मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर की तलाशी लिए जाने पर कांगे्रस वैसे ही अधिकारियों के रवैए पर भड़की हुई है। वहीं आज एक बार फिर मुख्यमंत्री हरीश रावत का हेलीकॉप्टर अधिकारियों के निशाने पर रहा। हालांकि अधिकारियों की ओर से दावा किया गया कि सबकुछ नियमों व सुरक्षा को देखते हुए किया गया। दरअसल सुबह मुख्यमंत्री हरीश रावत के हेलीकॉप्टर को जीटीसी हेलीपैड पर सुरक्षा कारणों से कुछ देर के लिए रोक दिया गया। सूत्रों की माने तो इस दौरान जीटीसी हेलीपैड हवाई जोन में कुछ वीआईपी मूवमेंट होने के चलते चंद मिनटों के लिए सीएम का हेलीकॉप्टर रोका गया।
जबकि, कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र अग्रवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र के इशारे पर मुख्यमंत्री हरीश रावत को उड़ान की अनुमति देने में जान बूझकर एक घंटे का विलंब किया गया। हालांकि, एटीसी निदेशक केसी मृधा ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि हेलीकप्टर को पांच मिनट के भीतर अनुमति दे दी गई थी। दरअसल, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार सुबह मुख्यमंत्री हरीश रावत के हेलीकप्टर को गढ़ी कैंट स्थित जीटीसी हेलीपैड से उड़ान भरनी थी, जबकि इसी हेलीकाप्टर को जलीग्रांट एयरपोर्ट के ऊपर से गुजरना था। इसी हवाई जोन में विभिन्न वीआईपी का मूवमेंट भी था। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्वयं फोन पर एटीसी के अधिकारीयों को बताया की।