शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा, ‘पिछले 25 साल में देश में राजनीति बदल गई है। (भाजपा के वरिष्ठ नेता) लाल कृष्ण आडवाणी अब मार्गदर्शक मंडल में हैं जबकि देश पर मोदी का शासन है। इसलिए, राम मंदिर अब बनाया जाना चाहिए और इसके लिए उच्चतम न्यायालय के नहीं, मोदी के निर्देश की जरूरत है।’
पार्टी ने कहा, ‘भाजपा को उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत मिली जो दिखाता है कि लोगों की आकांक्षा है कि राम मंदिर बने। लोग आस्था के नाम पर ऐसा चाहते हैं और इसलिए उच्चतम न्यायालय को इस मामले में दखल नहीं देना चाहिए। आज पूरा देश मोदी की बातें सुनता है और माहौल ऐसा है कि मुस्लिम भी उनकी बातें सुनेंगे।’ शिवसेना ने कहा कि उच्चतम न्यायालय इस मुद्दे पर एक स्पष्ट फैसला दे सकता है।