उत्तर भारत का प्रथम स्मार्ट शौचालय पर्दे की कैद में
बड़कोट – (मदन पैन्यूली) नगर पालिका परिषद बड़कोट में पर्यटकों व स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए बना उत्तर भारत का पहला आधुनिक शौचालय विवादों में घिरने के बाद पालिका व प्रशासन ने स्थापित जगह से हटाकर प्लास्टिक की तिरपाल में कैद कर दिया है। 18 लाख रुपये की लागत से बना यह शौचालय बनते ही विवादों में आ गया था। जब इसकी निविदा आमंत्रित की गई थी तब नगर पालिका परिषद में प्रशासक नियुक्त थे। प्रशासक के समय ही इस शौचालय का निर्माण कार्य किया गया। लेकिन जहां पर इस शौचालय को बनाया गया वह जगह पहले ही भूस्खलन जोन है। जहां से पूर्व में ही कुछ परिवार भूस्खलन के चलते पुनर्वासित किये गए थे। लेकिन सभी चीजों को दरकिनार कर 18 लाख की लागत से हाईटेक शौचालय का निर्माण कार्य किया गया। उसके बाद नगर पालिका परिषद ने उसकी सुरक्षा के लिए भूस्खलन जोन होने के बावजूद लगभग 4 लाख की लागत से सीसी ब्लाक बनवा दिए। जो बनने के कुछ ही दिन बाद ही भरभराकर गिर गए।आज उप जिलाधिकारी व नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी अमर जीत कौर की मौजूदगी में हाईटेक शौचालय को खड्ड के किनारे शिफ्ट कर दिया गया। लेकिन जिस जगह शिफ्ट किया गया है वहां पर भी बरसाती नाले का खतरा है।इस सम्बन्ध में जब नगर पालिका परिषद अध्यक्ष अनुपमा रावत से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि इस शौचालय का निर्माण उनके कार्यकाल से पहले प्रशासक द्वारा किया गया है। विवादित जगह पर निर्माण होने के कारण पालिका द्वारा अभी तक किसी प्रकार का भुगतान नहीं किया गया है। उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से शौचालय को शिफ्ट किया गया है। कुल मिलाकर 22 लाख की धनराशि खर्चने के बाद हाईटेक शौचालय काम नहीं आ पाया।