भूपति ने फेसबुक पोस्ट में रविवार को कहा कि पेस को बाहर रखने में उनका कोई निजी एजेंडा नहीं था जैसा कि इस खिलाड़ी ने दावा किया। उन्होंने साथ ही कहा कि उन्होंने कभी पेस को टीम में जगह का वादा नहीं किया था। पेस ने बयान में कहा, ‘‘निजी बातों को सार्वजनिक किया गया जो उस आचरण की ओर इशारा करता है जिसे मैं डेविस कप कप्तान के लिए अनुपयुक्त मानता हूं।’’
पेस ने कहा, ‘‘चयन की मुख्य पात्रता फार्म थी. इसका उन बातों में साफ तौर पर जिक्र किया गया है। अंतिम फैसले में इस पर नहीं चला गया।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘मुझे कभी साफ तौर पर नहीं कहा गया कि मैं नहीं खेल रहा। लेकिन यह स्पष्ट है कि फैसला मेरे बेंगलुरू आने से पहले कर लिया गया था। जो मुझे गैरजरूरी और अपमानजनक लगता है।’’