सातवें राज्यपाल बनी बेबी रानी मौर्य
रविवार शाम राजभवन में राज्य के सातवें राज्यपाल के रूप में बेबी रानी मौर्य ने शपथ ग्रहण कर ली है। राजभवन में उनका स्वागत मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने किया
देहरादून, ! बेबी रानी मौर्य ने उत्तराखंड के सातवें राज्यपाल के रूप में शपथ ले ली है। रविवार शाम यहां राजभवन में एक सादे समारोह में शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया था जिसमें कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजीव शर्मा ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।केंद्र सरकार ने हाल ही में बेबी रानी मौर्य को उत्तराखंड के राज्यपाल के तौर पर नियुक्ति के आदेश जारी किए। राज्यपाल डॉक्टर. कृष्ण कांत पाल की राजभवन से विदाई हो चुकी है और अब नए राज्यपाल ने शपथ ग्रहण कर ली है। इसके लिए शासन की ओर से पहले ही पूरी तैयारी कर ली गई थी।
- शपथ ग्रहण के पश्चात मीडिया से संक्षिप्त बाताचीत में राज्यपाल ने अपनी प्राथमिकता गिनाईं। उन्होंने कहा कि देवभूमि का राज्यपाल बनाना उनके लिए सौभाग्य की बात है। राज्य के विकास में सहयोग उनका लक्ष्य रहेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल,काबीना मंत्री प्रकाश पंत, मदन कौशिक,सुबोध उनियाल,समेत कई मंत्री, विधायक मुन्ना सिंह चौहान,सुरेश राठौर, भाजपा नेता विश्वास डाबर, पुनीत मित्तल,कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ,एसीएस ओमप्रकाश,डॉक्टर रणवीर सिंह, भाजपा के यूपी के प्रदेश महामंत्री अशोक कटारिया, आदि मौजूद रहे। शपथ ग्रहण का कार्यक्रम राजभवन में शाम पांच बजे आयोजित किया गया। राजभवन पहुंचने पर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने राज्यपाल का स्वागत किया। वहीं सेना जवानों ने भी उन्हें सलामी दी। बता दें कि, केंद्र सरकार ने हाल ही में बेबी रानी मौर्य को उत्तराखंड के राज्यपाल के तौर पर नियुक्ति के आदेश जारी किए थे।
महिला सशक्तिकरण और उच्च शिक्षा पर उनका मुख्य फोकस रहेगा। कोशिश की जाएगी कि उत्तराखण्ड देश के विकसित अग्रणी राज्यों में शामिल हो।
रोचक बात यह रही कि आयोजन में प्रदेश भाजपा नेता के नेता बहुत कम संख्या में दिखे ! हां, आगरा से राज्यपाल का शपथ ग्रहण समारोह देखने बसों से लगभग साढे तीन सौ जन पहुंचे बताये जाते हैं जो यहां शपथ ग्रहण के बाद भी शैल्फी खींचते दिखाई दिये !एक स्थानीय भाजपा नेता का कहना था कि आयोजन के निमंत्रण पत्र वितरित करने में असाधारण विलंब किये जाने से भाजपा नेता आयोजन में चाह कर भी नही पहुंच पाये हैं ! दोपहर में मनोनीत राज्यपाल बेबी रानी मौर्य देहरादून के लिए प्रस्थान किया।
अपराह्न एक बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच कर एयरपोर्ट पर उनका स्वागत आयुक्त गढ़वाल शैलेश बगोली और पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल अजय रौतेला ने किया। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के जरिये वह जीटीसी हेलीपैड पहुंचे, जहां उनकी अगवानी जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने किया।
मा oराज्यपाल, उत्तराखण्ड का संक्षिप्त जीवन परिचय
नाम – श्रीमती बेबी रानी मौर्य पति का नाम – श्री प्रदीप कुमार(पूर्व डायरेक्टर एवं सीनियर मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक)जन्म तिथि – 15 अगस्त 1956 शैक्षणिक योग्यता – एम. ए., बी. एड.पता – 4/ए, करियप्पा रोड, आगरा उ.प.
जीवन परिचय-उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य का एक दीर्घ, समृद्धि, प्रशासनिक, राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन का अनुभव रहा है। राज्यपाल नियुक्त होने से पूर्व श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने सक्रिय रूप से राजनैतिक, प्रशासनिक एवं सामाजिक दायित्वों का निर्वहन किया है। श्रीमती मौर्य वर्ष 1995 से वर्ष 2000 तक आगरा की महापौर रहीं हैं, जहाँ उन्होंने एक कुशल प्रशासक के रूप में कई उल्लेखनीय कार्य किए। वर्ष 1997 में ने वर्तमान माननीय राष्ट्रपति और तत्कालीन अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चा श्री राम नाथ कोविंद जी की अध्यक्षता में कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वर्ष 2001 में श्रीमती मौर्य प्रदेश, सामाजिक कल्याण बोर्ड की सदस्य रहीं हैं। वर्ष 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के रूप में नारी सशक्तिकरण तथा महिला कल्याण के क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभाई। इन महत्वपूर्ण उत्तरदायित्वों के साथ-साथ श्रीमती मौर्य लगातार सक्रिय रूप से सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पित रहीं हैं। श्रीमती मौर्य विगत 18 वर्षों ‘नव चेतना जागृति संस्था‘ के माध्यम से दलित एवं पिछड़ी हुई महिलाओं के लिए जागरूकता एवं न्याय दिलाने का कार्य कर रहीं हैं। श्रीमती मौर्य महिला सशक्तिकरण एवं बालिका शिक्षा के प्रति बेहद संवेदनशील हैं और सेवा भारती संस्था के माध्यम से बच्चियों को शिक्षा के प्रति जागरूक कराना तथा गरीब बस्तियों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम में शामिल रहीं हैं। श्रीमती मौर्य के समाज के प्रति योगदान को देखते हुए उन्हें समय समय पर कई सम्मान भी प्राप्त हुए है। श्रीमती मौर्य को वर्ष 1996 में सामाजिक कार्यों के लिए ‘‘समाज रत्न’’, 1997 में ‘‘उत्तर प्रदेश रत्न’’ और वर्ष 1998 में ‘‘नारी रत्न’’ से भी सम्मानित किया गया है।