अविश्वास प्रस्ताव वर्सेश सरकार का जवाब- राजेश्वर पैन्यूली
उत्तराखण्ड-राजनेतिक-स्वाभिमान-मंच के संयोजक प्रवक्ता ने कहा कि सत्ता के सारे समर्थक चाहे वो मंत्री हों या प्रवक्ता ये नहीं बता पा रहे हैं कि कैसे हुआ राफ़ेल का सौदा.. एसा क्या हुआ कि Rs 20000 करोड़ से- 25000 करोड़ भारत की सरकार क्यों फ़्रान्स को ज्यादा दे रही है।
क्यों किसान आत्महत्या कर रहा है । बेरोजगारी कैसे बढ़ रही है। अमीरो के लोन माफ़ किये जा रहे हैं और किसानों के क्यों नहीं।
भारतीय सैना की दक्षता और वीरता को अपने नाम से एसे जोड़ रहे हैं जैसे की सैना इस राजनीतिक पार्टी के भरोसे काम कर पा रही हो,आदि-आदि । सरकार के मंत्री आदि इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधान मंत्री से गले मिलना चाहिए था कि नहीं सत्ता धारी ये बता रहे हैं कि संसद में समर्थक हमारे ज्यादा हैं। पर हम ये पूछना चाहते हैं कि सत्ता को अपने कर्म पर इतना ही विश्वास था तो पार्टी व्हिप (Party Whip) जारी ना करती और बोल देती कि सभी लोग अपने दिल की आवाज सुने और वोट दें पक्ष या विपक्ष मे सरकार के कार्यो पर दें
दरअसल ना ही सरकार ना सरकार के मुखिया के पास राहुल गांधी के किसी भी बात का कोई जवाब है। 1.00 करोड़ रोजगार मे उन्हे भी जोड़ रहे हैं जो पढ़े लिखे होने के बावजूद भी
मजबूरी मे पकोड़े बना रहे हैं या पान की दुकान चला रहे हैं।इस संख्या का खेल मे और गलत प्रोपोगेंडा करने मे माहिर हैं सत्ता धारी पार्टी ।
संसद में जो भी हुआ उसके बारे मे जो भी लोग स्वतन्त्र विचार रखते हैं। उनकी नजर मे सरकार गिर गयी है । ये सरकार सिर्फ़ संख्या बल की सरकार है ना कि मुल्यों या कार्यों की सरकार । 2019 मे इस पार्टी का सरकार से जाना तय है ।राजेश्वर पैन्युली का कहना है कि उसकी ये पहली झलक थी और नरेंद्र मोदी एवं कम्पनी की आदत है कि लोगों का मजाक बनाओ ना कि तथ्यों पर जाओ या विकास करो ।