अयोध्या के बाबरी मस्जिद विध्वंस की 26 वीं वर्षगाँठ पर घटना में मारे गए सभी लोगों को नमन,भगवान श्रीराम से प्रार्थना कि कभी भी देश में अशांति और धार्मिक हिंसा न भड़के,सभी लोग मिलकर अयोध्या धाम में श्री राम जी के भव्य मंदिर को बनाने में सहयोग करें,क्योंकि ये सर्व सत्य है कि त्रेता युग से ही मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्रीराम जी का निवास अयोध्या ही है।अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण होने से करोड़ों हिन्दुओ की आस्था का भी सम्मान होगा,भले ही माननीय सुप्रीम कोर्ट में भगवान श्रीराम जी के मंदिर निर्माण का मामला लंबित है जिस पर जनवरी से सुनवाई की बात कही गयी है,लेकिन देश के हिन्दुओ के अलावा कई मुस्लिम संगठन और कई मुस्लिम नेता भी सार्वजनिक तौर से श्रीराम मन्दिर के समर्थन में हैं, बेशक कोर्ट सबूतों को मानता है और फैसला भी सबूतों के आधार पर ही आता है,लेकिन चूंकि सभी को ज्ञात है कि त्रेता युग से ही प्रभु श्रीराम का निवास अयोध्या ही है ,अब माननीय कोर्ट यदि किसी आशंका से आशंकित है तो ये कार्य बीजेपी की, पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार को आम सहमति बनाकर संसद में एक अध्यादेश लाकर प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर को बनाने का कार्य शुरू करना चाहिए,क्योंकि ये आम जनमानस की सोच है कि यदि हिंदुत्व और राम मन्दिर नाम पर बीजेपी को लोग वोट देते हैं तो क्यों नही बीजेपी की सरकार जो कि आज केंद्र समेत देश के अधिकांश राज्यों में चल रही है जिसमे उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी है,तो मन्दिर निर्माण क्यों नही हो रहा है,?मातृ संगठन आरएसएस समेत विहिप,शिवसेना और अधिकतर हिन्दू संगठन मन्दिर निर्माण की शुरुवात न होने से बेहद खफा हैं, हजारों साधु संतों ने आंदोलन का रास्ता अपनाया है,तो आखिर मोदी सरकार क्यों नही करोड़ो लोगों की आस्था का सम्मान कर रही है,क्यों नही मोदी सरकार मन्दिर निर्माण के लिए मुहूर्त निकाल रही है,आयोध्या में 6 दिसम्बर 1992 को हुए विध्वंश की बरसी पर मैं देश की शान्ति, समृद्धि,और आपसी भाई चारे की कामना प्रभु श्रीराम से करता हूँ,कि प्रभु देश में सबको मिलजुलकर रहने की सद्बुद्धि दे,1993 की मुम्बई हिंसा जैसे हालात न हो,बल्कि सभी लोग एक दूसरे धर्म,जाति का आदर करते हुए देश को आगे बढ़ाते चले, दिसम्बर 1992 को मुलायम सरकार द्वारा जो मौत का तांडव रचा गया था ,उस तरह की घटना की पुनरावर्ती न हो,लोग एक दूसरे की आस्था का सम्मान करें,इन्ही सभी कामनाओ के साथ 6 दिसम्बर 1992 को अयोध्या मारे गए लोगों और उसके बाद देश के भीतर अन्य भागों में फैली हिंसा में मारे गए सभी लोगों की आत्मा को शांति मिले,देश में सभी जाति,संप्रदाय मिलजुलकर देश को श्रेष्ठ राष्ट्र की तरफ अग्रसर करें इन्ही कामनाओ के साथ प्रभु श्रीराम को प्रणाम करते हैं
चन्द्रशेखर पैन्यूली के व्यक्ति गत विचार हैं।