पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिसबल (सीआरपीएफ) को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “घाटी में कहीं भी कर्फ्यू नहीं लगाया गया है लेकिन पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के इंतजाम किए गए हैं।”
गौरतलब है कि बडगाम जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों के साथ संघर्ष में तीन युवकों की मौत के बाद प्रदर्शन आहूत किए गए हैं। प्रशासन ने एहतियातन के तौर पर वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैद अली गिलानी और मीरवाइज उमर फारुख को श्रीनगर में नजरबंद रखा है जबकि मोहम्मद यासीन मलिक सेंट्रल जेल में बंद है।