बडकोट। ( मदन पैन्यूली) यमुनोत्री नेशनल हाईवे के बड़कोट पौलगांव के पास एनएचआईडीसीएल के तहत बन रही मोटर सुरंग को लेकर विवाद उठने लगे है , ग्रामीणों ने नियमों के विरूद्व हो रहे कार्यो को लेकर जिलाधिकारी सहित एनजीटी को पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की है। और जल्द कार्यवाही न होने पर आन्दोलन सहित सुरंग के मुहायने पर धरना दिये जाने की चेतावनी दी है।
मालुम हो कि ग्राम प्रधान सहित पौलगांव के एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने हस्ताक्षर युक्त एक पत्र जिलाधिकारी उत्तरकाशी , आयुक्त एनजीटी नई दिल्ली, पीएमओ कार्यालय दिल्ली , मुख्यमन्त्री उत्तराखण्ड , मुख्य वन संरक्षक उत्तराखण्ड को भेजते हुए मानकों के विपरित कार्य होने पर गांव के लोगो ने भारी नाराजगी व्यक्त की है । ग्रामीणों एंव ग्राम प्रधान सुभाष जगुड़ी ने पत्र में आरोप लगाया है कि सुरंग निर्माण में
राष्ट्रीय राजमार्ग एंव अवसंरचना विकास निगम लि. के तहत कार्यदायी पेटी ठेकेदार गजा कम्पनी द्वारा रात को ब्लास्टिंग की जा रही है जिससे वन्य जीव जन्तुओं सहित ग्रामीणों की भूमि और मकानों को खतरा पैदा हो गया है। बॉस्टिंग की आवाज से ग्रामीण रातभर सो नही पा रहे है।पौलगांव क्षेत्र में पेयजल स्रोत नष्ट हो गये है जिससे पौलगांव सहित नगर पालिका बड़कोट को आने वाली पेयजल सफलाई पर भी संकट के बादल मडराने लगें है। ग्राम प्रधान श्री जगुड़ी ने बताया कि सुरंग की बजह से सिंचाई की नहरें भी क्षतिग्रस्त हो गयी है जिससे कास्तकारों के सामने खेती न होने पर रोजीरोटी की समस्या खड़ी हो गयी है। सुरंग से निकलने वाला मलवा खड्ड के मुहायने में डाला जा रहा है जिससे खड्ड की मुख्य धारा को डायर्वड किया जा रहा है जो बरसात में भारी तबाही का कारण बन जायेगा। उन्होने बताया कि सुरंग निर्माण में लगी पेटी कम्पनी एनजीटी के मानकों के विपरित निर्माण कार्य करने से पर्यावरण को भारी क्षति पहंुचायी जा रही है। ग्राम प्रधान ने कहा कि कम्पनी द्वारा 70 प्रतिशत स्थानीय मजदुरों को रोजगार दिये जाने की पहल को दर किनारा करते हुए बाहरी लोगों को रोजगार पर रखा हुआ है जो स्थानीय लोगों की अनदेखी है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सहित आयुक्त एनजीटी से कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है और कार्यवाही न होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है। पत्र में ग्राम प्रधान सुभाष जगुड़ी , नीरज , जितेन्द्र सिंह, कपिल , मनोज , गोविन्द राम , रोबिन सिंह, मनोज जगुड़ी, रामअवतार, सुरेश लाल, सुनील , यशपाल , हरदयाल, राकेश , गोपाल प्रसाद, हेमन्त ,खिलानन्द , आलोक , पूरण , गंगा सिंह , दामोदर प्रसाद, महिमानन्द , बसन्त सहित दर्जनों लोगों के हस्ताक्षर शामिल है।