देहरादून में ओल्ड मसूरी रोड पर बुधवार शाम 40 कारतूस पड़े होने की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष राजपुर नत्थीलाल उनियाल ने बताया कि वे मंगलवार रात ओल्ड मसूरी रोड पर सिपाहियों के साथ गश्त कर रहे थे। इसी दौरान गाड़ी की लाइट में सड़क किनारे कुछ चमकीली वस्तु पड़ी दिखी। गाड़ी से उतरकर देखा तो ये कारतूस थे, जो काफी दूर तक बिखरे पड़े थे।
जांच करने पर पता चला कि ये छोटे हथियार के कारतूस थे, जिनकी संख्या 40 है। आसपास घास काटने वाले लोगों को बुलाकर बातचीत की गई, लेकिन उन्होंने किसी तरह की जानकारी होने से इंकार कर दिया।
प्रथम दृष्टया यह कारतूस .30 बोर के प्रतीत हो रहे है। कारतूस को सील कराकर अज्ञात के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस बात की जांच कराई जा रही है कि सड़क किनारे कारतूस फेंकने वाला कौन है और इसके पीछे मकसद क्या है। पुलिस को आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी देखने को कहा गया है, ताकि किसी तरह का सुराग मिल सके।यह घटना देहरादून में ओल्ड मसूरी रोड पर बुधवार शाम 40 कारतूस पड़े होने की सूचना से हड़कंप मच गया। कारतूस सड़क पर बिखरे हुए थे। पुलिस ने इनके बारे में आसपास के लोगों से पूछताछ की, मगर इनके संबंध में कोई जानकारी हासिल नहीं हो पाई। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आयुध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि यह कारतूस द्वितीय विश्वयुद्ध के समय के हैं।