कोलकाता। राजपथ पर आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस परेड समारोह की बीते एक दशक से कमेंट्री करते आ रहे रिटा. कर्नल जीवन कुमार सिंह का कहना है कि वे हर वर्ष कुछ बेहतर और नया करने का प्रयास करते हैं। इस बार क्या है उनकी तैयारी? दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा, हर बार कोशिश यही रहती है कि कुछ नया करूं, पहले से बेहतर और ऐसी प्रस्तुति दे सकूं कि श्रोता गणतंत्र के उत्सव का भरपूर आनंद उठा सकें। इस बार भी आपको नयापन अवश्य मिलेगा। 26 की सुबह की प्रतीक्षा करें…। इसमें कोई संशय नहीं कि वे जब बोलते हैं तो पूरा देश उन्हें ध्यान से सुनता है। उनकी बातें और इन्हें कहने का उनका अंदाज श्रोता के मन में उठने वाले राष्ट्रभक्ति के सभी भावों को संतुष्ट करता है। उनकी आवाज कभी सुनने वालों के रोंगटे खड़े करती है तो कभी भावनाओं में बहाकर ले जाती है। रिटायर्ड कर्नल जीवन कुमार सिंह को उन्हें जानने वाले जेके कहकर पुकारते हैं। 55 साल के जेके गणतंत्र दिवस परेड में कमेंटेटर की भूमिका निभान को अपने लिए सौभाग्य मानते हैं। उन्होंने गणतंत्र दिवस परेड की कमेंट्री का ढर्रा बदलकर उसे नया आयाम दिया है। कभी महज तथ्यों पर आधारित कमेंट्री में अपनी रचनाशीलता, ओजपूर्ण लेखनी और जादुई आवाज से शौर्य, ऊर्जा, बलिदान और समर्पण की भावनाएं भरी हैं।वर्ष 2010 से गणतंत्र दिवस परेड की कमेंट्री करने के अलावा जेके 2007 से सेना के कोलकाता स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय फोर्ट विलियम में होने वाले विजय दिवस समारोह के भी उद्घोषक हैं। ये उनकी जबर्दस्त लेखनी और वाणी का ही कमाल है कि सेना के राष्ट्रीय स्तर के सभी बड़े कार्यक्रमों में कमेंट्री करने के लिए उन्हें आमंत्रित किया जाता है। जेके को शानदार कमेंट्री के लिए सेना की ओर से सम्मानित किया जा चुका है। वे वर्तमान में झारखंड पुलिस में एसपी (स्पेशल टास्क फोर्स) के पद पर कार्यरत हैं।