही आपरेशन सेक्षन द्वारा कहां कितना रिसोर्स की आवश्यकता है उसका प्लान बनाया गया और तुरन्त रेस्क्य टीम को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया।
जिलाधिकारी ने तैनात अधिकारियों व चिकित्सकों को निर्देश दिए कि घायलों के उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही न भरती जाए। मॉक अभ्यास के अनुसार स्टेजिंग एरिया में राहत एवं बचाव के सभी उपकरणों एवं मानव संसाधनों को एकत्रित कर टास्क फोर्स का गठन कर उसे मय संसाधनों के साथ घटना स्थल पर भेजा गया जहां रेस्क्यू किया गया। यह सब एक मॉक अभ्यास का हिस्सा था।
मॉक अभ्यास के सम्बन्ध में रिस्पांसिबल अधिकारी व जिलाधिकारी डा0 आशीष चौहान ने कहा कि आपदा की स्थिति में कैसे आईआरएस टीम कार्य करती है इसकी जानकारी दी गयीं है। आईआरएस मॉक अभ्यास करने का मुख्य उदद्ेष्य था कि जब कभी कोई प्राकृतिक आपदा घटित हो तो इससे कैसे निपटा जाय और किस प्रकार जान- माल के नुकसान को कम किया जा सके। मॉक अभ्यास के दौरान स्टेजिंग एरिया पुलिस मैदान ज्ञानसू व जीआईसी बड़कोट में बनाया गया।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने जिला सभागार में अधिकारियों डी- ब्रीफींग कर मॉक अभ्यास के दौरान जो कमियां को दूर करने के निर्देश दिये उन्होनें मॉक ड्रिल की सफलता पर सभी को बधाई दी व आवश्यक दिशा निर्देश दिये ।
मॉक अभ्यास में पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी प्रशान्त आर्य, अपरजिलाधिकारी हेमंत वर्मा उपजिलाधिकारी
देवेन्द्र नेगी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 डीपी जोशी , अर्थसंख्याधिकारी बीरेन्द्र पुरी, पूर्ति अधिकारी गोपाल सिंह मटूड़ा जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल सहित सेना व आईटीबी , एसडीआरएफ के जवानों द्वारा प्रतिभाग किया गया ।

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