स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने ध्वजारोहण किया

Pahado Ki Goonj

 

*राजभवन देहरादून 13 अगस्त, 2024*

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मंगलवार को राजभवन में सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन और संस्कृत शिक्षा दीपक कुमार ने शिष्टाचार भेंट कर संस्कृत शिक्षा के संरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्कृत भाषा के माध्यम से समरसता विकसित किए जाने के उद्देश्य से प्रदेश के अल्पसंख्यक संस्थानों से समन्वय स्थापित करते हुए परिचर्चा/संवाद हेतु कार्यशाला का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। प्रदेश के समस्त शासकीय कार्यालयों के नाम पट्टिका आदि तथा राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य के प्रवेश द्वारों तथा सार्वजनिक स्थलों में लगे सरकारी होर्डिंग्स में लिए नाम/सूचनाओं को संस्कृत भाषा में भी लिखवाए जाने हेतु कार्यवाही गतिमान है। बालिकाओं का रूझान संस्कृत शिक्षा की ओर बढे़, इस ओर भी प्रयास किए जा रहे हैं।

सचिव दीपक कुमार ने बताया कि संस्कृत को बढ़ावा दिए जाने हेतु अधिकाधिक संस्कृत प्राथमिक विद्यालयों का संचालन किए जाने पर भी कार्यवाही गतिमान है। वहीं संस्कृत अकादमी द्वारा देश की शैक्षणिक, आध्यात्मिक एवं धार्मिक आदि संस्थाओं में संस्कृत सम्भाषण शिविरों का आयोजन कर 01 लाख लोगों को संस्कृत सम्भाषण सिखाए जाने का लक्ष्य है। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग की पुस्तक मेरी योजना के द्वितीय संस्करण की प्रगति के बारे में भी राज्यपाल को अवगत कराया।

इस अवसर पर राज्यपाल ने संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा हमें हमारी जड़ों से जोड़ने वाली भाषा है इसके प्रचार-प्रसार के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संस्कृत हमारी द्वितीय राजभाषा है, अधिक से अधिक लोग संस्कृत भाषा से जुड़ें इसके लिए विशेष प्रयास हों।आगे पढ़ें 

 

**राज्यपाल ने देश एवं प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।*

**देश की विकास यात्रा के साथ ही नया उत्तराखण्ड भी मजबूत इरादों से निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है- राज्यपाल।*

**एआई और टेक्नोलॉजी में अनंत संभावनाएं, इनका अधिकाधिक उपयोग करना जरूरी- राज्यपाल।*

*राजभवन देहरादून 14 अगस्त, 2024*

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने देश एवं प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के ज्ञात व अज्ञात गौरव सेनानियों को याद करते हुए कहा कि देश की आजादी एवं सुरक्षा के लिए दिया गया उनका सर्वाेच्च बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमारे अतीत के गौरव की अनुभूति कराने के साथ ही अपने इतिहास से पुनः जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। यह हमारे वर्तमान का आंकलन करने और सुगम भविष्य की राह बनाने के बारे में चिंतन करने का अवसर भी है।

राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी का नया भारत संभावनाओं और सामर्थ्य से भरा हुआ है जो सतत विकास के पथ पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास करते हुए देश ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। हमने स्वतंत्रता के 100 वर्षों अर्थात 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लिया है, आने वाले अमृतकाल के इन 23 वर्षों में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है।

राज्यपाल ने कहा कि भारत ने आजादी के इन 77 वर्षों में सभी चुनौतियों का सामना मजबूती से किया है, और भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। देश की विकास यात्रा के साथ ही नया उत्तराखण्ड भी मजबूत इरादों से निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। हमारा प्रदेश आज देश में तेजी से विकास करने वाले राज्यों में से एक है। आर्थिक वृद्धि दर और विकास के कई सूचकांकों में सुधार कर उत्तराखण्ड ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।

राज्यपाल ने कहा की प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए युवा, किसान, मातृशक्ति और उद्यमियों की बड़ी भूमिका रहेगी। प्रदेश के सतत विकास और पलायन को रोकने के लिए कृषि, जैविक खेती, औद्यानिकी, वेलनेस पर्यटन, नवाचार, शोध और नई तकनीक पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इन सभी क्षेत्रों के विकास पर फोकस कर हम माननीय प्रधानमंत्री जी के कथन के अनुरूप 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के पथ पर तीव्र गति से अग्रसर हैं।

राज्यपाल ने कहा कि टेक्नोलॉजी, एआई, स्पेस, साइबर, क्वांटम, रोबोटिक्स साइंस में अनंत संभावनाएं हैं, इन क्षेत्रों में अपनी पहुंच को और मजबूत करने के प्रयास करने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद भी हमारी मातृशक्ति, प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि हमें राज्य में संतुलित विकास तथा राष्ट्र निर्माण के लिए महिलाओं और युवाओं की क्षमता कौशल वृद्धि पर विशेष ध्यान केंद्रित करना है।

राज्यपाल ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया है कि वे देश एवं प्रदेश की प्रगति एवं विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें, और यही प्रयास आजादी के महानायकों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।आगे पढ़ें 

*राजभवन देहरादून 14 अगस्त, 2024*

चारधाम यात्रा के सुगम एवं प्रभावी प्रबंधन हेतु आईटीडीए द्वारा तैयार किए गए ‘‘चारधाम डैशबोर्ड’’ का प्रस्तुतीकरण निदेशक आईटीडीए नितिका खंडेलवाल ने बुधवार को राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) के समक्ष दिया। इस डैशबोर्ड का निर्माण विभिन्न विभागों के आपसी समन्वय स्थापित कर राज्य में चारधाम यात्रा के सफल संचालन यथा तीर्थयात्रियों का पंजीकरण, स्क्रीनिंग, यात्रा मार्ग की स्थिति, आवासीय एवं मूलभूत आवश्यकताओं की बेहतर सुविधा, स्वास्थ्य सेवाओं को यथासमय यात्रियों को उपलब्ध कराने संबंधी विभिन्न पहलुओं के सुदृढ़ीकरण हेतु किया गया है। राज्यपाल द्वारा पूर्व में सम्पूर्ण यात्रा का डिजिटली अनुश्रवण किए जाने हेतु चारधाम डैशबोर्ड निर्माण करने के निर्देश निदेशक, आईटीडीए को दिए गए थे। उक्त के अनुपालन में उनके द्वारा रियल टाइम मॉनिटरिंग चारधाम डैशबोर्ड को तैयार किया गया है। निदेशक द्वारा इस डैशबोर्ड के संबंध में पूर्व में राज्यपाल को दिए गए प्रस्तुतीकरण से वर्तमान तक के अद्यतन प्रगति के संबंध में अवगत कराया गया।

राज्यपाल ने निदेशक आईटीडीए और उनकी पूरी टीम को इस डैशबोर्ड को तैयार करने के लिए बधाई एवं उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी और डिजिटलीकरण के माध्यम से जिस प्रकार यात्रा से जुड़े विभागों को इसमें एकीकृत किया गया है इससे भविष्य में यात्रा को और बेहतर संचालन हेतु योजना बनाने में आसानी होगी और यात्रियों को भी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि यह डैशबोर्ड निर्णय-निर्माताओं को यात्रा के प्रभावी प्रबंधन व संचालन करने में मदद करेगा।

राज्यपाल ने कहा कि आईटीडीए द्वारा विभिन्न विभागों हेतु तैयार किए जा रहे डैशबोर्ड के माध्यम से कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाना सराहनीय है। इससे विभागो में जवाबदेही की भावना और उनकी कार्य कुशलता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि हमें टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके एक नई कार्य संस्कृति प्रारंभ करनी होगी जो वर्तमान समय की मांग भी है। उन्होंने कहा डैशबोर्ड कल्चर के माध्यम से विभागों के मध्य प्रभावी समन्वय स्थापित होगा तथा उनके अलगाव में कार्य करने की प्रवृत्ति खत्म होगी। गौरतलब है कि आईटीडीए द्वारा सीएम डैशबोर्ड, आपदा प्रबंधन डैशबोर्ड और चारधाम डैशबोर्ड तैयार किया जा रहा है।

इस अवसर सचिव नितेश झा, सचिव रविनाथ रामन सहित आईटीडीए के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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राज्यपाल ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में किया ध्वजारोहण।

**स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश एवं प्रदेशवासियों को राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं।*

**राज्यपाल ने किया ‘‘आत्मा के स्वर’’ पुस्तक का विमोचन।*

*राजभवन देहरादून 15 अगस्त, 2024*

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने देश व प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। महान स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उनके त्याग, बलिदान, शौर्य और संघर्ष के बल पर हमें आजादी प्राप्त हुई है। उन्होंने सीमा पर तैनात वीर जवानों को नमन करते हुए कहा कि उनके कारण ही हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं।

राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी का नया भारत संभावनाओं और सामर्थ्य से भरा हुआ है जो सतत विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास करते हुए देश ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। हमने स्वतंतत्रा के 100 वर्षों अर्थात 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लिया है, आने वाले अमृतकाल के इन 23 वर्षों में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है।

राज्यपाल ने कहा कि देश की इस विकास यात्रा के साथ ही नया उत्तराखण्ड भी मजबूत इरादों से निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। हमारा प्रदेश आज देश में तेजी से विकास करने वाले राज्यों में से एक है। आर्थिक वृद्धि दर और विकास के कई सूचकांकों में सुधार कर उत्तराखण्ड ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी के कथन के अनुरूप 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के पथ पर तीव्र गति से अग्रसर है इसमें युवा, किसान, मातृशक्ति और उद्यमियों की बड़ी भूमिका है।

राज्यपाल ने कहा कि टेक्नोलॉजी, एआई, स्पेस, साइबर, क्वांटम, रोबोटिक्स साइंस में अनंत संभावनाएं हैं, इन क्षेत्रों में अपनी पहुंच को और मजबूत करने के प्रयास करने होंगे, जिससे हम देश के अग्रणी राज्य बनने में सफल हो सकें। उन्होंने कहा कि हमारी मातृशक्ति, प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। हमें राज्य में संतुलित विकास तथा राष्ट्र निर्माण के लिए महिलाओं और युवाओं की क्षमता कौशल वृद्धि पर विशेष ध्यान केंद्रित करना है।

इस अवसर पर राज्यपाल ने ‘‘आत्मा के स्वर’’ पुस्तक के खण्ड-2 का विमोचन किया। आत्मा के स्वर का यह दूसरा खण्ड राज्यपाल के 108 संबोधनों का संकलन है। आत्मा के स्वर पुस्तक में राज्यपाल द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों, उत्सवों एवं दीक्षांत समारोह आदि के 108 प्रमुख संबोधनों का संकलन है। साथ ही पुस्तक में कुछ महत्वपूर्ण भाषणों में क्यूआर कोड दिए गए हैं जिन्हें स्कैन कर यूट्यूब में भी भाषणों को सुना जा सकेगा।

इस अवसर पर सचिव श्री राज्यपाल श्री रविनाथ रामन, विधि परामर्शी श्री अमित कुमार सिरोही, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, एडीसी अमित श्रीवास्तव, मेजर सुमित कुमार शादिजा, उप सचिव जी.डी. नौटियाल, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. महावीर सिंह एवं डॉ. ए.के. सिंह सहित राजभवन में तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
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