देहरादून के सुद्धौवाला स्थित बी. एफ. आई. टी. इंस्टीट्यूट में दो दिन तक चलने वाले किसान मेले की शुरूआत आज रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुयी। जिसमें मुख्यअतिथि के रूप में डारेक्टर जनरल उत्तराखण्ड यूकोस्ट के डाॅ. राजेन्द्र डोभाल ने शिरकत की। मुख्यतह ये कार्यक्रम किसान भाइयों के लिए-कैसे खेती की पैदावार बढ़ाई जाय और किस प्रकार की खनिजों का उपयोग खेती के लिए किया जाय विषय पर जानकारी देने के लिए बी. एफ. आई. टी. काॅलेज द्वारा किया गया है।
कार्यक्रम की शुरूआत लगभग 11 बजें बी. एफ. आई. टी. काॅलेज के आॅडोटोरियम में यूकोस्ट के डायरेक्टर जनरल डाॅ. राजेन्द्र डोभाल जी के स्वागत के साथ हुयी। काॅलेज के चैयरमेन श्री जोगेन्द्र अरोड़ा ने मुख्य अतिथि डोभाल जी को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इस मौके पर काॅलेज की वार्षिक पत्रिका किसान, किसान पत्रिका का भी विमोचन किया गया।
इसके बाद बी. ए. माॅसकाॅम की छात्रा मानसी त्यागी और ट्वींकल ने वन्दना नृत्य पेश कर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम को आगे बढाते हुये मुख्य अतिथि डा. डोभाल ने किसान भाइयों को संबोधित करते हुए कहा कि आज किसान भाइयों का कृषि के प्रति रूझान कम होते जा रहा है उन्होंने बताया कि पहले जी.डी.पी. का लगभग 78 प्रतिशत कमाई कृषि से होती थी लेकिन अब ये घटकर केवल 40 प्रतिशत रह गयी है। साथ ही उन्होंने किसान भाइयों को बताया कि आज विश्व में कई ऐसे देश है जो भारत की कृषि प्र्रणाली को अपनाकर कृषि क्षेत्र में अपना दबदबा कायम कर रहें है लेकिन भारत के किसान खुद अपनी तकनीकी को भूलते जा रहे है। साथ ही उन्होंने बी. एफ. आई. टी. काॅ
लेज की सराहना करते हुए कहा कि काॅलेज ने किसान भाइयों के लिए सराहनीय कदम उठाया है और ऐसे कार्यक्रम हर साल होने चाहिए।
इसके बाद मंच पर डाॅ. वी. के. यादव आये उन्होंने किसानों से सम्बन्धित कई परेशानियों के बारे में किसान भाइयों को जानकारी दी साथ ही उन्होंने मुर्गी पालन और फसलों की सुरक्षा के बारे मेें भी किसान भाइयों को बताया। इसके बाद अलग-अलग क्षेत्रों से आये हुये भाइयों ने अलग-अलग स्टाॅलों में जाकर बीज, खाद और कृषि यंत्रों के बारे में जानकारी ली और इस मौके पर काॅलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा कृषि सम्बन्धित उत्कृष्ट माॅडलों का प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर काॅलेज के चैयरमेन जोगेन्द्र अरोड़ा, डाॅरेक्टर अनिन्दर अरोड़ा, रजिस्ट्रार भूपेन्द्र अरोड़ा, प्रिन्सिपल असलम सिद्दिकी एवं एच. एल. उपाध्याय और फैकल्टी मैम्बर व छात्र-छात्राएं मौजूद रहें।