एक चीनी थिंक टैंक ने भारत की प्रतिद्वंद्विता को गंभीरता से लेते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में भविष्य में धमाकेदार विकास देखने को मिल सकता है। उसने चीन को सावधान करते हुए कहा कि भारत का मुकाबला करने के लिए प्रभावी विकास की जवाबी रणनीति बनानी चाहिए। चीन के प्राइवेट रणनीतिक थिंक टैंक एनबाउंड ने रिपोर्ट में कहा, ”चीन का जनसांख्यकीय हिस्सा कमजोर हो रहा है वहीं भारत की आधी से ज्यादा आबादी 25 साल से कम की है और वह इसका फायदा उठाने को तैयार है।” चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार पिछले साल 6.7 प्रतिशत रही थी वहीं भारत की विकास दर 7.1 प्रतिशत रहने की संभावना जताई गई है।
सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, ”भारत में जो बदलाव हो रहे हैं वे उसके विकास की अपार संभावनाओं को दर्शाते हैं, ऐसा पहले चीन के साथ भी हो चुका है। भारत में आने वाले समय में धमाकेदार आर्थिक विकास की संभावनाएं हैं। उसके पास युवाओं की बड़ी जनसंख्या है जो ना केवल श्रमशक्ति है बल्कि संभावित उपभोक्ता भी है। इसलिए हमें इस असामान्य पड़ोसी के विकास पर करीब से ध्यान देना चाहिए।”
थिंक टैंक ने चीनी मोबाइल कंपनियों श्याओमी, ओप्पो, हुवेई के भारत में निवेश का जिक्र करते हुए कहा, ”हमारा मानना है कि यदि भारत वैश्विक निवेशकों के सामने प्रतिस्पर्धी स्थिति खड़ी करता है तो इससे चीन के सामने चुनौती खड़ी होगी।”
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत सरकार निवेश को लेकर काफी आश्वस्त है। प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी सौर ऊर्जा को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने अगले पांच साल में सौर ऊर्जा में 100 बिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा है।