सहारनपुर में भीड़ इस कदर है कि चलना दुभर है।इसके समाधान के लिए आवादी पर शहर वासियों को नियंत्रित करने के लिए स्वयं पहल करनी चाहिए घण्टा घर से उतर की ओर की सड़क का यह आलम है कि आदमी से आदमी जाते हुए चिपक जाते हैं।
सहारनपुर में भीड़ इस कदर है कि चलना दुभर है।इसके समाधान के लिए आवादी पर शहर वासियों को नियंत्रित करने के लिए स्वयं पहल करनी चाहिए घण्टा घर से उतर की ओर की सड़क का यह आलम है कि आदमी से आदमी जाते हुए चिपक जाते हैं।