कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहे तो कर्ज की हजारों करोड़ की रकम आखिर जा कहाँ रही !
कर्मचारियों को 4-8 महीने से नहीं मिल पा रहा वेतन।
त्रिवेन्द्र सरकार ले चुकी अब तक लगभग 12 हजार करोड़ का बाजारू ऋण।
आखिर राजस्व क्यों घट रहा दिन-प्रतिदिन।
हर मोर्चे पर विफल त्रिवेन्द्र छोड़े कुर्सी।
विकासनगर- मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जी00एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष एवं जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश के गैर अनुभवी एवं भ्रष्ट माफिया मुख्यमन्त्री श्री त्रिवेन्द्र ने जब से कार्यभार सम्भाला है तब से आज तक प्रदेश के कर्मचारी को अपने वेतन/तनख्वाह लेने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है, लेकिन फिर भी उनको कई-कई महीने तक वेतन नहीं मिल पाता। कई कर्मचारी जो कि वेतन पर ही निर्भर हैं, उनके सामने दो वक्त की रोटी का संकट पैदा होना लालिमी है तथा बच्चों की पढ़ाई-लिखाई व स्कूल की फीस जमा न कर पाने के कारण उनका संकट और गहरा गया है।
नेगी ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि त्रिवेन्द्र सरकार ने अपने 21 महीने के कार्यकाल में लगभग 12 हजार करोड़ का बाजारू ऋण लगभग 8.5 फीसदी पर लिया, लेकिन इतना कर्ज लेने के बावजूद कर्मचारियों के वेतन के लाले पड़ना व कोई विकास धरातल पर न दिखना, निश्चित तौर पर प्रदेश को गर्त में धकेलने जैसा है।
नेगी ने कहा कि प्रदेश कर्ज के सहारे चल रहा है तथा जो राजस्व सरकारी खजाने में आना चाहिए था वो सीधा सी0एम0 त्रिवेन्द्र की जेब में जा रहा है तथा इस काली कमाई से अपनी कुर्सी सुरक्षित करवायी जा रही है।
नेगी ने कहा कि हर मोर्च पर विफल त्रिवेन्द्र कुर्सी छोड़ो।इस अवसर पर महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, गुरविन्दर सिंह आदि थे।
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