दरगाह ठेकेदारो को प्रबंधक ने दिया अंतिम नोटिस। बकाया धनराशि तुरन्त जमा न करने पर निरस्त होगा ठेका -नितिका ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हरिद्वार/पिरान कलियर:दरगाह पिरान कलियर साबिर पाक क्षेत्र के विभिन तरीके के वार्षिक ठेके प्रतिवर्ष मार्च महीने में छोड़े जाते हैं।ठेकेदारो द्वारा दरगाह की शर्तों पर ठेके आवंटित किए जाते […]
कारोबार
गैरसैंण राजधानी के लिये सचिन थपलियाल के नेतृत्व में कैंडल मार्च
उत्तराखंड में संतरी से लेकर मुख्यमंत्री तक फर्जी कागजात से बने -रघुनाथ सिंह
आगामी 12 जनवरी को दिल्ली मे जीएसटी महामंथन -राजेश्वर पैन्यूली
फेडरेशन द्वारा आयोजित जीएसटी महामंथन मे होगी राष्ट्रीय दलो के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी मे देश भर के व्यापार मंडलो के दिग्गज व्यापारी नेता और लघु एवं मध्यम उद्यमी करेंगे शिरकत करेंगे नई दिल्ली। देश मे शुरू हुई नई कर प्रणाली वस्तु एवं सेवा करयानि जीएसटी की कर एवं कानूनी जटिलताओं के साथ ही इसके पोर्टल जीएसटीएन से आ रही समस्याओं केसमाधान के लिए “फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल” ने आगामी 12 जनवरी को दिल्ली मे जीएसटी महामंथन कार्यक्रम का आयोजनकिया है। इस कार्यक्रम कोकांस्टीट्यूशन क्लब के मावलंकर हालमे आयोजित किया जा रहा है।कार्यक्रम के लिए प्रमुख राष्ट्रीय दलो केशीर्ष नेताओ को आमंत्रित किया गयाहै। जिसमे जदयू के वरिष्ठ सांसद शरदयादव, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीषसिसौदिया, एनसीपी के वरिष्ठ नेताडीपी त्रिपाठी, सांसद विवेक गुप्ता केअलावा बीजेपी और कांग्रेस के कईवरिष्ठ नेता शामिल हैं। कार्यक्रम की रूप रेखा को अंतिम रूपदेने के लिए बुधवार को फेडरेशन कोरकमेटी की एक बैठक हुई। बैठक केबाद फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री वीकेबंसल ने कहा कि जीएसटी मे तमामकर एवं तकनीकी सुधारो के बावजूदयह कर प्रणाली सर्वमान्य नहीं बनपायी है जीएसटी को लेकर छोटे वबड़े व्यापारियों, उद्यमियो औरदुकानदारो की परेशानियां जस की तसबनी हुई हैं। हालांकि फेडरेशन द्वारापूर्व मे भेजे गए कई अहम सुझावो केआधार पर सरकार ने इसमे समय-समय पर कई बदलाव किए हैं। इसके बावजूद अभी जीएसटी मे कई अहम बदलाव की दरकार है। इसी बदलाव केलिए फेडरेशन ने जीएसटी महामंथनका आयोजन किया है। इस महामंथन कार्यक्रम मे देश के सभी छोटे-बड़ेव्यापार मंडलो के व्यापारी नेताओं और लघु एवं मध्यम उद्यमियो को आमंत्रित किया गया है।बंसल के मुताबिक जीएसटी महामंथनमे देश भर से आने वाले व्यापारी और लघु उद्यमी अपने समस्याओं को साझा करेंगे। इन समस्याओं के आधार परफेडरेशन एक मांग पत्र तैयार करेगा।जिसे बाद मे केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक व्यापारियों से मिली जानकारियों के अनुसार लगभग दो दर्जन से ज्यादाजीएसटी की समस्याएं सामने आ चुकीहैं। इसके अलावा भी जीएसटी मे कईकर एवं तकनीकी समस्याएं रह गयीहैं। जिन्हें मंथन के बाद मांग पत्र मेजोड़ा जाएगा। ताकि सरकार पर दबावबनाकर इसे दुरूस्त कराया जा सके।फेडरेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश्वर पैन्युली ने कहा कि जीएसटी मे तमाम सुधारो के बाद भी यह सरकार की एक देश-एक कर की मंशा को पूरा नहीं कर पायी है। एक ही वस्तु के व्यापार पर जीएसटी की कई दरें लागू होना इसबात का प्रमाण है। यही नही अगलेमहीने से लागू होने वाली ई वे बिलव्यवस्था एक देश-एक कर के उद्देश्य के विपरीत है। बैठक मे फेडरेशन के संयोजक वीके जैन, प्रकाश केजरीवाल, दिल्ली प्रभारी राधेश्याम शर्मा के अलावा व्यापारी नेता उपस्थिति थे।
यमडी का बयान उत्तराखंड पावर जूनियरइंजीनियर एसोसिएशन ने हास्यस्पद बताया
उत्तराखंड पावर जूनियरइंजीनियरएसोसिएशन आज उत्तराखण्ड़ पावर जूनियर इंजीनियर्स ऐसोसिएशन के केन्द्रीय अध्यक्ष जी0एन0 कोठियाल ने बयान जारी कर यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक द्वारा सभी कर्मचारी संगठनों का ब्यौरा तलब करने के बयान को हास्यास्पद बताया है । श्री जी.एन.कोठियाल ने कहा कि शायद प्रबंध निदेशक महोदय इस बात से अवगत […]
झोलाछाप डॉक्टर और एलोपैथी डॉक्टर -राजेश्वर पैन्यूली
लैंसडाउन वन प्रभाग के डीऍफ़ओ सन्तराम के काले कारनामे
“जागो उत्तराखण्ड” द्वारा लैंसडाउन वन प्रभाग के डीऍफ़ओ सन्तराम द्वारा भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा कोटद्वार की जिला अध्यक्ष ममता थपलियाल देवरानी द्वारा अपने लकड़ी कारोबारी पिता को विभागीय मन्त्री की मदद से अंधाधुन्द हरे पेड़ कटान की स्वीकृति दिलाने में हुए भ्रस्टाचार की परतें खुलनी शुरू हो गयी […]
हम से नफरत क्यों करते हो- कँवल भारती
श्रीमहन्त देवेंद्र दास जी देश के विकास में योगदान देरहे हैं
अब अखरोट उत्पादन में जम्मू-कश्मीर को मात देगा उत्तराखंड
देहरादून : कोशिशें रंग लाईं तो उत्तराखंड भी अखरोट उत्पादन के मामले में जम्मू-कश्मीर को मात देगा। इस सिलसिले में इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चर रिसर्च की श्रीनगर स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ टेंपरेट हार्टिकल्चर (सीआइटीएस) शाखा उत्तराखंड को छह साल में अखरोट की उन्नत प्रजातियों के एक लाख पौधे उपलब्ध कराएगा। इसके […]