ब्रह्मलीन शंकराचार्य जी महाराज सदा हम सनातनियों के आदर्श रहेंगे
*बदरीनाथ धाम में श्रद्धाञ्जलि सभा सम्पन्न*
बदरीनाथ धाम,पहाडोंकीगूँज , हिमालय
आज मध्याह्न 3 बजे भगवान बदरीविशाल जी के प्रांगण में सिंहद्वार पर बदरीश पण्डा पंचायत की ओर से श्रद्धाञ्जलि सभा आयोजित की गई । भगवद्गीता पाठ और रामनाम संकीर्तन किया बदरीनाथ मंदिर के मुख्यपुजारी श्री ईश्वरप्रसाद नम्बूदरी ने पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारकाशारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज को श्रद्धाञ्जलि समर्पित की ।
बदरीनाथ मन्दिर के धर्माधिकारी भुवनचन्द्र उनियाल ने कहा पूज्य शंकराचार्य जी हमारे गुरुदेव थे और जब भी हमें कोई शास्त्रीय समाधान की आवश्यकता पड़ती थी तो वे सदा धर्म और परम्परागत तरीके से हमें मार्गदर्शन करते थे ।
बदरीनाथ पण्डा पञ्चायत के अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी जी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड हम सब के हक को छीनने वाला सरकारी कुचक्र था ।हमारे उस युद्ध का नेतृत्व पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज ने किया और हमसब विजयी हुए, पूज्य गुरुदेव का जाना हम सब की व्यक्तिगत क्षति है । व्यापार सभा के अध्यक्ष विनोद नवानी ने कहा कि शंकराचार्य जी हमारे धरोहर और स्वतंत्रतासंग्राम सेनानी थे। सरकार को राष्ट्रीय शोक घोषित करके शंकराचार्य जी को श्रद्धासुमन अर्पित करना चाहिए । डिमरी पंचायत के अध्यक्ष श्रीराम डिमरी ने पूरे समाज की ओर से आचार्य चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित किया ।
वामणी गांव की ओर से बलदेव मेहता और माणा गांव से नरेन्द्र सिंह बडवाल ने अपने गाँव की ओर से पुष्प अर्पण किया। श्रद्धाञ्जलि सभा में असंख्य भक्तों ने और बदरीनाथ क्षेत्र के सभी प्रतिनिधियों ने पुष्प अर्पण कर श्रद्धाञ्जलि समर्पित किया ।
देहरादून से जीतमणि पैन्यूली पूर्व संरक्षक श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति कर्मचारी संघ ने कहा कि धर्म सम्राट ब्रह्मलीन शंकराचार्य जी के लिए 11 दिन का राष्ट्रीय शोक सरकार को घोषित करना चाहिए ।ऐसे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ,धर्म रक्षक बनाये नहीं जाते हैं ।ऐसे महापुरुष का जन्म ही पृथ्वी पर महान कार्यो को करने के लिए होता है।अच्छे कार्य करने के गुण होने से महान होते हैं।
इनकी श्रद्धाञ्जलि सभा में उपस्थित हुए अपरधर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, नायब रावल अमरनाथ नम्बूदरी , वेदपाठी रवीन्द्र भट्ट , टी ओ मन्दिर समिति राजेन्द्र सिंह चौहान , भास्कर डिमरी , संतोष पचभैया , सुनील पुरोहित , कुलदीप भट्ट, प्रदीप भट्ट, राहुल बाबुलकर शास्त्री, चन्द्र सिंह नेगी, राजेश मेहता, विपुल मेहता, विनोद बिष्ट, गिरीशचन्द्र डिमरी, भरत मेहता , अनुसूया नौटियाल, उमेशचन्द्र सती,सतीशचन्द्र डिमरी, सुबोध चैतन्य , सन्दीप डिमरी , अरविंद खण्डूरी, सतीश पंवार, अतुल कोटियाल, विपुल डिमरी, राजेन्द्र नाथ भट्ट, प्रकाश रतूडी, ब्रह्मचारी भागवत दास, हरेन्द्र मुनि , धीरज तिवारी, राजेश पालीवाल, शिवानन्द उनियाल, प्रवीण नौटियाल, निखिल तिवारी आदि उपस्थित रहे ।