शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे एक संपादकीय में कहा गया कि आदित्यनाथ ने जनकल्याण के लिए पूरी गंभीरता के साथ एक के बाद एक लिए अपने निर्णयों से अपने सभी आलोचकों को गलत साबित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘बेहद पिछड़े राज्य को उठाने की उनकी कोशिश सराहनीय है और वह अपने काम को लेकर काफी गंभीर है।’’
शिवसेना ने जनकल्याण में तुरंत निर्णय लेने के लिए योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उत्तर प्रदेश में अपने समकक्ष से सबक लेना चाहिए। शिवसेना ने कहा, ‘‘योगी ने अपनी पहली मंत्रिमंडल बैठक में ही किसानों के ऋण माफ करने की घोषणा कर दी थी लेकिन यहां सरकार केवल योगी के मॉडल पर विचार करने की बात कह रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि वह कर्ज में डूबे किसानों के आत्महत्या करने का इंतजार कर रही है।’’