देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश कार्यकारिणी घोषित होने के बाद लगातार पार्टी नेताओं में असंतोष देखा जा रहा है। जिसका कई नेता खुलकर विरोध कर रहे हैं। ऐसे में यह बात साफ है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हालांकि पार्टी नेतृत्व गुटबाजी से साफ इंकार कर रहा है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले विधायक हरीश धामी ने खुलेआम नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और प्रीतम सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इस्तीफा देने की चेतावनी दी थी। यह मामला काफी सुर्खियों में रहा। अब एक और नेता ने पार्टी नेतृत्व को कटघरे में खड़ा करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। यह सब कुछ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के एक कार्यक्रम में हुआ। प्रदेश अध्यक्ष के रामनगर पहुंचने पर महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष आशा बिष्ट को सम्मान न मिलने पर उन्होंने मंच छोड़ दिया। महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष आशा बिष्ट को मंच पर सम्मान मिलने पर उन्होंने महिलाओं के साथ मंच छोड़ दिया। आशा बिष्ट ने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव में भी उनके साथ उनके ही पार्टी के लोगों ने षड्यंत्र रचा और आज फिर ऐसा किया गया। ऐसा ही रहा तो 2022 में कांग्रेस को इसका भारी नुकसान चुकाना पड़ सकता है। वहीं इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि जिलाध्यक्ष से हम बात करेंगे। कांग्रेस एक है और एकजुट होकर लड़ाई लड़ेगी।