मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुख्यमंत्री आवास में पवन अग्रवाल की अध्यक्षता में पेपर मिल एसोसिएशन उत्तराखण्ड के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेपर मिल उद्यमियों द्वारा बायोमास के अन्य प्रयोगों की सम्भावनाएं तलाशी जानी चाहिए। उन्होंने इसके लिए वन विभाग, इण्डियन इंस्टीट्यूट आफ पेट्रोलियम और अन्य सम्बन्धित विभागों को परस्पर सहयोग कर इस दिशा में कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पिरूल को व्यावसायिक उपयोग में लाकर इनसे विद्युत उत्पादन और बायोफ्यूल उत्पादन की दिशा में कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य में पिरूल नीति लागू की जा चुकी है। पिरूल से हर साल 150 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है। बिजली उत्पादन के लिए राज्य में विक्रिटिंग और बायो ऑयल संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। इन संयंत्रों के स्थापित होने से पिरूल को प्रोसेस किया जाएगा व बिजली उत्पादन किया जा सकेगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश एवं प्रमुख सचिव श्रीमती मनीषा पंवार भी उपस्थित थीं।