अपर सचिव एवं विकास आयुक्त लघु एवं मध्य उद्योग भारत सरकार राम मोहन मिश्रा ने सोमवार को सचिवालय में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से भेंट की।
उन्होंने फार्मा क्लस्टर सपोर्ट पर मुख्य सचिव से चर्चा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में फार्मा इन्डस्ट्री में पर्याप्त विकास की सम्भावनाओं के दृष्टिगत प्रधानमंत्री द्वारा लघु एवं मध्यम उद्योगों के प्रोत्साहन के मध्यनजर 2 नवम्बर, 2018 को की गयी घोषणा के तहत उत्तराखण्ड में फार्मा उद्योगों को केन्द्र की और से हर सम्भव सहयोग दिया जायेगा।
अपर सचिव एम.एस.एम.ई द्वारा राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के दूर-दराज क्षेत्रों में लघु उद्योगों को प्रोत्साहन हेतु सोशल वेंचर फण्ड स्थापित करने पर भी चर्चा की । तथा इस फण्ड में मुख्य सचिव से राज्याशं का प्रस्ताव रखा। अपर सचिव भारत सरकार द्वारा फण्ड में SIDBI एवं IFCI से धनराशि दिलाने का आश्वासन दिया । मुख्य सचिव द्वारा इस प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार की ओर से धनराशि दिलाने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश प्रमुख सचिव एम.एस.एम.ई को दिये गये।
इस अवसर पर पुरानी तकनीकी वाली औद्योगिक इकाईयों की तकनीकी आधुनिकीकरण हेतु प्रदेश में इन्टरप्राइजेस क्लिनिक स्थापना पर भी चर्चा हुयी, जिसके लिए केन्द्र से हर संभव सहयोग देने की बात कही।
अपर सचिव एम.एस.एम.ई भारत सरकार द्वारा उत्तराखण्ड में इन्टरप्राइजेस डेवलपमेंट सेन्टर शीघ्र खोलने की भी जानकारी दी गयी, जिसमें उद्यमियों को तकनीकी अपग्रेडेशन एवं नये उद्यमियों को उद्योगों के प्रति जागरूकता पैदा करने की सुविधायें उपलब्ध करायी जायेगी।
उन्होंने उत्तराखण्ड के स्थानिय उत्पादो को राष्ट्रीय बाजार में लाने हेतु क्लस्टर विकसित करने में केन्द्र से सहयोग का भी आश्वासन दिया।
बैठक में प्रमुख सचिव एम.एस.एम.ई मनीषा पंवार, आई.आई.ए. के अध्यक्ष पंकज गुप्ता, निदेशक लघु एवं मध्यम उद्योग डा. सुधीर नौटियाल, उपनिदेशक अनुपम त्रिवेदी उपस्थित थे।