देहरादून। उत्तराखण्ड के नये मुख्यमंत्री को लेकर कुछ दिनों से चल रहा सस्पेंस शुक्रवार को खत्म हो गया। भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में डोईवाला के विधायक त्रिवेन्द्र सिंह रावत को विधानमण्डल दल का नेता चुन लिया गया। यह बैठक केन्द्रीय पर्यवेक्षकों नरेन्द्र तोमर व सरोज पाण्डेय की मौजूदगी में हुई। बैठक के बाद त्रिवेन्द्र सिंह रावत सभी भाजपा विधायकों के साथ राज्यपाल केके पॅाल से मिलने गवर्नर हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया। त्रिवेन्द्र शनिवार को परेड ग्राउण्ड में आयोजित समारोह में उत्तराखण्ड के नौवें मुख्यमंत्री के रूप मे शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह व कई केन्द्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे।
उत्तराखण्ड में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री चुन लिए गए हैं। इस रेस में प्रकाश पंत और सतपाल महाराज भी थे लेकिन अंतिम रूप से त्रिवेंद्र रावत के नाम पर ही विधायक दल की बैठक में मुहर लगाई गई। विधानमण्डल दल की बैठक में दो केन्द्रीय पर्यवेक्षकों के साथ ही प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान, जेपी नडडा, सांसद भगत सिंह कोश्यारी, रमेख पोखरियाल निशंक, राज्यलक्ष्मी शाह भी मौजूद रहे। बैठक शुरू होते ही सतपाल महाराज व प्रकाश पंत ने विधानमण्डल दल के नेता के लिये त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका अन्य कई विधायकों ने समर्थन किया। मुख्यमंत्री का चुनाव होने के साथ ही नई सरकार का शपथ ग्रहण 18 मार्च को शाम तीन बजे परेड ग्राउंड में होगा। परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।